साध्वी निरंजन ज्योति के विवादास्पद बयान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान के बावजूद संसद में गतिरोध नहीं टूटा। इस मुद्दे पर कांग्रेस और टीएमसी के सांसदों ने संसद के बाहर धरना प्रदर्शन किया। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी इस धरने में शामिल थे। प्रदर्शन के दौरान सभी सांसदों ने मुंह पर काली पट्टी बांध रखी थी।
दरअसल, विपक्ष निरंजन ज्योति के इस्तीफे पर अड़ा हुआ है। वहीं सरकार ने कह दिया है कि चाहे जो हो जाए, साध्वी का इस्तीफा नहीं होगा।
गौरतलब है कि संसद के दोनों सदनों में साध्वी निरंजन ज्योति के बयान पर लगातार हंगामा हो रहा है। निरंजन ज्योति अपने बयान के लिए माफी मांग चुकी हैं। विपक्ष की मांग के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा और लोकसभा में बयान भी दिया है। पीएम ने कहा कि मंत्री पहले ही माफी मांग चुकी हैं, सदन चलने दें।
गुरुवार को भी प्रधानमंत्री के बयान के बावजूद राज्यसभा में कोई काम नहीं हो सका था। सूत्रों के मुताबिक, सरकार और कांग्रेस में ये सहमति बन गई थी कि मोदी के बयान के बाद सदन चलेगा, लेकिन कांग्रेस पलट गई।
कांग्रेसी नेताओं के मुताबिक, जनता परिवार ने सरकार से सहयोग का फैसला नहीं किया इसलिए कांग्रेस भी बाकी विपक्ष के ही साथ रही। सूत्रों के मुताबिक़, कांग्रेस नेतृत्व ने साफ कहा कि जिस बीजेपी ने विपक्ष में रहते हुए कई हफ्तों तक संसद नहीं चलने दी उसे रियायत नहीं दी जा सकती। यही रणनीति लोकसभा में भी दिखी, जहां एआईएडीएमके और बीजेडी को छोड़ सारे विपक्ष ने कार्यवाही का बहिष्कार किया।
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