नागरिकता कानून (Citizenship Act) के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शन के बीच गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने युवाओं से अपील की है. अमित शाह ने कहा कि मैं देश के विद्यार्थियों और युवाओं से अपील करता हूं कि आप नागरिकता संशोधन एक्ट का अध्ययन करिये. इसमें किसी की भी नागरिकता छीनने का कोई प्रावधान ही नहीं है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस (Congress), आम आदमी पार्टी (AAP) और TMC आपको गुमराह कर रही हैं और देश के अंदर हिंसा का वातावरण पैदा कर रही हैं. उन्होंने कहा कि यह एक्ट गरीब दुखियारों लोगों को नागरिकता देने का काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि मैं कांग्रेस, टीएमसी और 'आप' को कहना चाहता हूं कि कृपया इस रास्ते से वापस आ जाइये, ये रास्ता किसी का भी भला नहीं करता.
मैं देश के विद्यार्थियों और युवाओं से अपील करता हूं कि आप नागरिकता संशोधन एक्ट का अध्ययन करिए।
— BJP (@BJP4India) December 16, 2019
इसमें किसी की भी नागरिकता छीनने का कोई प्रावधान ही नहीं है।
कांग्रेस, AAP और TMC पार्टी आपको गुमराह कर रही हैं और देश के अंदर हिंसा का वातावरण पैदा कर रही हैं: श्री @AmitShah pic.twitter.com/kuRcNQn0hF
गृह मंत्री अमित शाह ने झारखंड में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए ये बातें कहीं. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने देश की सीमाओं को सुरक्षित किया है, देश के अंदर विकास को आगे बढ़ाया है, जनभावनाओं का सम्मान किया है और झारखंड को विकास के रास्ते पर आगे बढ़ाया है. उन्होंने कहा कि जो जर्जर अवस्था में झारखंड भाजपा को मिला, पांच साल के अंदर घर-घर बिजली, शौचालय, गैस कनेक्शन, पीने का पानी और सखी मंडल के माध्यम से माताओं को रोजगार देने का काम भाजपा ने किया है.
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जामिया और AMU के छात्रों के साथ आए तीन IITs के छात्र
तीन प्रतिष्ठित IIT के छात्रों ने जामिया और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्रों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई का सोमवार को विरोध किया. आईआईटी कानपुर, आईआईटी मद्रास और आईआईटी बॉम्बे अक्सर प्रदर्शनों में शामिल नहीं होते और इनसे दूर ही रहते हैं, लेकिन इस बार उन्होंने छात्रों पर पुलिस कार्रवाई का विरोध किया है. आईआईटी कानपुर के छात्रों द्वारा लगाए गए एक पोस्टर में लिखा है, ‘उन्होंने यादवपुर विश्वविद्यालय में छात्रों के प्रदर्शन पर कार्रवाई की. हम कुछ नहीं बोले. उन्होंने एमटेक का शुल्क बढ़ा दिया, हम कुछ नहीं बोले.
जामिया और AMU के छात्रों के साथ आए तीन IITs के छात्र, कहा- यदि हम अब भी कुछ नहीं बोले तो...
उन्होंने जेएनयू (जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय) में छात्र प्रदर्शनकारियों को पीटा, हम कुछ नहीं बोले. और अब जेएमआई (जामिया मिल्लिया इस्लामिया) और एएमयू (अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय) के साथ यह हुआ. यदि हम अब भी कुछ नहीं बोले तो छात्र समुदाय के प्रति हमारी प्रतिबद्धता पर गंभीर सवाल खड़ा होगा.
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