टाइटैनिक पार्ट -2 : खोज के प्रति प्यार के बंधन में बंधे थे टाइटन पनडुब्बी में सवार पांचों लोग

करीब 111 सालों के बाद दुनिया ने टाइटैनिक पार्ट-2 देखा है. दअरसल समुद्र की गहराइयों में समाए टाइटैनिक का मलबा दिखाने गई पनडुब्बी ‘टाइटन’में सवार सभी सवारों की मौत हो गई है. ये कहानी भी टाइटैनिक के डूबने जैसी ही दर्दनाक है.

टाइटैनिक पार्ट -2 :  खोज के प्रति प्यार के बंधन में बंधे थे टाइटन पनडुब्बी में सवार पांचों लोग

करीब 111 सालों के बाद दुनिया ने टाइटैनिक पार्ट-2 देखा है.  दअरसल समुद्र की गहराइयों में समाए टाइटैनिक का मलबा दिखाने गई पनडुब्बी ‘टाइटन'में सवार सभी सवारों की मौत हो गई है. ये कहानी भी टाइटैनिक के डूबने जैसी ही दर्दनाक है. 

इस पनडुब्बी में सवार थे- एक ब्रिटिश खोजकर्ता, एक पिता और बेटा, एक साहसी CEO और "मिस्टर टाइटैनिक" के रूप में जाने जाने वाले फ्रेंच पायलट. ये पांचों टाइटैनिक का मलबा देखने का सपना लेकर सागर की गहराइयों में उतरे थे लेकिन उनकी पनडुब्बी पानी का दबाव नहीं झेल पाई. कहा जा रहा है कि इसी वजह से उसमें विस्फोट हो गया और इन पांचों की मौके पर ही मौत हो गई. 
ये सभी अलग-अलग पृष्ठभूमि से आते थे..लेकिन सबका एक ही सपना था. पहले वे सभी कनाडा के शहर सेंट जॉन्स में जुटे और फिर निकल पड़े साल 1912 में डूबे टाइटैनिक के अवशेषों को देखने की मुहिम में. उनकी मौत पर खोजकर्ता क्लब के अध्यक्ष रिचर्ड गैरियॉट डे कायू ने कहा- हमारे दिल टूट गए हैं. उनकी यादें आशीर्वाद होंगी और वे विज्ञान और खोज के नाम में हमें प्रेरित करती रहेंगी. अब जरा तफ्सील से जान लेते हैं पनडुब्बी में सवार लोग कौन-कौन थे ?

पनडुब्बी चलाने वाली कंपनी के CEO थे स्टॉकटन रश

स्टॉकटन रश, टाइटन पनडुब्बी को ऑपरेट करने वाली कंपनी ओशनगेट के फ़ाउंडर और सीईओ थे. प्रिंसटन विश्वविद्यालय और कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, बर्कली के छात्र रहे स्टॉकटन ने महज 19 साल की उम्र में जेट ट्रांसपोर्ट पायलट का लाइसेंस हासिल कर लिया था. ऐसा करने वाले वे दुनिया के सबसे युवा पायलट रहे हैं. विडंबना देखिए वे पहले अंतरिक्ष में खोज करना चाहते थे लेकिन बाद में उन्हें लगा कि समुद्र की गहराइयों में खोज किया जाए जहां कोई इंसान नहीं पहुंचा हो. इसी मकसद ने उन्होंने ओशनगेट  कंपनी की स्थापना की. इसे संयोग ही कहा जाएगा कि उनकी पत्नी वेंडी रश के पूर्वज उद्योगपति इसिडॉर स्ट्रॉस और उनकी पत्नी आइडा स्ट्रॉस टाइटैनिक के यात्री थे. 
 

हेमिश हार्डिंग- अंतरिक्ष की भी यात्रा कर चुके हैं

58 साल के हेमिश हार्डिंग प्राइवेट जेट बेचने वाली ब्रिटिश कंपनी एक्शन एविएशन के चेयरमैन थे. हार्डिंग एंडवेंचर के शौकीन थे. साल 2021 में उन्होंने समुद्र के सबसे गहरे हिस्से मारियान ट्रेंच में 4 घंटे 15 मिनट थे. समुद्र का ये हिस्सा करीब 11 हजार मीटर गहरा है. यानी टाइटैनिक जहां डूबा है उससे भी दोगुनी गहराई. उनके सहयोगी उन्हें बहुत उत्साही शख्स बताते हैं. वो साउथ पोल की कई यात्राएं कर चुके हैं. 2022 में जेफ़ बेज़ोस की ब्लू ओरिजन कंपनी के साथ वे अंतरिक्ष की यात्रा पर भी गए थे. हार्डिंग ने नामीबिया से चीतों को लाने में भारत सरकार की मदद की थी. 


पॉल-हेनरी नार्जोले- 35 बार मलबे तक जा चुके हैं


77 साल के पॉल-हेनरी नार्जोले बेहद अनुभवी फ्रांसीसी पायलट थे. वे 1987 में पहली बार टाइटैनिक का मलबा देखने समंदर में उतरे थे. उससे दो बरस पहले ही रॉबर्ट बलार्ड ने मलबे की तलाश पूरी की थी. तब से अब तक नार्जोले 35 बार इस मलबे तक की यात्रा कर चुके थे. इसी वजह से उन्हें "मिस्टर टाइटैनिक" भी कहा जाता था. उन्होंने फ्रांसीसी नौसेना में 22 साल तक सेवाएं दी थीं और कमांडर के पद तक पहुंचे थे. 


शाहजादा-सुलेमान दाऊद- पाक मूल के अरबपति थे

48 साल के शहजादा दाऊद पाकिस्तानी मूल के अरबपति कारोबारी थे. वे केमिकल-टू-एनर्जी कंपनी एंग्रो कॉर्पोरेशन के वाइस-प्रेसिडेंट थे. उनकी कंपनी खाद और पेट्रो-केमिकल उत्पाद बनाती है. शहजादा किंग चार्ल्स की चैरिटी प्रिंस ट्रस्ट इंटरनैशनल के बोर्ड मेंबर भी थे. उनके बेटे 19 साल के सुलेमान दाऊद फिलहाल स्कॉटलैंड में स्थित स्ट्रैथक्लाइड यूनिवर्सिटी के छात्र थे. दोनों एंडवेंचर के लिए टाइटन पनडुब्बी में सवार हुए थे. पिता-बेटे दोनों को खोज करने में दिलचस्पी थी. 

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जाहिर है इन सभी लोगों में एक चीज कॉमन था वो है खोज के प्रति प्यार...इसी ने सभी को एक बंधन में बांधा और वे इस बेहद साहसिक अभियान में साथ निकले.