उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) में प्रदर्शनकारी किसानों पर गाड़ी चढ़ाने और उसके बाद भड़की हिंसा मामले में कांग्रेस ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ramnath Kovind) को चिट्ठी लिखकर उनसे मुलाकात का वक्त मांगा है, ताकि राहुल गांधी की अगुवाई में सात सदस्यों का एक प्रतिनिधिमंडल केस से जुड़े तथ्यों का विस्तृत ज्ञापन सौंप सके. पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल ने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर बताया है कि राहुल गांधी के नेतृत्व में एक डेलीगेशन मिलना चाहता है, इसके लिए समय आवंटित करें.
केसी वेणुगोपाल ने पत्र में लिखा है कि इस प्रतिनिधिमंडल में राहुल गांधी के अलावा एके एंटनी, मलिल्कार्जुन खड़गे, गुलाम नबी आजाद, प्रियंका गांधी वाड्रा, के सी वेणुगोपाल और अधीर रंजन चौधरी शामिल होंगे.
Lakhimpur Kheri violence | Congress seeks appointment with President Ram Nath Kovind for a 7-member party delegation led by Rahul Gandhi to present a detailed memorandum of facts pic.twitter.com/0rXZW44gye
— ANI (@ANI) October 10, 2021
पत्र में लिखा गया है कि सुप्रीम कोर्ट की कड़ी टिप्पणी के बावजूद मामले में केंद्रीय मंत्री और उनके परिवार के खिलाफ उचित कार्यवाही नहीं हो सकी है.
मंत्री के बेटे की गिरफ्तारी के पीछे, उसके भटकाने वाले जवाब और फोन लोकेशन: सूत्र
बता दें कि पिछले रविवार (03 अक्टूबर) को लखीमपुर खीरी जिले के तिकोनिया क्षेत्र में हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी. आरोप है कि केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा ने प्रदर्शनकारी किसानों पर पीछे से तेज रफ्तार थार महिंद्रा गाड़ी चढ़ा दी, जिसमें चार किसानों की मौत हो गई.
इस घटना के बाद भड़की हिंसा में चार अन्य लोगों समेत कुल आठ लोगों की जान चली गई. किसानों ने इस मामले में FIR दर्ज कराई है, जिसमें मंत्री पुत्र आशीष मिश्रा के अलावा सात अन्य लोग आरोपी हैं. कई दिनों की लुकाछिपी के बाद आशीष मिश्रा शनिवार को पूछताछ के लिए क्राइम ब्रांच के दफ्तर पेश हुए थे. इसके बाद पुलिस ने जांच में सहयोग नहीं करने पर गिरफ्तार कर लिया. आज उन्हें कोर्ट ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया.
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