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This Article is From Jul 09, 2021

'गला काट सकते हैं' वाले भड़काऊ भाषण के बाद भी BJP नेता के खिलाफ पुलिस ने नहीं की कार्रवाई

हरियाणा बीजेपी (Haryana BJP) के प्रवक्ता और करणी सेना के प्रमुख सूरजपाल अम्मू (Suraj Pal Amu) ने हाल ही में पटौदी गांव में आयोजित एक महापंचायत में भड़काऊ भाषण दिया था.

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'गला काट सकते हैं' वाले भड़काऊ भाषण के बाद भी BJP नेता के खिलाफ पुलिस ने नहीं की कार्रवाई
सूरज पाल अम्मू ने महापंचायत में यह भाषण दिया था.
चंडीगढ़:

हरियाणा बीजेपी (Haryana BJP) के प्रवक्ता और करणी सेना के प्रमुख सूरजपाल अम्मू (Suraj Pal Amu) ने हाल ही में पटौदी गांव में आयोजित एक महापंचायत में भड़काऊ भाषण दिया था. वहां करीब 100 पुलिसकर्मी मौजूद थे. उनका वीडियो काफी वायरल हुआ था लेकिन इस भाषण के सोशल मीडिया पर सामने आने के बाद भी अम्मू या आयोजकों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है. वीडियो में बीजेपी प्रवक्ता मुस्लिमों के लिए आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं. उन्होंने कहा था, 'वे (मुस्लिम) मूंछें काटते हैं, हम गला काट सकते हैं. हम उन्हें चुन-चुनकर ठोकेंगे.'

कानून के जानकार कहते हैं कि उनका भाषण हेट स्पीच के नियमों का उल्लंघन करता है. साथ ही यह आईपीसी की धारा 153 A और B के तहत भी आता है. इसके तहत दोषी पाए जाने पर तीन साल की जेल या जुर्माना या फिर दोनों का प्रावधान है.

मानेसर के डीसीपी वरुण सिंगला ने कहा कि उन्हें वीडियो के बारे में जानकारी है लेकिन अभी तक कार्रवाई इसलिए नहीं की गई क्योंकि उनके भाषण के खिलाफ कोई भी शिकायत नहीं मिली है. बता दें कि कानून अभद्र भाषा को एक संज्ञेय अपराध के रूप में वर्गीकृत करता है, जिसके लिए पुलिस को गिरफ्तारी करने के लिए औपचारिक शिकायत या अदालती वारंट की आवश्यकता नहीं होती है. अगर पुलिस स्वतंत्र रूप से अपराध के बारे में जागरूक हो जाती है तो पुलिस को कार्रवाई करने का अधिकार है.

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डीसीपी ने कहा कि मौके पर 100 से ज्यादा पुलिसकर्मी मौजूद थे ताकि किसी तरह की हिंसा को रोका जा सके. उन्होंने कहा कि जाहिर तौर पर पुलिस किसी संज्ञेय अपराध के लिए बगैर शिकायत के संज्ञान ले सकती है और वे इसके लिए कानूनी रास्ते देख रहे हैं.

सूरज पाल अम्मू के सत्ताधारी दल से जुड़ा होने के चलते कार्रवाई न होने के आरोप पर डीसीपी ने कहा कि ऐसा हरगिज नहीं है. ये सिर्फ इसलिए हुआ क्योंकि हमें कोई शिकायत नहीं मिली और इसलिए इस मामले में अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की जा सकी है.

गौरतलब है कि इस कार्यक्रम का आयोजन विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल, स्थानीय गोरक्षा दल और कुछ नेताओं द्वारा कराया गया था. एक आयोजक नेता सत्यनारायण RSS से ताल्लुक रखते हैं. उन्होंने कहा कि प्रशासन से औपचारिक अनुमति नहीं मिलने के बावजूद वे कार्यक्रम में शामिल हुए थे.

उन्होंने कहा, 'हमने प्रशासन से कहा था कि हम ये पंचायत आयोजित करना चाहते हैं. उन्होंने लिखित में कुछ नहीं दिया लेकिन हमने अपनी तरफ से उन्हें ये कह दिया था. प्रशासन ने मना भी नहीं किया और इजाजत भी नहीं दी. उन्हें ऐसा लगा था कि 4-5 लोग आएंगे.' महापंचायत के वायरल हो रहे वीडियो में काफी संख्या में भीड़ नजर आ रही है.

पटौदी गांव के रहने वाले सरफराज ने NDTV से कहा कि उनके खिलाफ कोई FIR नहीं हुई है. काफी सारे वीडियो हैं, जाहिर है सभी असली हैं तो फिर कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है. मुस्लिमों का हिंदुओं से गहरा रिश्ता है और रहेगा लेकिन उन्हें इस तरह के भाषण बंद करने होंगे. सरकार क्या कर रही है. वे उन्हें क्यों नहीं रोक रही है. पटौदी गांव पहले ऐसा नहीं था लेकिन जब से इन लोगों के पास सत्ता आई है, वे हमारा भाईचारा खत्म करना चाहते हैं.

हरियाणा बीजेपी के प्रवक्ता डीपी कौशिक ने सूरज पाल अम्मू के भाषण को आपत्तिजनक बताया. उन्होंने कहा कि इस तरह के मुद्दे नहीं उठाए जाने चाहिए. ये कुछ दिनों पुराना मामला है. पार्टी इस बारे में विचार करेगी.

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