पाकिस्तानी लड़ाकू विमान को गिराने वाले वायुसेना के पायलट अभिनंदन वर्धमान को मिला प्रमोशन

फरवरी 2019 में पाकिस्तानी लड़ाकू विमान को मार गिराने वाले भारतीय वायुसेना ने विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान के लिए ‘ग्रुप कैप्टन’ रैंक की मंजूरी मिल गई है. उन्हें पड़ोसी देश में तीन दिनों तक बंधक रखा गया था.

पाकिस्तानी लड़ाकू विमान को गिराने वाले वायुसेना के पायलट अभिनंदन वर्धमान को मिला प्रमोशन

वायुसेना के पायलट अभिनंदन वर्धमान को मिला प्रमोशन. फाइल फोटो

नयी दिल्ली:

भारतीय वायुसेना ने विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान के लिए ‘ग्रुप कैप्टन' रैंक की मंजूरी दी है. आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी. वर्धमान ने फरवरी 2019 में पाकिस्तान के साथ हवाई झड़प के दौरान दुश्मन के एक लड़ाकू विमान को मार गिराया था और उन्हें पड़ोसी देश में तीन दिनों तक बंधक रखा गया था.

सूत्रों ने बताया कि रैंक को मंजूरी दे दी गई है और निर्धारित प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद उन्हें यह मिल जाएगा. उन्होंने प्रक्रिया के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि नया रैंक मिलने के बाद कोई भी अधिकारी पद के लिए रिक्ति होने पर इसे धारण करते हैं.

अफगानिस्तान पर भारत में हो रहे सम्मेलन में पाकिस्तानी NSA का शिरकत करने से इंकार

वर्धमान ने एक पाकिस्तानी लड़ाकू विमान को 27 फरवरी 2019 को मार गिराया था, जब पड़ोसी देश ने बालाकोट हवाई हमले को लेकर एक दिन पहले भारत के खिलाफ जवाबी कार्रवाई शुरू की थी. दोनों देशों के बीच हुई हवाई झड़प के दौरान विंग कमांडर वर्धमान का मिग-21 विमान गिर जाने के बाद उन्हें पाकिस्तान ने पकड़ लिया था. यह घटनाक्रम परमाणु आयुध से लैस दोनों पड़ोसी देशों के बीच दशकों में सर्वाधिक गंभीर सैन्य संकट था.

वायुसेना ने शेयर की हेलिकॉप्टर के हैरतअंगेज करतब दिखाते हुए तस्वीरें, सोशल मीडिया पर तारीफ करते नहीं थक रहे लोग

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

वर्धमान ने अपना विमान गिरने से पहले पाकिस्तान के एफ-16 लड़ाकू विमान को मार गिराया था. वर्धमान को पाकिस्तान ने एक मार्च की रात रिहा कर दिया था.हवाई झड़प के दौरान मिग-21 बाइसन से कूदने के दौरान उन्हें चोटें आई थीं. उस साल बाद में, उन्हें वीर चक्र से सम्मानित किया गया था, जो युद्धकाल के लिए भारत का तीसरा सर्वोच्च वीरता पदक है.



(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)