पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन निराशाजनक रहा है. यूपी से लेकर गोवा तक 5-0 का रिजल्ट रहा. पंजाब में तो उसने सत्ता ही गंवा दी. पार्टी के मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष भी हार गए. केरल से कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा है कि कांग्रेस अगर अपना भाग्य बदलना चाहती है तो वो अब बदलाव को टाल नहीं सकती. उन्होंने पार्टी के अन्य नेताओं की तरह परिवर्तन का समर्थन किया है. वो पार्टी की आधिकारिक लाइन से भी हटते नजर आए कि हार के लिए नेतृत्व को जिम्मेदार नहीं ठहराना है. शशि थरूर ने कहा कि जिस किसी को भी कांग्रेस पर भरोसा है, वो इन विधानसभा चुनावों के नतीजों को देखकर आहत है. यह समय है कि हम भारत के विचार को मजबूत करें, जिसके लिए कांग्रेस हमेशा खड़ी रही है और जो सकारात्मक एजेंडा वो देश के सामने रखती आई है.
And also of unemployment, inflation and bodies floating down the Ganga thanks to the mismanagement of the second wave of the #Covid pandemic. Also of communal hatred and divisive politics. Let's not be glib here. https://t.co/s1ED7jO3MV
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) March 10, 2022
इसके लिए सांगठनिक नेतृत्व में इस तरह बदलाव की जरूरत है, जिससे विचारों को दोबारा पैदा किया जा सके और लोगों को आकर्षित किया जा सके. लेकिन एक बात स्पष्ट है कि बदलाव को अब टाला नहीं जा सकता-अगर हमें सत्ता पानी है. हालांकि इस मांग के साथ उन्होंने अगले ही ट्वीट में बीजेपी पर निशाना भी साधा. कांग्रेस नेता जयवीर शेरगिल ने भी कहा कि हार तो हार है और इसका कोई भी औचित्य नहीं ठहराया जा सकता. वोट शेयर, मामूली हार से अंतर जैसी बातों से इसे सही नहीं ठहराया जा सकता. हमें जनादेश को पूरी विनम्रता से स्वीकार करना चाहिए और विफलता की वजहों पर सोचना चाहिए. यही पहला कदम होगा.
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