पंश्चिम बंगाल कोरोनोवायरस संक्रमण की दूसरी लहर से सबसे अधिक प्रभावित होने वाले राज्यों में से एक है. देश के अन्य राज्यों की तरह पश्चिम बंगाल में भी ऑक्सीजन की किल्लत देखने को मिल रही है. पर्याप्त ऑक्सीजन न मिलने से लोग अपनी सांसों से जूझ रहे हैं. इस स्थिति को देखते हुए बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ऑक्सीजन की आपूर्ति में कमी के बारे में पत्र लिखकर जानकारी दी. बता दें कि ममता बनर्जी ने दो दिनों में दूसरी बार पीएम मोदी को ऑक्सीजन की कमी के बारे में लिखा है.
मुख्यमंत्री के रूप में तीसरी बार शपथ लेने वाली ममता बनर्जी ने राज्य में ऑक्सीजन की बढ़ती खपत के बारे में जानकारी दी और केंद्र से अधिक ऑक्सीजन देने का आग्रह किया.
उन्होंने कहा कि राज्य में ऑक्सीजन की मांग पहले ही प्रति दिन 470 मीट्रिक टन हो गई थी और इसके 550 मीट्रिक टन तक बढ़ने की उम्मीद है.
मुख्यमंत्री ने लिखा, "कोविड संक्रमित मामलों की बढ़ती संख्या के कारण मेडिकल ऑक्सीजन की मांग भी तेजी से बढ़ रही है. पिछले 24 घंटों में यह प्रति दिन 470 मीट्रिक टन हो गई है और अगले सात से आठ दिनों में बढ़कर 550 मीट्रिक टन होने की उम्मीद है."
ममता बनर्जी ने कहा कि बंगाल के मुख्य सचिव ने पहले ही केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव सहित केंद्र सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ इस मुद्दे को उठाया था. हालांकि, ऑक्सीजन आवंटन करने के बजाय, भारत सरकार ने अन्य राज्यों का आवंटन बढ़ा दिया.
जानकारी के मुताबिक, बंगाल लगभग 560 मीट्रिक टन मेडिकल ऑक्सीजन का उत्पादन करता है, जिसमें से मौजूदा समय में वे केवल 470 मीट्रिक टन का ही उपयोग कर रहा है.
वहीं, जैसे-जैसे मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, ऑक्सीजन की मांग भी तेजी से बढ़ने की उम्मीद है.
ममता बनर्जी ने कहा, "प्रति दिन 550 मीट्रिक टन से कम ऑक्सीजन, स्थिति पर बुरा प्रभाव डालेगा और इसकी कमी से कई जानें जा सकती हैं."
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