
- कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या के मामले को एक साल पूरा हो गया है
- मुख्य आरोपी संजय रॉय को गिरफ्तार कर अदालत ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी
- मामले की जांच कलकत्ता हाईकोर्ट ने सीबीआई को सौंपी थी, जबकि सुप्रीम कोर्ट ने भी स्वतः संज्ञान लेकर सवाल उठाए थे
RG Kar Rape-Murder Case: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर के साथ हुए रेप और निर्मम तरीके से हत्या के मामले को एक साल पूरा हो चुका है. इस घटना को लेकर पूरे पश्चिम बंगाल में काफी बवाल मचा था, अब इसके एक साल पूरे होने पर पूरे राज्य में तनाव का माहौल है. पुलिस अलर्ट मोड पर है और तमाम तरह के प्रदर्शन पर नजर रखी जा रही है. वहीं पीड़ित परिवार ने सीबीआई को कटघरे में खड़ा किया है और गंभीर सवाल उठाए हैं. आइए इस मामले की पूरी टाइमलाइन जानते हैं और आपको बताते हैं कि अब तक क्या-क्या हुआ.
आज ही के दिन यानी 9 अगस्त को पिछले साल आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में 31 साल की ट्रेनी डॉक्टर के साथ दुष्कर्म हुआ, इसके बाद आरोपी ने उसकी बेरहमी से हत्या कर दी. इस मामले के सामने आने के बाद प्रदर्शन तेज हुए और पुलिस पर कई तरह के सवाल उठने लगे.
- 10 अगस्त, 2024 को कोलकाता पुलिस ने मुख्य और एकमात्र आरोपी सिविक वॉलिंटियर संजय रॉय को गिरफ्तार किया.
- 12 अगस्त, 2024 को आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के प्रिंसिपल ने इस्तीफा दे दिया.
- 13 अगस्त को भारी प्रदर्शन और विवाद के बीच कलकत्ता हाईकोर्ट ने मामले की जांच सीबीआई को सौंपी.
- 15 अगस्त की आधी रात विरोध प्रदर्शन के बीच भीड़ ने अस्पताल में तोड़फोड़ की और इमरजेंसी वार्ड को नुकसान पहुंचाया.
- 18 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट ने मामले का स्वतः संज्ञान लिया और सरकार से कई तरह के सवाल किए.
- मामला बढ़ता देख 21 अगस्त 2024 को सीआईएसएफ ने अस्पताल की सुरक्षा संभाली.
- 7 अक्टूबर 2024 को सीबीआई ने आरोपी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की और 11 नवंबर, 2024 से मुकदमा शुरू हुआ.
- 16 जनवरी 2025 को मामले की सुनवाई पूरी हुई और 18 जनवरी को कोर्ट ने मुख्य और एकमात्र आरोपी संजय रॉय को दोषी ठहराया.
- 20 जनवरी 2025 को अदालत ने संजय रॉय को आजीवन कारावास की सजा सुनाई.
- 22 जनवरी 2025 को सीबीआई ने संजय रॉय के लिए मृत्युदंड की मांग करते हुए कलकत्ता हाईकोर्ट में अपील की.
- 28 मार्च 2025 को सीबीआई ने कलकत्ता हाईकोर्ट को बताया कि संजय रॉय ही एकमात्र आरोपी है और सामूहिक बलात्कार का कोई सबूत नहीं है.
- जुलाई 2025 में दोषी संजय रॉय ने कलकत्ता हाईकोर्ट में अपनी सजा के खिलाफ अपील की और निर्दोष होने का दावा किया.

न्याय दिलाने के लिए प्रदर्शन
आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुए इस रूह कंपा देने वाले मामले को लेकर अब एक बार फिर लोगों में गुस्सा है. इस घटना के एक साल पूरे होने पर पूरे पश्चिम बंगाल में कई जगह जुलूस निकाले गए और विरोध प्रदर्शन देखा गया. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि इस मामले में अब तक न्याय नहीं मिल पाया है, इसमें जो भी लोग शामिल थे, उन्हें हर हाल में सजा मिलनी चाहिए. वहीं पीड़िता के परिजनों ने भी सीबीआई पर ठीक से जांच नहीं करने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि वो गृहमंत्री से मुलाकात कर इस मामले में सही जांच की मांग करेंगे.
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नबन्ना मार्च पर रोक
आरजी कर हॉरर के एक साल बाद नबन्ना अभियान के तहत प्रदर्शन का आह्वाहन किया गया था, जिस पर पुलिस ने रोक लगा दी है. पुलिस ने कहा है कि सुरक्षा और आधिकारिक अनुमति के चलते इसकी इजाजत नहीं दी गई है. इसके अलावा पुलिस पूरी तरह से तैयार है. तमाम सरकारी बिल्डिंगों के बाहर बैरिकेड्स लगाए गए हैं और भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. दरअसल नबन्ना हावड़ा का एक प्रशासनिक भवन है, जिसके बाहर छात्र और बाकी लोग प्रदर्शन करने वाले थे, जिसकी इजाजत नहीं दी गई है.

पुलिस की पूरी तैयारी
बताया जा रहा है कि इस नबन्ना प्रोटेस्ट में हजारों की संख्या में लोग शामिल हो सकते हैं. इसे देखते हुए कोलकाता पुलिस ने एक दिन पहले ही नबन्ना की ओर जाने वाली कई सड़कों पर ट्रैफिक पूरी तरह से या अस्थाई तौर पर बंद कर दिया है. कोलकाता और हावड़ा में कई जगहों पर लोहे के बैरिकेड्स, टैंकर और वाटर कैनन तैनात किए जा रहे हैं. उधर जूनियर डॉक्टर्स भी शाम 4 बजे के आसपास कालीघाट में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आवास की ओर एक विरोध मार्च निकालने वाले हैं, इसे लेकर भी पुलिस तैयारियां कर रही है.
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