बिहार के मुजफ्फपुर में चमकी बुखार से बच्चों की मौत के मामले में सुप्रीम कोर्ट में बिहार सरकार ने हलफ़नामा दाखिल किया है. बिहार सरकार ने माना है कि बिहार में स्वास्थ्य सेवा खस्ताहाल है.
बिहार सरकार ने कहा कि राज्य स्वास्थ्य विभाग में सभी स्तरों पर कम से कम 50 प्रतिशत पद रिक्त हैं. स्वास्थ्य विभाग में डॉक्टरों की 57 फीसदी कमी है. 71 प्रतिशत नर्सों के पद खाली हैं. तय मानदंडों के अनुसार राज्य में उपलब्ध मानव संसाधनों में कमी है.
बिहार सरकार ने कहा है कि इस पूरे मामले में मुख्यमंत्री की व्यक्तिगत रूप से नजर थी. सरकार इस बीमारी पर काबू पाने के हर संभव प्रयास कर रही है. सामाजिक और आर्थिक सर्वेक्षण के आधार पर बेहतर पोषण मुहैया कराने का आदेश सरकार ने दिए हैं.
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सुप्रीम कोर्ट इस हफ्ते इस मामले की सुनवाई करेगा. बिहार सरकार ने कोर्ट को बताया है कि AES से 157 बच्चों की मौत हुई है. राज्य सरकार ने ICU की संख्या भी बढ़ाई है. इस मामले में गाइडलाइन का पालन किया जा रहा है. पहले सालों के मुकाबले चमकी बुखार से मौत के मामलों में गिरावट आई है और ये 19 फीसदी रह गया है.
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