दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में सेवा कर अनजाने में उनकी पार्टी की ओर से हुई ग़लती के लिए माफ़ी मांगी है। केजरीवाल ने कहा कि यूथ मैनिफ़ेस्टो जारी करने के दौरान उनकी पार्टी की ओर से अनजाने में जो ग़लती हुई थी और माफ़ी मांगने के लिए ही उन्होंने दरबार में सेवा की है।
केजरीवाल ने यह भी कहा कि सेवा कर उन्हें शांति मिली है। केजरीवाल ने स्वर्ण मंदिर में बर्तन धोकर सेवा की। दरअसल केजरीवाल के सहयोगी आशीष खेतान ने यूथ मैनिफ़ेस्टो जारी करते वक्त इसकी तुलना गुरुग्रंथ साहिब से की थी। साथ ही मैनिफ़ेस्टो में पार्टी के चुनाव चिन्ह झाड़ू के साथ स्वर्ण मंदिर की भी तस्वीर है। इस दौरान केजरीवाल के साथ आशीष खेतान, सुच्चा सिंह छोटेपुर, पूर्व पत्रकार कंवर संधू, हरजोत बैंस, भगवंत मान और साधू सिंह सहित कई नेता भी मौजूद थे।
पिछले दिनों आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रवक्ता आशीष खेतान पर धार्मिक भावनाएं भड़काने का आरोप लगाया गया था। उनके खिलाफ पंजाब में पुलिस शिकायत भी दर्ज की गई थी। इस मैनिफेस्टो विवाद के चलते उनकी सोशल मीडिया पर काफी आलोचना भी हुई। ट्विटर पर #KejriinsultsGoldenTemple के हैशटैग के साथ कई ट्वीट किए गए।
हालांकि बाद में खेतान ने यह कहते हुए माफी मांग ली थी कि उनका मकसद पवित्र ग्रंथ का निरादर करना नहीं था। लेकिन ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन नामक एक समूह ने कहा था कि यह काफी नहीं है और वह इस बाबत पुलिस में शिकायत दर्ज करवाएंगे। पंजाब के डेप्युटी सीएम सुखबीर सिंह बादल ने इसे 'ईशनिंदा का मामला' करार दिया था।
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