ऐसे समय जब देश कोरोना महामारी की दूसरी लहर का सामना कर रहा है, उत्तर प्रदेश के एटा से दुखी करने वाली खबर सामने आई है. यहां की जेल का एक 90 वर्षीय कैदी को सांस लेने में परेशानी महसूस हुई, इसके बाद उसे स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया. लेकिन जेल प्रशासन ने अमानवीय व्यवहार करते हुए इलाज के दौरान कैदी को बेड पर चेन से बांधकर रखा. कैदी के भागने के खौफ में यह किया गया लेकिन 90 वर्ष के कैदी के साथ इस तरह के अमानवीय व्यवहार पर गंभीर सवाल उठे हैं. चेन बांधे बेड पर बैठे कैदी का फोटो सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ.
एटा जिला कारागार के जेलर कुलदीप सिंह भदौरिया ने बताया कि हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे 92 वर्षीय बुजुर्ग बाबूराम बलवान सिंह की 9 मई को तबीयत खराब हो गई तथा उन्हें सांस लेने में भारी परेशानी होने लगी. उन्हें उपचार के लिए जिला चिकित्सालय एटा लाया गया, जहां से उन्हें चिकित्सक ने अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज भेज दिया, लेकिन अलीगढ़ में बिस्तर न उपलब्ध होने के कारण उन्हे वहां से वापस एटा जिला चिकित्सालय में 10 मई को गैर कोविड वार्ड में भर्ती कराया गया. अधिकारी ने बताया कि अस्पताल में कैदी के साथ ड्यूटी पर तैनात सुरक्षाकर्मी ने बुजुर्ग का एक पैर में हथकड़ी लगा दिया और उसका दूसरा सिरा बिस्तर में लगे जंजीर से ताला लगाकर बांध दिया था.
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मामले के तूल पकड़ने के बाद डीजी जेल आनंद कुमार ने घटना पर संज्ञान लेते हुए संबंधित जेल वार्डर अशोक यादव को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के आदेश दिया गया है. इसके साथ ही पर्यवेक्षणीय अधिकारी से भी स्पष्टीकरण मांगा गया है. DG PRISONS UP के ट्विटर हैंडल पर कार्रवाई की जानकारी देते हुए कहा गया है कि दोषी किसी भी अधिकारी या कर्मचारी को बख्शा नहीं जाएगा.मामला जानकारी के आने के बाद कैदी की चेन खोल दी गई है.(भाषा से भी इनपुट)
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