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This Article is From Jan 26, 2017

नोटबंदी संकट से निपटने की तैयारियों के खुलासे से रिजर्व बैंक प्रेस ने किया इनकार

नोटबंदी संकट से निपटने की तैयारियों के खुलासे से रिजर्व बैंक प्रेस ने किया इनकार
जवाब में कहा गया क‍ि ऐसे खुलासे से सरकार का हित प्रभावित हो सकता है. (प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर)
नई दिल्‍ली: रिजर्व बैंक की नोट छापने वाली अनुषंगी कंपनी ने सरकार द्वारा 8 नवंबर को नोटबंदी की घोषणा से पहले छापे गए 2,000 और 500 के नोटों की डिटेल देने से इनकार कर दिया है. उसका कहना है कि ऐसे खुलासे से सरकार का हित प्रभावित हो सकता है.

रिजर्व बैंक से आरटीआई के तहत मांगी जानकारी के जवाब में उसकी अनुषंगी ने आरटीआई कानून की धारा 8:1 (ए) का हवाला देते हुए कहा कि इसका खुलासा नहीं किया जा सकता है. दरअसल, आरबीआई से पूछा गया था कि केंद्रीय बैंक ने सरकार की नोटबंदी की घोषणा से पहले क्या तैयारियां की थीं. रिजर्व बैंक ने इस सवाल को भारतीय रिजर्व बैंक नोट (प्राइवेट) लिमिटेड, बेंगलुरु को भेज दिया था, जो केंद्रीय बैंक की अनुषंगी है और नोट छापने का काम करती है.

इसकी स्थापना 21 साल पहले की गई थी, ताकि जिससे रिजर्व बैंक की नोट छपाई की क्षमता को बढ़ाया जा सके और देश में बैंक नोटों की मांग और आपूर्ति के अंतर को दूर किया जा सके.

कंपनी ने कहा कि आरटीआई कानून के तहत देश की अखंडता, सुरक्षा, कूटनीति, वैज्ञानिक या आर्थिक हित के मद्देनजर कुछ सूचनाओं को सार्वजनिक नहीं किया जा सकता. हालांकि उसने अपने इस फैसले के पीछे कोई वजह नहीं बताई है कि 8 नवंबर से पहले छापी गई करेंसी के आंकड़े का खुलासा आरटीआई कानून की उपरोक्त धारा के तहत कैसे आता है. (इनपुट भाषा से भी)

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