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This Article is From Jun 15, 2021

केंद्र ने वैक्सीन के कारण एक मौत की पुष्टि की, कहा- 'नुकसान से ज्यादा फायदे'

कोरोना जैसे गंभीर संक्रमण से बचाव का जरिया सिर्फ वैक्सीन रहा है. दूसरी लहर में ऐसा पाया गया कि वैक्सीन के कारण कई लोग संक्रमण की चपेट में आने के बावजूद निंयत्रित स्थिति में रहे.

AEFI वह कमेटी है, जो वैक्सीन के बाद होने वाले विपरीत असर की निगरानी करती है (तस्वीर- प्रतीकात्मक)

नई दिल्ली:

Death due to corona vaccine: कोरोना जैसे गंभीर संक्रमण से बचाव का जरिया सिर्फ वैक्सीन रहा है. दूसरी लहर में ऐसा पाया गया कि वैक्सीन के कारण कई लोग संक्रमण की चपेट में आने के बावजूद निंयत्रित स्थिति में रहे. लेकिन अब इसके असर के विपरित एक खबर सामने आ रही है. पहली बार AEFI कमिटी ने अपनी रिपोर्ट में माना है कि एक व्यक्ति की मौत वैक्सीन की वजह से हुई है. 31 मार्च को एक 68 वर्षीय कोविड संक्रमित मरीज की मौत हो गई थी, जिसने कोरोना रोधी टीके की दोनों खुराकें ली थीं. हालांकि रिपोर्ट में यह भी साफ लिखा गया है कि वैक्सीन की फायदे कहीं ज्यादा हैं. AEFI वह कमेटी है, जो वैक्सीन के बाद होने वाले विपरीत असर की निगरानी करती है. पहली बार है इस कमेटी ने वैक्सीन के कारण एक मौत की बात को माना है. रिपोर्ट के अनुसार 31 सीरियस AEFI का मूल्यांकन किया था, इसमें 28 लोगों की मौत हुई थी. बताते चलें कि जबसे टीकाकरण की शुरुआत हुई है तब से यह सभी 31 मामले सीरियस AEFI के आए हैं. इन पर कमिटी ने अपनी रिपोर्ट तैयार की है. 

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राष्ट्रीय एईएफआई समिति के सलाहकार एनके अरोड़ा ने बताया कि रिपोर्ट के अनुसार इन सब 28 मौत में से 1 मौत वैक्सीन की वजह से हुई है. तीन लोगों को Anaphylaxis (वैक्सीन लेने के आधे घंटे के अंदर शरीर में हुए सीवियर रिएक्शन के तौर पर माना जाता है) की शिकायत आई है. दो अस्पताल में भर्ती होने के बाद ठीक हो गए जबकि 1 की मौत हो गई. कुल 31 सीरियस AEFI में से 18 मामले आकस्मिक रहे, जिनका वैक्सीन से कोई नाता नहीं रहा है. 7 मामले ऐसे थे जिसमें मरीज की स्थिति टीकाकरण के तुरंत बाद बिगड़ गई लेकिन ऐसा कोई सबूत नहीं मिला जिनसे साफ हो कि यह टीके के कारण हो रहा है. 

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तीन मरीजों में वैक्सीन उत्पाद संबंधित समस्या देखने को मिली तो वहीं दो मरीजों को अनक्लासीफाइड कैटेगरी में रखा गया है क्योंकि इनकी महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध नहीं थी. एक मरीज की तबियत अत्यधिक चिंतित होने के कारण बिगड़ गई थी. इस तरह कुल 31 मामलों में से एक की मौत वैक्सीन के कारण हुई है. 

स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार वैक्सीन के फायद, उससे होने वाले नुकसान की तुलना में बहुत ज्यादा है. मंत्रालय ने इस विषय पर अपने बयान में कहा कि किसी भी मरीज के गंभीर होने या फिर मौत हो जाने का सीधा संबंध टीकाकरण से नहीं निकाला जा सकता है. अप्रैल के पहले सप्ताह के डाटा के अनुसार टीकाकरण के कारण मृत्यु दर 2.7 प्रति 10 लाख है जबकि अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की दर 4.8 प्रति 10 लाख है. 

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