सीवाईएसएस के कार्यक्रम में केजरीवाल
नई दिल्ली:
क्या आम आदमी पार्टी का छात्र संगठन छात्र युवा संघर्ष समिति (CYSS) दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ का चुनाव नहीं लड़ेगी? आम आदमी पार्टी के भीतर इस बात को लेकर चर्चा चल रही है कि DUSU चुनाव 2016 लड़ें या ना लड़ें?
पार्टी सूत्र बताते हैं कि इस बात पर कोई अंतिम फैसला नहीं लिया गया है लेकिन सीवाईएसएस के नेताओं की तरफ ये सुझाव आये हैं कि इस बार का चुनाव ना लड़ा जाए क्योंकि -
1. पार्टी के पास इस समय चुनाव लड़ने का पैसा नहीं है।
2. दूसरे छात्र संगठन जैसे NSUI और ABVP के मुकाबले संसाधन और संगठन नहीं।
3. छात्र संघ चुनाव में अवैध पैसे का बोलबाला, लिंगदोह समिति की सिफारिशें लागू होने के बाद लड़े चुनाव।
4. छात्र नेताओं के साथ हिंसा आम बात हो रही है लेकिन पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही।
पार्टी सूत्रों ने जो कारण बताए इसके अलावा भी ऐसे कारण माने जा रहे हैं जिनके चलते आम आदमी पार्टी का छात्र संगठन DUSU चुनाव ना लड़े
1. आम आदमी पार्टी आगामी पंजाब और गोवा विधान सभा चुनाव के लिए अपने धन और संसाधन को एकत्र करना चाहती है।
2. DUSU में अच्छे प्रदर्शन का कोई ख़ास फायदा होगा नहीं लेकिन खराब प्रदर्शन से नुकसान ज़्यादा होने की संभावना
आपको बता दें कि CYSS ने साल 2015 में पहली बार दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ का चुनाव लड़ा था जिसमे उसको करीब 20 फीसदी वोट मिले थे और उसके उम्मीदवार दूसरे, तीसरे और चौथे नंबर पर रहे थे।
बीजेपी नेता विजेंद्र गुप्ता ने इस मुद्दे पर एनडीटीवी से कहा कि हार के डर से ये लोग चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। पिछली बार भी केजरीवाल के चेहरे पर चुनाव लड़कर बुरी तरह हर गए थे। युवा अगर केजरीवाल को रिजेक्ट करते हैं तो बहुत खराब सन्देश जाता है, इसलिये ये मैदान छोड़कर भाग रहे हैं। आप तो कहते थे हम बुराई से लड़ने आये हैं, मैदान छोड़कर क्यों भाग रहे हैं।
पार्टी सूत्र बताते हैं कि इस बात पर कोई अंतिम फैसला नहीं लिया गया है लेकिन सीवाईएसएस के नेताओं की तरफ ये सुझाव आये हैं कि इस बार का चुनाव ना लड़ा जाए क्योंकि -
1. पार्टी के पास इस समय चुनाव लड़ने का पैसा नहीं है।
2. दूसरे छात्र संगठन जैसे NSUI और ABVP के मुकाबले संसाधन और संगठन नहीं।
3. छात्र संघ चुनाव में अवैध पैसे का बोलबाला, लिंगदोह समिति की सिफारिशें लागू होने के बाद लड़े चुनाव।
4. छात्र नेताओं के साथ हिंसा आम बात हो रही है लेकिन पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही।
पार्टी सूत्रों ने जो कारण बताए इसके अलावा भी ऐसे कारण माने जा रहे हैं जिनके चलते आम आदमी पार्टी का छात्र संगठन DUSU चुनाव ना लड़े
1. आम आदमी पार्टी आगामी पंजाब और गोवा विधान सभा चुनाव के लिए अपने धन और संसाधन को एकत्र करना चाहती है।
2. DUSU में अच्छे प्रदर्शन का कोई ख़ास फायदा होगा नहीं लेकिन खराब प्रदर्शन से नुकसान ज़्यादा होने की संभावना
आपको बता दें कि CYSS ने साल 2015 में पहली बार दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ का चुनाव लड़ा था जिसमे उसको करीब 20 फीसदी वोट मिले थे और उसके उम्मीदवार दूसरे, तीसरे और चौथे नंबर पर रहे थे।
बीजेपी नेता विजेंद्र गुप्ता ने इस मुद्दे पर एनडीटीवी से कहा कि हार के डर से ये लोग चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। पिछली बार भी केजरीवाल के चेहरे पर चुनाव लड़कर बुरी तरह हर गए थे। युवा अगर केजरीवाल को रिजेक्ट करते हैं तो बहुत खराब सन्देश जाता है, इसलिये ये मैदान छोड़कर भाग रहे हैं। आप तो कहते थे हम बुराई से लड़ने आये हैं, मैदान छोड़कर क्यों भाग रहे हैं।
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