अनुच्छेद 370 (Article 370) हटाए जाने के फैसले के बाद कश्मीर घाटी में सुरक्षा की समीक्षा के लेकर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और गृह सचिव राजीव गौबा श्रीनगर पहुंच गए हैं. वहीं योजना आयोग ने जानकारी दी है कि जम्मू-कश्मीर में तीन महीने का खाने-पीने का स्टॉक जमा कर दिया गया है. डोभाल और राजीव गौबा हर जानकारी केंद्र सरकार को दे रहे हैं. राज्य में पहले ही अतिरिक्त अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई थी. सोमवार रात राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने सुरक्षा हालात की समीक्षा की है. उन्होंने किसी भी हालात से निपटने के लिए निरंतर सतर्कता बरतने और तैयारी की आवश्यकता पर ज़ोर दिया. साथ ही घाटी में बिजली, पानी की आपूर्ति और स्वास्थ्य सेवाओं समेत लोगों को विभिन्न सार्वजनिक सेवाओं की आवश्यक आपूर्ति और वितरण के बारे में जानकारी दी. जम्मू और श्रीनगर में लगातार धारा 144 लागू है. ऐसे में घाटी के ज़्यादातर शहरों में सड़कों पर सन्नाटा पसरा है. इक्का-दुक्का लोग नज़र आ रहे हैं. साथ ही बाज़ार भी बंद हैं. बड़ी संख्या में सुरक्षाबल की तैनाती है जो लगातार चप्पे-चप्पे पर नज़र बनाए हुए हैं. वहीं अनुच्छेद 370 (Article 370) हटाए जाने के फ़ैसले के बाद पूर्व मुख्यमंत्री मुफ़्ती और उमर अब्दुल्ला को गिरफ़्तार किया गया है. पीडीपी नेता महबूबा मुफ़्ती और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला की गिरफ़्तारी के बाद श्रीनगर के सरकारी गेस्ट हाउस में ले जाया गया है. कश्मीर में सुरक्षा जिस कदर बढ़ाई गई है उससे लगता है कि लॉक डाउन की स्थिति लंबी चलने वाली है
10 बड़ी बातें
- राज्यपाल सत्यपाल मलिक को सूचित किया गया है कि कश्मीर घाटी में आवश्यक वस्तुओं की कोई कमी नहीं है और यह स्टॉक तीन महीने तक चलेगा. श्रीनगर में प्लानिंग कमीशन के प्रिंसिपल सेक्रेटरी ने बताया है कि कश्मीर घाटी में तीन महीने से ज़्यादा का चावल, गेहूं, मीट, अंडे और पेट्रोल है.
- कानून-व्यवस्था की स्थिति और सरकारी तंत्र की तैयारियों की समीक्षा करते हुए, राज्यपाल मलिक ने विभिन्न विभागों और एजेंसियों के बीच निरंतर सतर्कता, तत्परता और तालमेल की आवश्यकता पर जोर दिया.
- राज्यपाल ने जमीनी स्थिति पर लगातार कड़ी नजर बनाए रखने की आवश्यकता दोहराई और लोगों के समग्र हित के लिए समाज में शांति और सद्भाव लाने के लिए निरंतर प्रयासों के महत्व को रेखांकित किया.
- बाहर के लोग घाटी के लोगों से संपर्क नहीं कर पा रहे हैं, क्योंकि मोबाइल और लैंडलाइन सेवा रविवार रात से ही बंद है. जो लोग कश्मीर आना चाहते हैं, उनके एयर टिकट पास की तरह इस्तेमाल होंगे. सुरक्षाबलों को एयर टिकट दिखाने के बाद ही घाटी में जा सकते हैं.
- जम्मू कश्मीर से धारा 370 (Article 370) हटाने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) और उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) गिरफ्तार किया गया है.
- पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) को गिरफ्तारी के बाद श्रीनगर के सरकारी गेस्ट हाउस (हरि नगर गेस्ट हाउस) में ले जाया गया है.
- आज लोकसभा में जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन बिल पर चर्चा होगी. इसके बाद इसपर वोटिंग होगी. कल राज्यसभा में इसके पक्ष में 125 वोट पड़े जबकि विपक्ष में 61.
- वहीं लोकसभा में भी इस बिल को पास कराने में कोई अड़चन नहीं है. हालांकि ये ऐतिहासिक फ़ैसला विवादों से परे नहीं है. इस बिल को लाकर जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने से जुड़ी विवादित अनुच्छेद 370 की धार मोदी सरकार ने ख़त्म कर दी गई है.
- इसके लिए अनुच्छेद 370 के एक प्रावधान का इस्तेमाल कर उन अन्य प्रावधानों को ख़त्म कर दिया गया. जो राज्य को विशेष दर्जा देते थे.इसके बाद जम्मू-कश्मीर का अपना संविधान, अपना झंडा ख़त्म हो गया है.
- उस पर भारत का ही संविधान लागू होगा और उसका झंडा राष्ट्रध्वज तिरंगा ही होगा. यही नहीं जम्मू-कश्मीर को दो अलग अलग केंद्र शासित प्रदेशों में बदलने का भी फ़ैसला किया गया जिससे जुड़ा बिल राज्यसभा में कल आसानी से पास हो गया.