'एयरो इंडिया 2017' में विश्व भर के रक्षा क्षेत्र से जुड़ी कंपनियां अपने उत्पादों का प्रदर्शन करेंगी. (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
हर दो सालों पर आयोजित किए जाने वाले एशिया का सबसे बड़ा विमानों का मेला 'एयरो इंडिया' की शुरुआत आज से होने वाली है. इस प्रदर्शनी में विश्व भर के रक्षा क्षेत्र से जुड़ी कंपनियां अपने उत्पादों का प्रदर्शन करेंगी. इस चार दिवसीय कार्यक्रम में 270 भारतीय कंपनियां और 279 विदेशी कंपनियां हिस्सा लेंगी. इस कार्यक्रम में 72 विमानों को प्रदर्शित किया जाएगा.
अंतरराष्ट्रीय एयरोस्पेस व रक्षा प्रदर्शनी 'एयरो इंडिया' येलहांका स्थित वायुसेना स्टेशन पर शुरू होगी, जहां रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर प्रदर्शनी का उद्घाटन करेंगे जबकि सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत व वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ भी इस अवसर पर मौजूद रहेंगे. इस पांच दिवसीय कार्य्रकम का आयोजन रक्षा प्रदर्शनी संगठन (डीईओ) कर रहा है. इस कार्यक्रम का आयोजन 14-18 फरवरी तक किया जाएगा. इस कार्यक्रम में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री वाई एस चौधरी, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री राजीव प्रताप रूडी और कई अन्य गणमान्य व्यक्ति हिस्सा लेंगे.
इस बार कुल 549 देशी-विदेशी कंपनियां एयरो इंडिया में हिस्सा ले रही हैं. इनमें 270 भारतीय और 279 विदेशी कंपनियां होंगी. कई विदेशी कंपनियां मेक इन इंडिया के तहत स्वदेशी कंपनियों के साथ मिलकर नए-नए हथियार बनाने की कोशिश करेंगे, ताकि किसी भी तरह उन्हें हथियार बनाने के ऑर्डर मिलें. अगर लड़ाकू विमानों का ऑर्डर मिला तो एफ-18 जैसे लड़ाकू विमान बनाने वाली अमेरिकी कंपनी बोइंग तो भारत में ही विमान बनाने को तैयार है. ऐसा ही ऑफर दूसरे लड़ाकू विमान बनाने वाली कंपनियां भी दे रही हैं.
विदेश की कई कंपनियां सेना के तीनों अंगों को लड़ाकू हेलीकॉप्टर बेचने के फिराक में हैं. वैसे आम लोगों के लिए आकर्षण का मुख्य केन्द्र आसमान में करतब करने वाली ऐरोबेटिक टीमें होगी. भारतीय वायुसेना की हेलीकॉप्टर ऐरोबेटिक टीम सारंग और लड़ाकू विमानों की ऐरोबेटिक टीम सूर्यकिरण के अलावा स्वीडन और बिट्रेन की टीम आसमान में हवाई करतब करेगी, जिसे देखकर लोग को दातों तले उंगली दबाने को मजबूर हो जांएगे.
(इनपुट एजेंसियों से भी)
अंतरराष्ट्रीय एयरोस्पेस व रक्षा प्रदर्शनी 'एयरो इंडिया' येलहांका स्थित वायुसेना स्टेशन पर शुरू होगी, जहां रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर प्रदर्शनी का उद्घाटन करेंगे जबकि सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत व वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ भी इस अवसर पर मौजूद रहेंगे. इस पांच दिवसीय कार्य्रकम का आयोजन रक्षा प्रदर्शनी संगठन (डीईओ) कर रहा है. इस कार्यक्रम का आयोजन 14-18 फरवरी तक किया जाएगा. इस कार्यक्रम में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री वाई एस चौधरी, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री राजीव प्रताप रूडी और कई अन्य गणमान्य व्यक्ति हिस्सा लेंगे.
इस बार कुल 549 देशी-विदेशी कंपनियां एयरो इंडिया में हिस्सा ले रही हैं. इनमें 270 भारतीय और 279 विदेशी कंपनियां होंगी. कई विदेशी कंपनियां मेक इन इंडिया के तहत स्वदेशी कंपनियों के साथ मिलकर नए-नए हथियार बनाने की कोशिश करेंगे, ताकि किसी भी तरह उन्हें हथियार बनाने के ऑर्डर मिलें. अगर लड़ाकू विमानों का ऑर्डर मिला तो एफ-18 जैसे लड़ाकू विमान बनाने वाली अमेरिकी कंपनी बोइंग तो भारत में ही विमान बनाने को तैयार है. ऐसा ही ऑफर दूसरे लड़ाकू विमान बनाने वाली कंपनियां भी दे रही हैं.
विदेश की कई कंपनियां सेना के तीनों अंगों को लड़ाकू हेलीकॉप्टर बेचने के फिराक में हैं. वैसे आम लोगों के लिए आकर्षण का मुख्य केन्द्र आसमान में करतब करने वाली ऐरोबेटिक टीमें होगी. भारतीय वायुसेना की हेलीकॉप्टर ऐरोबेटिक टीम सारंग और लड़ाकू विमानों की ऐरोबेटिक टीम सूर्यकिरण के अलावा स्वीडन और बिट्रेन की टीम आसमान में हवाई करतब करेगी, जिसे देखकर लोग को दातों तले उंगली दबाने को मजबूर हो जांएगे.
(इनपुट एजेंसियों से भी)
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