झूहाई:
चीन का नया लड़ाकू विमान 'जे-20 स्टील्थ फायटर' झूहाई एयर शो में पहली बार लोगों के सामने पेश किया जाएगा. सैन्य शक्ति बढ़ाने की बीजिंग की कोशिशों के बीच इस विमान के निर्माता ने सोमवार को यह घोषणा की.
चीन के सरकारी एयरोस्पेस कंपनी एविक (एवीआईसी) के अध्यक्ष टैन रुइसॉन्ग ने कहा, 'जे-20 विमान 'जिस पर देश और दुनिया भर के सैन्य हथिायार विशेषज्ञ करीबी नजर बनाए हैं' लोगों के बीच पहली बार प्रदर्शन करेगी.' उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा, 'चीन 20 साल पहले एयरोस्पेस तकनीक में पिछड़ा हुआ था, लेकिन अब इसमें अग्रणी बन चुका है.'
चीन की एकमात्र अंतरराष्ट्रीय एयरोस्पेस प्रदर्शनी दक्षिण शहर झूहाई में हर दो साल पर आयोजित होती है. इस बार यहां सैन्य उपकरणों और विमानों की अब तक सबसे बड़ी प्रदर्शनी लगाई गई है. चार लाख 30 हजार वर्ग मीटर में फैली इस प्रदर्शनी में 42 देशों एवं क्षेत्रों की 700 कंपनियां शामिल हो रही है. इस प्रदर्शनी में 151 विमानों को भी रखा जाएगा, जिसमें वाई-20 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट को भी पहली बार शामिल किया गया है. यह विमान भारी साजो-सामान ले जाने और बड़ी तदाद में सैनिकों को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने में सक्षम है.
लंबी दूरी की मिसाइलों से लैस बेहद तेज और रडार की पकड़ में ना आने वाला यह नया लड़ाकू विमान जे-20 चीन की सैन्य क्षमता में बड़ा कदम माना जा रहा है. चीन नए आधुनिक सैन्य उपकरणों को तेजी से विकसित करने के लिए रक्षा अनुसंधान को बढ़ावा दे रहा है, जिनमें सबमरीन, एअरक्राफ्ट कैरियर और सैटेलाइट रोधी मिसाइल शामिल हैं. इसकी वजह से अमरीका और पूर्वी चीन एवं दक्षिण चीन सागर में पड़ोसी देशों में बेचैनी बढ़ रही है.
हालांकि इससे पहले चीन पर रूसी लड़ाकू विमानों की डिजायन की नकल करने के आरोप लगते रहे हैं और कुछ विश्लेषकों का कहना है कि इसका अगली पीढ़ी का जे-31 स्टील्थ फायटर अमेरिका द्वारा विकसित एफ-35 से काफी मिलता-जुलता है.
चीन के सरकारी एयरोस्पेस कंपनी एविक (एवीआईसी) के अध्यक्ष टैन रुइसॉन्ग ने कहा, 'जे-20 विमान 'जिस पर देश और दुनिया भर के सैन्य हथिायार विशेषज्ञ करीबी नजर बनाए हैं' लोगों के बीच पहली बार प्रदर्शन करेगी.' उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा, 'चीन 20 साल पहले एयरोस्पेस तकनीक में पिछड़ा हुआ था, लेकिन अब इसमें अग्रणी बन चुका है.'
चीन की एकमात्र अंतरराष्ट्रीय एयरोस्पेस प्रदर्शनी दक्षिण शहर झूहाई में हर दो साल पर आयोजित होती है. इस बार यहां सैन्य उपकरणों और विमानों की अब तक सबसे बड़ी प्रदर्शनी लगाई गई है. चार लाख 30 हजार वर्ग मीटर में फैली इस प्रदर्शनी में 42 देशों एवं क्षेत्रों की 700 कंपनियां शामिल हो रही है. इस प्रदर्शनी में 151 विमानों को भी रखा जाएगा, जिसमें वाई-20 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट को भी पहली बार शामिल किया गया है. यह विमान भारी साजो-सामान ले जाने और बड़ी तदाद में सैनिकों को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने में सक्षम है.
लंबी दूरी की मिसाइलों से लैस बेहद तेज और रडार की पकड़ में ना आने वाला यह नया लड़ाकू विमान जे-20 चीन की सैन्य क्षमता में बड़ा कदम माना जा रहा है. चीन नए आधुनिक सैन्य उपकरणों को तेजी से विकसित करने के लिए रक्षा अनुसंधान को बढ़ावा दे रहा है, जिनमें सबमरीन, एअरक्राफ्ट कैरियर और सैटेलाइट रोधी मिसाइल शामिल हैं. इसकी वजह से अमरीका और पूर्वी चीन एवं दक्षिण चीन सागर में पड़ोसी देशों में बेचैनी बढ़ रही है.
हालांकि इससे पहले चीन पर रूसी लड़ाकू विमानों की डिजायन की नकल करने के आरोप लगते रहे हैं और कुछ विश्लेषकों का कहना है कि इसका अगली पीढ़ी का जे-31 स्टील्थ फायटर अमेरिका द्वारा विकसित एफ-35 से काफी मिलता-जुलता है.
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