लखनऊ/मुजफ्फरनगर/मेरठ:
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा रविवार को आहूत पश्चिमी उत्तर प्रदेश बंद का मिला-जुला असर रहा। मुजफ्फरनगर सहित राज्य के पश्चिमी हिस्से के करीब 15 जिलों में प्रमुख बाजार और व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे। मिश्रित आबादी वाले इलाकों में दुकानें खुली रहीं। बंद के मद्देनजर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। इस दौरान कहीं से हिंसा की कोई खबर नहीं है।
भाजपा की उत्तर प्रदेश इकाई ने मुजफ्फरनगर हिंसा के संबंध में अपने दो विधायकों की गिरफ्तारी के विरोध में रविवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश बंद का आह्वान किया था। पार्टी ने सोमवार को प्रदेशभर में धरना-प्रदर्शनकी घोषणा की है।
मेरठ, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, गाजियाबाद, बुलंदशहर, शामली, हापुड़, बागपत, बिजनौर, मुरादाबाद सहित पश्चिमी उत्तर प्रदेश के करीब 15 जिलों में प्रमुख बाजारों में सुबह से सन्नाटा पसरा रहा, हालांकि मिश्रित आबादी वाले इलाकों में दुकानें खुली रहीं। सड़कों पर लोगों की आवाजाही रही।
मुजफ्फरनगर शहर में भगत सिंह रोड, एसडी़ मार्केट, मोलाहेड़ी बाजार, दाल मंडी सहित अधिकतर प्रमुख बाजार बंद रहे। मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में दुकानें खुली रहीं।
वहीं मेरठ में सुबह से भाजपा कार्यकर्ता प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकात वाजपेयी की अगुवाई में व्यापारियों से दुकानें बंद करने का आग्रह करते नजर आए। भाजपा के बंद को व्यापारियों का समर्थन मिला। अधिकतर बाजारों में दिनभर ताले लटके रहे।
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता विजय बाहुदर पाठक ने कहा कि राज्य सरकार की भेदभावपूर्ण और एकतरफा कार्रवाई के विरोध में रविवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में शांतिपूर्ण बंद का आह्वान किया गया था। मेरठ सहित पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों के व्यापारियों ने बंद में भाजपा को पूरा सहयोग किया। बंद न केवल अभूतपूर्व रहा, बल्कि इसे प्रभावी जन समर्थन मिला। उन्होंने समाजवादी पार्टी (सपा) सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि बिजनौर सहित कुछ जिलों में पुलिस ने जिलाध्यक्षों को शनिवार को ही हिरासत में ले लिया था। ऐसी स्थिति में भी पार्टी द्वारा आहूत बंद पूरी तरह सफल रहा।
वहीं प्रशासन की तरफ से कहा गया था कि अगर भाजपा कार्यकर्ताओं ने कहीं पर जबरन दुकानें बंद कराने की कोशिश की तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी हालांकि मेरठ, नोएडा, सहारनपुर, रामपुर जैसे कुछ स्थानों पर भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा जबरन दुकानें बंद करवाने की खबरें आईं।
उल्लेखनीय है कि पुलिस ने मुजफ्फरनगर हिंसा के आरोप में दो भाजपा विधायकों- संगीत सोम और सुरेश राणा- को गिरफ्तार किया है।
पाठक ने बताया कि भाजपा विधायकों की गिरफ्तारी और सपा सरकार की एकतरफा कार्रवाई के विरोध में प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर सोमवार को धरना-प्रदर्शन होगा। जिसके जरिए भाजपा नेता और कार्यकर्ता प्रदेश सरकार के एक पक्षीय रवैए को जनता के समक्ष रखेंगे।
भाजपा की उत्तर प्रदेश इकाई ने मुजफ्फरनगर हिंसा के संबंध में अपने दो विधायकों की गिरफ्तारी के विरोध में रविवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश बंद का आह्वान किया था। पार्टी ने सोमवार को प्रदेशभर में धरना-प्रदर्शनकी घोषणा की है।
मेरठ, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, गाजियाबाद, बुलंदशहर, शामली, हापुड़, बागपत, बिजनौर, मुरादाबाद सहित पश्चिमी उत्तर प्रदेश के करीब 15 जिलों में प्रमुख बाजारों में सुबह से सन्नाटा पसरा रहा, हालांकि मिश्रित आबादी वाले इलाकों में दुकानें खुली रहीं। सड़कों पर लोगों की आवाजाही रही।
मुजफ्फरनगर शहर में भगत सिंह रोड, एसडी़ मार्केट, मोलाहेड़ी बाजार, दाल मंडी सहित अधिकतर प्रमुख बाजार बंद रहे। मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में दुकानें खुली रहीं।
वहीं मेरठ में सुबह से भाजपा कार्यकर्ता प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकात वाजपेयी की अगुवाई में व्यापारियों से दुकानें बंद करने का आग्रह करते नजर आए। भाजपा के बंद को व्यापारियों का समर्थन मिला। अधिकतर बाजारों में दिनभर ताले लटके रहे।
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता विजय बाहुदर पाठक ने कहा कि राज्य सरकार की भेदभावपूर्ण और एकतरफा कार्रवाई के विरोध में रविवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में शांतिपूर्ण बंद का आह्वान किया गया था। मेरठ सहित पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों के व्यापारियों ने बंद में भाजपा को पूरा सहयोग किया। बंद न केवल अभूतपूर्व रहा, बल्कि इसे प्रभावी जन समर्थन मिला। उन्होंने समाजवादी पार्टी (सपा) सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि बिजनौर सहित कुछ जिलों में पुलिस ने जिलाध्यक्षों को शनिवार को ही हिरासत में ले लिया था। ऐसी स्थिति में भी पार्टी द्वारा आहूत बंद पूरी तरह सफल रहा।
वहीं प्रशासन की तरफ से कहा गया था कि अगर भाजपा कार्यकर्ताओं ने कहीं पर जबरन दुकानें बंद कराने की कोशिश की तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी हालांकि मेरठ, नोएडा, सहारनपुर, रामपुर जैसे कुछ स्थानों पर भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा जबरन दुकानें बंद करवाने की खबरें आईं।
उल्लेखनीय है कि पुलिस ने मुजफ्फरनगर हिंसा के आरोप में दो भाजपा विधायकों- संगीत सोम और सुरेश राणा- को गिरफ्तार किया है।
पाठक ने बताया कि भाजपा विधायकों की गिरफ्तारी और सपा सरकार की एकतरफा कार्रवाई के विरोध में प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर सोमवार को धरना-प्रदर्शन होगा। जिसके जरिए भाजपा नेता और कार्यकर्ता प्रदेश सरकार के एक पक्षीय रवैए को जनता के समक्ष रखेंगे।
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