पेगासस (Pegasus Case) के मुद्दे पर संसद में हंगामा जारी है. सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से नहीं चल पा रही है. इस पूरे मामले पर कांग्रेस के नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि हम पर आरोप लगता है कि हम संसद नहीं चलने दे रहे हैं. हमने तो बस एक दो सवाल पूछे हैं कि क्या आपने पेगासस ऐप ख़रीदा या उसका उपयोग किया है. उसका जवाब हां या ना में हो सकता है. अगर आपने इसका उपयोग किसी व्यक्ति विशेष के लिए किया तो उसका नाम बताइए. इससे ज़्यादा सरल भाषा में सवाल नहीं हो सकता है. सरकार की तरफ से जवाब आए हैं, लेकिन दो सवालों का एक भी जवाब नहीं है.
पहला जवाब है कि विपक्ष का ये सवाल एक षड्यंत्र है, राजनीतिक साज़िश है. दूसरा कि इस देश में अमुक रूल के अंतर्गत इंटरसेप्शन होते हैं. इसकी टाइमिंग को लेकर भी सवाल उठाए हैं, लेकिन जो मूल प्रश्न है उसका जवाब नहीं दिया गया है. ऐसे-ऐसे दस जवाब आए हैं. ये भी कहा गया है कि इस पर संसद के बाहर बात करेंगे, लेकिन संसद में क्यों नहीं? इस पर बहस क्यों नहीं. संसद को लोकतंत्र का मंदिर कहा जाता है, लेकिन यहां लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं.
गौरतलब है कि पेगासस जासूसी मामले को लेकर सरकार और विपक्ष के बीच टकराव जारी है. सुबह से बार-बार कार्यवाही स्थगित हो रही है. कल लोकसभा में हुए हंगामे और पेपर फाड़कर उछाले जाने को लेकर स्पीकर ओम बिरला ने आज कड़ी चेतावनी दी. स्पीकर ने कहा कि आसन के प्रति कल जो आचरण हुआ वह अनुचित था.सदस्य अपने आचरण और व्यवहार में मर्यादाओं का रखें ध्यान. हमें सदन की गरिमा बनाए रखनी है. भविष्य में यदि स्वस्थ परंपरा टूटी तो कड़ी कार्रवाई करनी पड़ेगी .
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं