केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Union Agriculture Minister Narendra Singh Tomar) ने एनडीटीवी से कहा है कि अगर किसान संगठनों को बातचीत का हमारा प्रस्ताव स्वीकार नहीं है तो किसान संगठन बातचीत का अपना प्रस्ताव लेकर आएं, हम उस पर बात करने के लिए तैयार हैं. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि चर्चा तभी आगे बढ़ती है, जब दोनों पक्ष आगे बढ़ने की कोशिश करें
तोमर ने कहा कि सरकार और किसान संगठनों के बीच 11 दौर की बातचीत हो चुकी है. हम किसान संगठनों के सामने 7 से 8 प्रस्ताव रख चुके हैं लेकिन किसान यूनियन ने बिना तर्क के हमारे सभी प्रस्तावों को अस्वीकार कर दिया. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि बिना विषय पर चर्चा कैसे होगी? उन्होंने कहा कि संसद में नए कृषि कानूनों पर जो विरोध हो रहे हैं, वह राजनीतिक हैं.
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बता दें कि तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन कर रहे किसान रोजाना 200 की संख्या में सिंधू बॉर्डर से आकर जंतर-मंतर पर समानांतर संसद चला रहे हैं और केंद्र सरकार के कानूनों की आलोचना कर रहे हैं. इन किसानों को शांतिपूर्ण प्रदर्शन की इजाजत दिल्ली के उप राज्यपाल ने दी है.
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