पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
भारत की ओर से पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के तीन स्थानों पर सर्जिकल हमले संबंधी खुलासे के बाद पाकिस्तानी सेना ने नई दिल्ली पर सच्चाई को तोड़ने-मरोड़ने का आरोप लगाया है. भारत की ओर से बताया गया है कि यह सर्जिकल स्ट्राइक वहां किया गया जहां आतंकी एकत्रित होकर जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ की फिराक में थे.
पढ़ें क्या है सर्जिकल स्ट्राइकल
सैन्य अभियान के महानिदेशक (डीजी) लेफ्टिनेंट जनरल रणवीर सिंह ने आनन-फानन में बुलाए गए संवाददाता सम्मेलन में पत्रकारों को बताया, कुछ आतंकवादियों के घुसपैठ के इरादे से एकत्र होने की मिली पुख्ता और विश्वसनीय सूचना के बाद कल रात यह हमले किए गए. दूसरी ओर पाकिस्तानी सेना की प्रेस विंग ने ऐसे किसी हमले होने से इनकार किया है.
इस विंग ने कहा है कि भारत की ओर से सीमा से फायरिंग की गई जिसमें दो पाकिस्तानी सैनिकों की जान गई है. इसके एक बयान में कहा गया है कि भारत ने सच्चाई को तोड़ते-मरोड़ते हुए मीडिया का ध्यान आकर्षित करने के लिए क्रॉस बार्डर फायरिंग को सर्जिकल हमला बताया है. पाकिस्तान यह स्पष्ट करता है कि यदि पाकिस्तानी जमीन पर सर्जिकल हमला किया गया तो इसका मजबूती से जवाब दिया जाएगा.'
जानिए कब, क्या, कैसे हुआ सर्जिकल हमला
पूर्व वरिष्ठ राजनयिक और भारत-पाक मामलों के विशेषज्ञ विवेक काटजू ने अनुसार, भारत के सर्जिकल हमले से पाकिस्तान के इनकार को पाकिस्तान की ओर से स्थिति को शांत करने के प्रयास के रूप में देखा जाना चाहिए. दूसरी ओर, वायुसेना के पूर्व प्रमुख फली मेजर ने कहा कि मुझे लगता है कि निश्चित रूप से हमारे खिलाफ कुछ जवाबी कार्रवाई हो सकती है. हालांकि उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का इंकार इस बात के संकेत देता है कि वह सैन्य कार्रवाई बढ़ाने के खिलाफ है.
गौरतलब है कि इस माह के प्रारंभ में उरी में सेना के एक शिविर पर आतंकी हमले के बाद से ही भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्तों में कड़वाहट बढ़ गई थी. उमी हमले में सेना के 18 जवान शहीद हुए थे. भारत ने संयुक्त राष्ट्र सहित कई इंटरनेशनल फोरम पर कहा था कि उरी हमला कश्मीर घाटी में जारी हिंसा के कुछ हफ्तों बाद हुआ है और इस हिंसा को पाकिस्तान की ओर से वित्तीय रूप से पोषित किया जा रहा है.
पढ़ें क्या है सर्जिकल स्ट्राइकल
सैन्य अभियान के महानिदेशक (डीजी) लेफ्टिनेंट जनरल रणवीर सिंह ने आनन-फानन में बुलाए गए संवाददाता सम्मेलन में पत्रकारों को बताया, कुछ आतंकवादियों के घुसपैठ के इरादे से एकत्र होने की मिली पुख्ता और विश्वसनीय सूचना के बाद कल रात यह हमले किए गए. दूसरी ओर पाकिस्तानी सेना की प्रेस विंग ने ऐसे किसी हमले होने से इनकार किया है.
इस विंग ने कहा है कि भारत की ओर से सीमा से फायरिंग की गई जिसमें दो पाकिस्तानी सैनिकों की जान गई है. इसके एक बयान में कहा गया है कि भारत ने सच्चाई को तोड़ते-मरोड़ते हुए मीडिया का ध्यान आकर्षित करने के लिए क्रॉस बार्डर फायरिंग को सर्जिकल हमला बताया है. पाकिस्तान यह स्पष्ट करता है कि यदि पाकिस्तानी जमीन पर सर्जिकल हमला किया गया तो इसका मजबूती से जवाब दिया जाएगा.'
जानिए कब, क्या, कैसे हुआ सर्जिकल हमला
पूर्व वरिष्ठ राजनयिक और भारत-पाक मामलों के विशेषज्ञ विवेक काटजू ने अनुसार, भारत के सर्जिकल हमले से पाकिस्तान के इनकार को पाकिस्तान की ओर से स्थिति को शांत करने के प्रयास के रूप में देखा जाना चाहिए. दूसरी ओर, वायुसेना के पूर्व प्रमुख फली मेजर ने कहा कि मुझे लगता है कि निश्चित रूप से हमारे खिलाफ कुछ जवाबी कार्रवाई हो सकती है. हालांकि उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का इंकार इस बात के संकेत देता है कि वह सैन्य कार्रवाई बढ़ाने के खिलाफ है.
गौरतलब है कि इस माह के प्रारंभ में उरी में सेना के एक शिविर पर आतंकी हमले के बाद से ही भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्तों में कड़वाहट बढ़ गई थी. उमी हमले में सेना के 18 जवान शहीद हुए थे. भारत ने संयुक्त राष्ट्र सहित कई इंटरनेशनल फोरम पर कहा था कि उरी हमला कश्मीर घाटी में जारी हिंसा के कुछ हफ्तों बाद हुआ है और इस हिंसा को पाकिस्तान की ओर से वित्तीय रूप से पोषित किया जा रहा है.
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