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This Article is From Jun 03, 2020

केरल: एक और हथिनी की मौत की खबर आई, जबड़े में है फ्रैक्‍चर, अधिकारियों को शक-पटाखे हो सकते हैं कारण..

एक वरिष्‍ठ अधिकारी ने NDTV को बताया, 'पोस्टमार्टम से पता चलता है कि इस हथिनी को जबड़े में फ्रैक्चर हुआ था, यह फ्रैक्‍चर उसके द्वारा खाई गई चीज का परिणाम हो सकता है. हम रासायनिक विश्‍लेषण रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं. हमें संदेह है कि पटाखों के कारण ऐसा हो सकता है.'

केरल: एक और हथिनी की मौत की खबर आई, जबड़े में है फ्रैक्‍चर, अधिकारियों को शक-पटाखे हो सकते हैं कारण..
केरल में इससे पहले भी मादा हाथी की मौत विस्‍फोटक भरा अनानास खाने से हो चुकी है
नई दिल्ली:

केरल में एक गर्भवती हाथी की विस्‍फोटकों से भरा अनानास (Pineapple) खाने से हुई मौत को लेकर देश के लोगों का गुस्‍सा अभी थम भी नहीं पाया है कि राज्‍य से इसी तरह की घटना में एक और हथिनी की दर्दनाक मौत का मामला सामने आया है. रिपोर्टों के अनुसार, कोल्‍लम जिले के जंगलों में अप्रैल माह में इसी तरह की घटना में एक मादा हाथी को जान गंवानी पड़ी थी. एक वरिष्‍ठ अधिकारी ने NDTV को बताया, 'पोस्टमार्टम से पता चलता है कि इस हथिनी को जबड़े में फ्रैक्चर हुआ था, यह फ्रैक्‍चर उसके द्वारा खाई गई चीज का परिणाम हो सकता है. हालांकि मौत के कारण के बारे में निश्चित रूप से कुछ नहीं कहा जा सकता. हम रासायनिक विश्‍लेषण रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं. हमें संदेह है कि पटाखों के कारण ऐसा हो सकता है.' अधिकारियों को यह मादा हाथी पठानपुरम के जंगलों में एक जलधारा के पास मिली थी. एक वरिष्ठ वन अधिकारी ने बताया, "वह बहुत कमजोर थी. हमने उसे कुछ दवा देने की कोशिश की लेकिन वह कुछ किलोमीटर दूर चली गई. अगले दिन वह लड़खड़ाकर गिर गई."

गौरतलब है कि इससे पहले साइलेंट वैली के एक गर्भवती मादा हाथी के पटाखों से भरे अनानास खाने से मौत की घटना ने लोगों और वन्‍य जीव प्रेमियों को झकझोर कर रख दिया था. विस्‍फोटक इस हथिनी के मुंह के फट गए थे और 27 मई को इसकी मौत हो गई थी. केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा कि हाथी की मौत के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. मुख्‍यमंत्री ने कहा, "वन विभाग मामले की जांच कर रहा है और दोषियों को कानून के दायरे में लाया जाएगा." 

सोशल मीडिया पर शेयर की गई तस्वीरों में इस हथिनी को नदी में मुंह और सूंड को दबाकर खड़ा देखा गया था, शायद असहनीय दर्द से राहत पाने के लिए उसने ऐसा किया था. बाद में इसी स्थिति में उसकी मौत हो गई थी. वन अधिकारी आशिक अली ने NDTV को बताया, "हमें नहीं पता कि घटना कब हुई. लेकिन हमें संदेह है कि यह लगभग 20 दिन पहले हुआ होगा. "दिल को दहला देने वाली घटना तब सामने आई थी जब वन अधिकारी मोहन कृष्णन ने अपने फेसबुक पेज पर एक इमोशनल पोस्ट किया था. कृष्णन ने अपने पोस्‍ट में लिखा, "जब हमने देखा कि वह नदी में खड़ी है और उसका सिर पानी में डूबा हुआ था. उसे इस बात का अहसास हो गया था कि वह मरने वाली थी. ऐसे में उसने खड़़े रहते हुए जलसमाधि ले ली." कृष्‍णन के पास ही हथिनी को नदी के किनारे पर लाने की कठिन चुनौती थी जिसे उन्‍होंने पूरा किया. इस हथिनी ने साइलेंट वैली के जंगलों को छोड़ दिया था और भोजन की तलाश में पास के गाँव में भटक गई थी. देश में बने पटाखों के साथ अनानास का उपयोग आमतौर पर स्थानीय लोगों जंगली सूअरों के खिलाफ अपने खेतों की रक्षा के लिए करते हैं. वन अधिकारियों के अनुसार, संदेह है कि हथिनी ने इन्‍हीं अन्‍नानास में से एक खाया था.
 

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