अभी टला नहीं है कोरोना का खतरा, COVID नियमों में हीलाहवाली पर बिहार के CM ने लोगों को चेताया; 10 बातें

देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) की दूसरी लहर सुस्त पड़ती दिख रही है. मई महीने के शुरुआत में जहां रोजाना करीब 4 लाख मामले सामने आ रहे थे अब इनकी संख्या घटकर एक लाख के नीचे आ गई है. साथ ही कोविड-19 से होने वाली मौतों की संख्या में भी गिरावट दर्ज की जा रही है. हालांकि, खतरा अब भी टला नहीं है.

अभी टला नहीं है कोरोना का खतरा, COVID नियमों में हीलाहवाली पर बिहार के CM ने लोगों को चेताया; 10 बातें

लोगों के मास्क नहीं पहनने पर बिहार के सीएम ने चेताया

नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) की दूसरी लहर सुस्त पड़ती दिख रही है. मई महीने के शुरुआत में जहां रोजाना करीब 4 लाख मामले सामने आ रहे थे अब इनकी संख्या घटकर एक लाख के नीचे आ गई है. साथ ही कोविड-19 से होने वाली मौतों की संख्या में भी गिरावट दर्ज की जा रही है. हालांकि, खतरा अब भी टला नहीं है. कई जगहों पर लोगों ने कोविड प्रोटोकॉल का सही से पालन नहीं करने की खबरें सामने आ रही हैं. दिल्ली, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश समेत अन्य राज्यों में कोरोना का ग्राफ नीचे आ रहा है. इसके मद्देनजर राज्यों ने कोरोना कर्फ्यू और लॉकडाउन जैसी पाबंदियों में धीरे-धीरे ढील देने शुरू किया है.  

मामले से जुड़ी अहम जानकारियां :

  1. कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने बताया कि कोविड-19 महामारी के मद्देनजर लागू लॉकडाउन संक्रमण की ऊंची दर वाले 11 जिलों में 21 जून तक लागू रहेगा. वहीं राज्य के बाकी हिस्सों में 14 जून से कुछ राहत दी जाएगी.

  2. झारखंड ने राज्य में ‘स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह' के नाम से लागू लॉकडाउन को कुछ छूट के साथ 17 जून सुबह छह बजे तक के लिए बढ़ा दिया है. इस दौरान पहले की छूटों के साथ अब सिर्फ जमशेदपुर को छोड़कर शेष सभी 23 जिलों में सभी दूकानें सुबह छह बजे से शाम चार बजे तक खोली जा सकेंगी.

  3. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बृहस्पतिवार को पटना में अनलॉक की स्थिति की समीक्षा के दौरान लोगों के मास्क नहीं लगाने पर चेताया कि ‘लोगों की इस चूक से कोरोना संक्रमण बढ़ सकता है.' दौरे के बाद नीतीश ने ट्वीट किया, ‘‘आज पटना शहर में कुछ इलाकों का भ्रमण किया. देखा कि कई लोग अभी भी मास्क नहीं लगा रहे हैं. लोगों की इस चूक से कोरोना संक्रमण बढ़ सकता है. बिहारवासियों से अपील है कि मास्क अवश्य लगाएं और दो गज की दूरी बनाए रखें.''

  4. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कोविड-19 रोधी टीकाकरण के लिए ‘सिर्फ ऑनलाइन पंजीकरण' होने पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि जिनके पास इंटरनेट की सुविधा नहीं है, उन्हें भी टीका लगना चाहिए. केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने इन उन पर पलटवार करते हुए कहा कि उन्हें भ्रम नहीं फैलाना चाहिए क्योंकि अब लोग टीकाकरण केंद्रों पर पहुंचकर भी पंजीकरण करा सकते हैं. 

  5. महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने राज्य में कोविड-19 से मृत्यु के कुछ मामले दर्ज नहीं होने की खबरों को खारिज करते हुए कहा कि सरकार पारदर्शी तरीके से काम कर रही है. राज्य में मृत्यु के 11,000 मामले कोविड-19 से मौत के आंकड़ों में दर्ज नहीं होने की खबरों पर टोपे ने कहा, ‘‘हर जिले में कोविड-19 के निजी और सरकारी अस्पताल हैं. सरकारी अस्पतालों में कोरोना से मृत्यु के आंकड़े नियमित अद्यतन किये जाते हैं, वहीं निजी अस्पतालों के आंकड़ों में देरी हो जाती है और इसलिए मामलों की संख्या में असमानता है.''

  6. झारखंड में कोरोना वायरस रोधी टीकों की बर्बादी को लेकर एक बार फिर केन्द्र और राज्य सरकार आमने-सामने हैं. केन्द्र सरकार ने कोविन ऐप के आंकड़ों के आधार पर झारखंड में टीकों की 33.95 प्रतिशत खुराकों की बर्बादी की बात कही तो झारखंड सरकार ने इसे पुराने आंकड़े बताते हुए दावा किया कि राज्य में टीके की खुराकों की बर्बादी पिछले दो सप्ताह में साढ़े चार प्रतिशत से घटकर सिर्फ डेढ़ प्रतिशत रह गयी है. 

  7. विदेश मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह उन भारतीय छात्रों के सामने आने वाली चुनौतियों से अवगत है, जो कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए लगाए गए प्रतिबंधों के कारण अपनी पढ़ाई जारी रखने के लिए विदेश यात्रा करने में असमर्थ हैं और मंत्रालय संबंधित सरकारों के समक्ष प्राथमिकता के आधार पर इस मुद्दे को उठा रहा है.

  8. एलोपैथी दवाओं की प्रभावोत्पादकता पर सवाल उठाकर एलोपैथिक चिकित्सकों के निशाने पर रहे योग गुरु रामदेव ने बृहस्पतिवार को इस मसले पर यू टर्न लेते हुए कहा कि वह जल्द ही कोविड-19 टीका लगवाएंगे और डॉक्टर ‘‘धरती पर के देवदूत''' हैं. 

  9. छत्तीसगढ़ में पिछले 24 घंटे के दौरान कोविड-19 के 1034 नये मामले सामने आये जिससे राज्य में इस वायरस से संक्रमित हुए लोगों की संख्या बढ़कर 9,84,950 हो गई. 292 लोगों को संक्रमण मुक्त होने के बाद अस्पतालों से छुट्टी दी गई, वहीं 1566 लोगों ने घर पर पृथकवास की अवधि पूर्ण की. राज्य में कोरोना वायरस संक्रमित 14 मरीजों की मौत हुई. 

  10. कोविड-19 के प्रकोप के कारण ‘वर्क फ्रॉम होम' यानी घर से काम करने के चलन के बीच टाटा संस के चेयरमैन ने कहा कि वह महामारी खत्म होने के बाद कर्मचारियों से कार्यालय आने के लिए कहेंगे क्योंकि आपसी परिचर्चा एक सामाजिक आवश्यकता है.