हीरालाल को धारा 430, 353 और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के लिए गिरफ्तार किया है
महोबा, बुंदेलखंड:
उत्तर प्रदेश का बुंदेलखंड इलाका और सूखा एक-दूसरे के पर्याय बन चुके हैं। कम से कम पिछले तीन साल के रिकॉर्ड को देखते हुए तो ऐसा कहा ही जा सकता है। यहां का महोबा लगातार तीसरे साल सूखे की चपेट में है। ...और भी दुखद बात यह है कि अब यहां के एक किसान को पानी चुराने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस के अनुसार 55 वर्षीय किसान हीरालाल यादव ने यहां के उर्मिल डैम के वाल्व को नुकसान पहुंचाया और एक छोटी से नहर बनाकर पानी अपनी खेतों में ले गया।
महोबा के एसपी गौरव सिंह कहते हैं, 'हीरालाल ने पानी की पाइपलाइन के वाल्व को नुकसान पहुंचाया और एक गड्ढे में पानी इकट्ठा कर लिया और इसे खेती के लिए इस्तेमाल कर रहा था। महोबा जल संस्थान के ज्वाइंट इंजीनियर ने यह शिकायत दर्ज कराई है, इसलिए हमने हीरालाल को धारा 430, 353 और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के लिए गिरफ्तार किया है।'
किसान के परिवार का कहना है कि वाल्व पहले से ही टूटा हुआ था और हीरालाल को गलत तरीके से इस मामले में फंसाया जा रहा है।
हीरालाल की पत्नी मुन्नी देवी कहती हैं, 'आरोप झूठे हैं। जिस दिन से यह पाइपलाइन बिछी है, उसी दिन से यह लीक हो रही है। सरकार ने अपनी कमियों पर पर्दा डालने के लिए मेरे पति को गिरफ्तार किया है।'
एक तरफ उत्तर प्रदेश सरकार भी मानती है कि बुंदेलखंड में पानी की समस्या है, लेकिन वह केंद्र सरकार से सहायता लेने को तैयार नहीं है। दूसरी तरफ महोबा में अधिकारी यहां तेजी से घट रहे पानी को लेकर चिंतित हैं।
महोबा जल संस्थान के असिस्टेंट इंजीनियर एसके वर्मा कहते हैं, 'हम जमीन से पानी निकाल रहे हैं। उम्मीद करते हैं कि हमारे पास 20 जून तक का पानी होगा। यह एक प्राकृतिक आपदा है और हम बस इतना ही इंतजाम कर सकते हैं।
पुलिस के अनुसार 55 वर्षीय किसान हीरालाल यादव ने यहां के उर्मिल डैम के वाल्व को नुकसान पहुंचाया और एक छोटी से नहर बनाकर पानी अपनी खेतों में ले गया।
महोबा के एसपी गौरव सिंह कहते हैं, 'हीरालाल ने पानी की पाइपलाइन के वाल्व को नुकसान पहुंचाया और एक गड्ढे में पानी इकट्ठा कर लिया और इसे खेती के लिए इस्तेमाल कर रहा था। महोबा जल संस्थान के ज्वाइंट इंजीनियर ने यह शिकायत दर्ज कराई है, इसलिए हमने हीरालाल को धारा 430, 353 और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के लिए गिरफ्तार किया है।'
किसान के परिवार का कहना है कि वाल्व पहले से ही टूटा हुआ था और हीरालाल को गलत तरीके से इस मामले में फंसाया जा रहा है।
हीरालाल की पत्नी मुन्नी देवी कहती हैं, 'आरोप झूठे हैं। जिस दिन से यह पाइपलाइन बिछी है, उसी दिन से यह लीक हो रही है। सरकार ने अपनी कमियों पर पर्दा डालने के लिए मेरे पति को गिरफ्तार किया है।'
एक तरफ उत्तर प्रदेश सरकार भी मानती है कि बुंदेलखंड में पानी की समस्या है, लेकिन वह केंद्र सरकार से सहायता लेने को तैयार नहीं है। दूसरी तरफ महोबा में अधिकारी यहां तेजी से घट रहे पानी को लेकर चिंतित हैं।
महोबा जल संस्थान के असिस्टेंट इंजीनियर एसके वर्मा कहते हैं, 'हम जमीन से पानी निकाल रहे हैं। उम्मीद करते हैं कि हमारे पास 20 जून तक का पानी होगा। यह एक प्राकृतिक आपदा है और हम बस इतना ही इंतजाम कर सकते हैं।
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