यह ख़बर 28 सितंबर, 2011 को प्रकाशित हुई थी

कुलकर्णी से मिलने जेल पहुंचे आडवाणी

खास बातें

  • कैश फॉर वोट मामले में जेल गए भाजपा के पूर्व सांसद सुधींद्र कुलकर्णी से मिलने बुधवार को भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी तिहाड़ जेल पहुंचे।
नई दिल्ली:

नोट के बदले वोट मामले में तिहाड़ जेल भेजे गए अपने दो सांसदों और वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के पूर्व सहायक सुधीन्द्र कुलकर्णी का जम कर बचाव करते हुए भाजपा ने बुधवार को कहा कि ये तीनों 2008 में तत्कालीन संप्रग सरकार के विश्वास मत के लिए सांसदों के वोट खरीदे जाने के प्रयासों का पर्दाफाश करने वाले लोग हैं। पार्टी ने कहा कि ये सभी शाबाशी के पात्र हैं न न कि सज़ा के। आडवाणी और राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरूण जेटली ने आज तिहाड़ जेल जाकर वहां बंद भाजपा के दो पूर्व सांसदों फग्गन सिंह कुलस्ते और महावीर भागोरा तथा कुलकर्णी से मुलाकात की। बताया जाता है मुलाकात के दौरान आडवाणी ने आश्वासन दिया कि तीनों को हर संभव कानूनी सहायता मुहैया कराई जाएगी। जेटली ने इन तीनों का बचाव करते हुए संवाददाताओं से कहा, वोटों की खरीद फरोख्त का पर्दाफाश करने वालों के साथ वैसा व्यवहार नहीं किया जा सकता है जैसा रिश्वत लेने-देने वालों के साथ होता है। उन्होंने कहा कि विश्वास मत के दौरान 19 सांसदों ने क्रास वोटिंग की थी या मत विभाजन में भाग नहीं लिया और यह खुला आरोप है कि सांसदों को प्रभावित करने के लिए धन बल का इस्तेमाल हुआ। जेटली ने कहा, दिल्ली पुलिस स्वीकार कर चुकी है कि विश्वास मत के लिए प्रथम दृष्टया रिश्वत दी गई ..हमारे सांसद रिश्वत लेने देने की करतूत का सिर्फ पर्दाफाश करने में शामिल थे। यह पूछे जाने पर कि भाजपा सांसदों ने तब पुलिस में शिकायत क्यों नहीं की और नोटों की गड्डियां संसद में क्यों लाए, उन्होंने तर्क दिया कि जेएमएम मामले में उच्चतम न्यायालय का निर्णय है कि ऐसे मामलों का अधिकार क्षेत्र केवल संसद है और इसलिए उक्त सांसदों ने इस संबंध में लोकसभा को सूचित किया। कुलस्ते और भागोरा को छह सितंबर को न्याययिक हिरासत में तिहाड़ भेज दिया गया था और कुलकर्णी को कल अमेरिका से लौटने पर भेजा गया। लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज पार्टी के दोनों उक्त पूर्व सांसदों से तिहाड़ जाकर पहले ही मुलाकात कर चुकी हैं।


Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com