शाहीन बाग : 'CAA और एनआरसी अलग मुद्दे हैं, इस चुनाव में केवल विकास ही मुद्दा है'

इस बार के दिल्ली विधानसभा चुनाव में शाहीन बाग का नाम बार बार आया. ये इलाका ओखला विधान सभा में आता है. यहां एक तरफ मतदान के दिन भी नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में प्रदर्शन चलता रहा तो वहीं दूसरी तरफ यहां लोग बड़ी संख्या में घरों से निकले और यहां जमकर मतदान हुआ.

शाहीन बाग : 'CAA और एनआरसी अलग मुद्दे हैं, इस चुनाव में केवल विकास ही मुद्दा है'

शाहीन बाग की महिलाएं वोट डालने के लिए कतार में

खास बातें

  • शाहीन बाग में लगी लंबी कतारें
  • महिलाओं ने किया मतदान
  • विकास को बताया मुद्दा
नई दिल्ली:

इस बार के दिल्ली विधानसभा चुनाव में शाहीन बाग का नाम बार बार आया. ये इलाका ओखला विधान सभा में आता है. यहां एक तरफ मतदान के दिन भी नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में प्रदर्शन चलता रहा तो वहीं दूसरी तरफ यहां लोग बड़ी संख्या में घरों से निकले और यहां जमकर मतदान हुआ.  मतदान की शुरुआत का समय सुबह 8 बजे था लेकिन जामिया और शाहीन बाग इलाके में मतदाताओं की कतारें उससे पहले ही पोलिंग बूथों के बाहर लग गईं.  ओखला विधानसभा में मुकाबला आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच ही माना जा रहा है. आम आदमी पार्टी से अमानतुल्लाह खान जबकि बीजेपी से ब्रम्ह सिंह बिधूड़ी उम्मीदवार हैं. पिछली बार ये सीट आप की झोली में आई थी. इस बार ज्यादातर लोगों ने विकास के मुद्दों पर पर ही वोट दिया. जामिया नगर इलाके में एक बूथ पर मतदाताओं की लाइन यमुना किनारे तक पहुंच गयी. जिन महिलाओं ने यहां सीएए और एनआरसी के खिलाफ मोर्चा संभाला उन्हीं महिलाओं ने मतदान में भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया.  लम्बी कतारों में खड़ी महिलाओं ने वोट डालने के लिए घण्टों इन्तजार किया.  लेकिन वोट डालकर ही दम लिया. महिलाओं के मुताबिक सीएए और एनआरसी अलग मुद्दे हैं इस चुनाव में केवल विकास ही मुद्दा है.

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एक तरफ मतदान होता रहा तो दूसरी तरफ 56वें दिन भी शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन चलता रहा.  शाहीन बाग की दादियों ने और यहां बैठे दूसरे लोगों वोट डाला और फिर आंदोलन में शामिल हो गईं.  जामिया और शाहीन बाग में सभी 14 पोलिंग बूथ संवेदनशील थे इसलिये सुरक्षा बेहद कड़ी रही.  गौरतलब है कि  दिल्ली विधानसभा चुनावों के लिए मतदान समाप्त होने के साथ ही एग्जिट पोल के आंकड़े भी आने शुरू हो गए हैं. एनडीटीवी के पोल ऑफ एग्जिट पोल्स के जरिए आप सभी मीडिया हाउसेज के एग्जिट पोल एक साथ देख सकते हैं. पोल ऑफ एग्जिट पोल के अनुसार आम आदमी पार्टी को 56 सीटों पर जीत मिल सकती है, तो वहीं बीजेपी के खाते में 14 सीटें आने की संभावना है. इसके अलावा कांग्रेस की झोली में एक भी सीट आना मुश्किल नजर आ रहा है. 

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टाइम्‍स नाउ के एग्जिट पोल के अनुसार दिल्‍ली की 70 सीटों में से आम आदमी पार्टी को 47 सीटें मिल सकती हैं जबकि बीजेपी को 23 सीटें मिलने का अनुमान है. वहीं टीवी 9 भारतवर्ष-सिसेरो के एग्जिट पोल के अनुसार आम आदमी पार्टी 52-64 सीटें जीत सकती है जबकि बीजेपी को 6-16 सीटों से संतोष करना पड़ सकता है तो वहीं कांग्रेस को भी 0-2 सीटें मिलने का अनुमान है. रिपब्लिक टीवी के एग्जिट पोल की बात करें तो आम आदमी पार्टी के खाते में 48-61 सीटें जा सकती हैं वहीं बीजेपी के खाते में 9-21 सीटें जाने की संभावना है. इसके अलावा ABP News-C Voter के अनुसार आम आदमी पार्टी 49-63 सीटें जीतकर फिर सरकार बना सकती है. वहीं बीजेपी को 5-19 सीटें मिल सकती हैं. कांग्रेस 0-4 सीटें जीत सकती है. वहीं बात करें India Today - Axis My India के एग्जिट पोल की तो India Today - Axis My India के एग्जिट पोल के अुनसार आम आदमी पार्टी को 59-68 सीटें मिलने का अनुमान है जबकि बीजेपी को 2-11 सीटें मिल सकती हैं. वहीं कांग्रेस का खाता भी खुलना भी मुश्किल दिख रहा है.

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