बिहार में विधानसभा चुनाव के दौरान लगे होर्डिंग (फाइल फोटो)।
पटना:
चुनावों में प्रचार पर अंधाधुंध पैसे खर्च करके चुनाव नहीं जीते जा सकते। इस सत्य को भारतीय जनता पार्टी से बेहतर कोई नहीं जानता और न समझा सकता है। कम से कम बिहार चुनाव के अनुभव और बीजेपी और जनता दल यूनाइटेड के चुनाव आयोग को दिए गए खर्च के हिसाब से नतीजा तो यही निकलता है।
बीजेपी के 53, जदयू के 71 प्रत्याशियों को मिली जीत
खर्च के विस्तृत आंकड़ों को देखने पर यही लगता है कि जितना पैसा बीजेपी ने प्रचार पर खर्च किया उससे कम जनता दल यूनाइटेड ने पूरे चुनाव अभियान पर खर्च किया। चुनाव आयोग को दिए गए खर्च के ब्योरे के अनुसार भारतीय जनता पार्टी ने बिहार चुनाव में 135 करोड़ खर्च किए वहीं जनता दल यूनाइटेड का बिहार चुनाव में कुल खर्च मात्र 14 करोड़ था। विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 157 उम्मीदवार मैदान में उतरे थे वहीं जनता दल यूनाइटेड ने 101 सीटों पर चुनाव लड़ा था। जहां बीजेपी के मात्र 53 वहीं जनता दल यूनाइटेड के 71 उम्मीदवार चुनाव जीते।
विज्ञापन पर खर्च किए 40 करोड़ रुपये
अगर चुनाव आयोग में दी गई विस्तृत जानकारी को देखें तो बीजेपी ने अपने प्रचार, जिसमें प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में विज्ञापन पर करीब 40 करोड़ रुपये खर्च किए। वहीं बैनर और पोस्टर पर इसका खर्च करीब 10 करोड़ था। इसकी तुलना में जनता दल यूनाइटेड ने विज्ञापन, पोस्टर , झंडे पर मात्र 9 करोड़ 70 लाख रुपये खर्च किए। हेलीकॉप्टर से प्रचार पर जहां बीजेपी ने 37 करोड़ का खर्च दिखाया है वहीं जनता दल यूनाइटेड ने हेलीकॉप्टर से प्रचार पर 2 करोड़ 28 लाख से कुछ अधिक का खर्च दिखाया है। भारतीय जनता पार्टी ने अपने 157 उम्मीदवारों को करीब 20 लाख प्रति उम्मीदवार के हिसाब से 31 करोड़ 30 लाख दिए वहीं चुनाव आयोग में दिए गए ब्यौरे के अनुसार जनता दल यूनाइटेड ने मात्र 30 लाख रुपये अपने उम्मीदवारों के बीच वितरित किए।
लोक जनशक्ति पार्टी का व्यय करीब 62 लाख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुनाव के दौरान 23 जनसभाओं पर पार्टी ने अपना खर्च करीब 2 करोड़ 93 लाख दिखाया है। बीजेपी की सहयोगी लोक जनशक्ति पार्टी ने 42 उम्मीदवार खड़े किए थे। उसके आंकड़ों के अनुसार उनका पूरा खर्च मात्र 61 लाख 93 हजार हुआ। उपेन्द्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक समता पार्टी ने अपने 23 उम्मीदवारों पर 52 लाख से कुछ अधिक खर्च किए।
राजद और कांग्रेस ने नहीं दिया व्यय का ब्यौरा
फिलहाल राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस ने अपना खर्च का ब्यौरा चुनाव आयोग को नहीं सौपा है। बीजेपी और जनता दल यूनाइटेड के खर्च में जमीन-आसमान के अंतर पर बीजेपी नेता नंद कशोर यादव का कहना हैं कि उनकी पार्टी अन्य दलों की तरह खर्च छिपाने में विश्वास नहीं करती।
बीजेपी के 53, जदयू के 71 प्रत्याशियों को मिली जीत
खर्च के विस्तृत आंकड़ों को देखने पर यही लगता है कि जितना पैसा बीजेपी ने प्रचार पर खर्च किया उससे कम जनता दल यूनाइटेड ने पूरे चुनाव अभियान पर खर्च किया। चुनाव आयोग को दिए गए खर्च के ब्योरे के अनुसार भारतीय जनता पार्टी ने बिहार चुनाव में 135 करोड़ खर्च किए वहीं जनता दल यूनाइटेड का बिहार चुनाव में कुल खर्च मात्र 14 करोड़ था। विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 157 उम्मीदवार मैदान में उतरे थे वहीं जनता दल यूनाइटेड ने 101 सीटों पर चुनाव लड़ा था। जहां बीजेपी के मात्र 53 वहीं जनता दल यूनाइटेड के 71 उम्मीदवार चुनाव जीते।
विज्ञापन पर खर्च किए 40 करोड़ रुपये
अगर चुनाव आयोग में दी गई विस्तृत जानकारी को देखें तो बीजेपी ने अपने प्रचार, जिसमें प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में विज्ञापन पर करीब 40 करोड़ रुपये खर्च किए। वहीं बैनर और पोस्टर पर इसका खर्च करीब 10 करोड़ था। इसकी तुलना में जनता दल यूनाइटेड ने विज्ञापन, पोस्टर , झंडे पर मात्र 9 करोड़ 70 लाख रुपये खर्च किए। हेलीकॉप्टर से प्रचार पर जहां बीजेपी ने 37 करोड़ का खर्च दिखाया है वहीं जनता दल यूनाइटेड ने हेलीकॉप्टर से प्रचार पर 2 करोड़ 28 लाख से कुछ अधिक का खर्च दिखाया है। भारतीय जनता पार्टी ने अपने 157 उम्मीदवारों को करीब 20 लाख प्रति उम्मीदवार के हिसाब से 31 करोड़ 30 लाख दिए वहीं चुनाव आयोग में दिए गए ब्यौरे के अनुसार जनता दल यूनाइटेड ने मात्र 30 लाख रुपये अपने उम्मीदवारों के बीच वितरित किए।
लोक जनशक्ति पार्टी का व्यय करीब 62 लाख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुनाव के दौरान 23 जनसभाओं पर पार्टी ने अपना खर्च करीब 2 करोड़ 93 लाख दिखाया है। बीजेपी की सहयोगी लोक जनशक्ति पार्टी ने 42 उम्मीदवार खड़े किए थे। उसके आंकड़ों के अनुसार उनका पूरा खर्च मात्र 61 लाख 93 हजार हुआ। उपेन्द्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक समता पार्टी ने अपने 23 उम्मीदवारों पर 52 लाख से कुछ अधिक खर्च किए।
राजद और कांग्रेस ने नहीं दिया व्यय का ब्यौरा
फिलहाल राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस ने अपना खर्च का ब्यौरा चुनाव आयोग को नहीं सौपा है। बीजेपी और जनता दल यूनाइटेड के खर्च में जमीन-आसमान के अंतर पर बीजेपी नेता नंद कशोर यादव का कहना हैं कि उनकी पार्टी अन्य दलों की तरह खर्च छिपाने में विश्वास नहीं करती।
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