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रविकांत ओझा

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    एक ही कमरे में 95 बच्चे, 5 ब्लैकबोर्ड ! सवाल- सतना में ऐसे कैसे पढ़ पाते हैं बच्चे?

    शिक्षा का अधिकार कानून तो कहता है हर बच्चे को मूलभूत सुविधाएं मिलनी चाहिए, लेकिन मध्यप्रदेश के स्कूलों का हाल बेहाल है. सतना जिले के उचेहरा विकासखंड में एक सरकारी स्कूल ऐसा है जहां कक्षा एक से लेकर पांच तक के बच्चे एक ही कमरे में साथ पढ़ते हैं. इन्हें अलग-अलग शिक्षक अलग-अलग विषय पढ़ाते हैं.

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    रायपुर सेंट्रल जेल ब्रेक: बिश्नोई गैंग सहित कई कुख्यात नक्सली भी हैं बंद, सुरक्षा इंतजामों की खुली पोल

    रायपुर सेंट्रल जेल से एक कैदी के फरार हो जाने से न सिर्फ जेल प्रशासन में खलबली मची हुई है बल्कि जेल में सुरक्षा इंतजामों की पोल भी खुल गई है. ये मामला इसलिए भी संवेदनशील है क्योंकि रायपुर जेल में न सिर्फ कई नक्सली बल्कि लॉरेंस विश्वोई गैंग के गुर्गे भी बंद हैं. इसी जेल में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल भी बंद हैं.

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    84 बच्चों को कुत्ते का जूठा खाना परोसने पर HC सख्त, कहा- सभी को 25-25 हजार मुआवजा दे सरकार

    छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार के सरकारी स्कूल में गजब की लापरवाही हुई है जिस पर हाईकोर्ट ने सख्त रुख अपनाया है. दरअसल यहां मिड डे मिल में बच्चों को कुत्तों का जूठा भोजन परोस दिया गया था. इसी घटना को बिलासपुर हाईकोर्ट ने गंभीर मामला माना और न सिर्फ राज्य सरकार को कड़ी फटकार लगाई बल्कि सभी प्रभावित 84 बच्चों को 25-25 हजार रुपये बतौर मुआवजा देने के आदेश भी जारी किए

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    आखिर कहां गईं अर्चना तिवारी ? 12 दिनों बाद भी सुराग तक नहीं, मिडघाट के जंगलों में तलाश तेज

    इंदौर में रहकर सिविल जज की तैयारी कर रही छात्रा अर्चना तिवारी का 12 वें दिन भी कोई सुराग नहीं लगा है.अब आशंका जताई जा रही है कि अर्चना मिडघाट के जंगलों में कहीं गिर गई हैं. इसी वजह से GRP और वन विभाग की टीम जंगल में सर्च ऑपरेशन चला रही हैं. मिडघाट जंगल का हिस्सा बुधनी से बरखेड़ा के बीच में है.

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    आजादी का शुभ मुहूर्त उज्जैन से निकला था ! जानिए पं. सूर्यनारायण और राजेन्द्र प्रसाद की वो कहानी

    देश 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है पर एक दिलचस्प सवाल ये है कि भारत 15 अगस्त को ही स्वतंत्रता दिवस क्यों मनाता है? इसके जवाब में कई राजनीतिक और अंतरराष्ट्रीय समीकरणों का जिक्र हो सकता है लेकिन आप ये जानकर चौंक जाएंगे कि इससे इतर एक वजह धार्मिक भी है. जी हां आजादी का ऐलान किस शुभ मुहूर्त में हो इसके लिए बकायदा पंचाग से तिथि निकाली गई थी.

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    जबलपुर: 15 करोड़ के लूट कांड में नया खुलासा, 5 नहीं कुल 6 बदमाश थे वारदात में शामिल

    जबलपुर के सिहोरा में 15 करोड़ की डकैती की जांच में चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. बुधवार को ही पुलिस ने आरोपियों के उस ठिकाने पर भी छापा मारा जहां वे बीते 20 दिनों ठहरे थे. इसके बाद अब खुलासा हुआ है कि ESAF माइक्रो फाइनेंस बैंक में डकैतों की संख्या पांच नहीं छह थी. अब तक ये माना जा रहा था कि सभी आरोपी दो मोटरसाइकिल पर सवार होकर आए लेकिन अब पता चला है कि वे तीन बाइक पर सवार होकर आए थे.

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    नदी में बहा डॉगी को नहलाने लाया युवक, 48 घंटे तक मालिक के इंतजार में वहीं बैठा रहा कुत्ता

    छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से चौंकाने वाली खबर सामने आई है. यहां एक युवक अपने पालतू डॉगी को नदी में नहलाने के लिए लाया था. इसी दौरान युवक तेज बहाव में बह गया. लेकिन मालिक के इंतजार में उसका डॉगी 48 घंटे तक वहीं नदी किनारे बैठा रहा.

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    ईरान के शीर्ष नेता अयातुल्ला खामेनेई का क्या है भारत कनेक्शन? यहां जानिए

    ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई और उनके परिवार का भारत से क्या है गहरा ऐतिहासिक संबंध है, आइए जानते हैं.

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    रिपोर्टर की आंखों देखी- राजौरी-पुंछ में आप घूम आइए, पता चलेगा- वे धर्म पर नहीं, देश पर हमला करते हैं

    कश्मीर में LoC और उसके आसपास के गांवों-शहरों में अब शांति लौट रही है. पाकिस्तान की ओर से सीजफायर के पेशकश हुई और भारत ने उसे स्वीकार कर लिया..इसी बदौलत अमन की बहाली हुई है लेकिन इस पूरे ऑपरेशन सिंदूर को कवर करने गए NDTV के वरिष्ठ संवाददाता अनुराग द्वारी ने जो चीजें वहां देखी को पाक के पाप को तो बयान करती ही है साथ ही राजौरी-पुंछ के लोगों के दर्द को भी बयां करती हैं.

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    सीजफायर के बाद सवाल पूछ रहा है राजौरी-पुंछ, क्या हम तब भी लौटेंगे, जब यहां कोई जंग न हो?

    LoC पर पाकिस्तान की गोलीबारी थम गई है. बीते करीब दो दिनों से शांति है. ऑपरेशन सिंदूर को कवर करने गए मीडिया वाले भी लौटने लगे हैं लेकिन पाकिस्तान के पाप का शिकार हुए राजौरी-पूंछ के लोगों के पास कई गहरे सवाल हैं..जिनके जवाब वो मीडिया वालों के साथ-साथ देश से भी मांग रहे हैं. इन्हीं सवालों को बता रहे हैं NDTV के वरिष्ठ संवाददाता अनुराग द्वारी जिन्होंने उनकी परेशानी को करीब से देखा

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    रिपोर्टर की डायरी: हमें तो बस ज़िंदा रहना है...गोलाबारी के बीच पुंछ से लौट रहे प्रवासी मजदूरों का दर्द

    India Pakistan attack: मैंने संघर्ष पहले भी कवर किया है...मैंने उस नाज़ुक रेखा पर चलना सीखा है — जहां शांति और संकट एक-दूसरे की सांसों में घुलते हैं.लेकिन राजौरी में बीते कुछ दिनों में जो देखा, वह मेरी स्मृति में गोली की आवाज़ या पहाड़ियों में उठते धुएं के लिए नहीं बस गया...बल्कि उन लोगों की चुप्पी के लिए — जो बेआवाज़ निकलते जा रहे थे. पढ़िए पुंछ से रिपोर्टर की डायरी...अनुराग द्वारी की कलम से

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    राजौरी में ना-PAK गोलीबारी के बीच डटे हैं बाशिंदे, बोले- बंदूकें थमेंगी, गेहूं फिर उगेगा

    भारत के'ऑपरेशन सिंदूर'से बौखलाया पाकिस्तान LoC पर लगातार गोलीबारी कर रहा है. राजौरी में खासकर सीमा से सटे इलाकों में इस गोलीबारी के कारण आम लोगों के घरों को भारी नुकसान पहुंचा है और कुछ लोग घायल भी हुए हैं. इसी गोलीबारी के बीच NDTV के वरिष्ठ संवाददाता अनुराग द्वारी और उनकी टीम ने सीधे ग्राउंड पर जाकर हालात को समझा. पढ़िए इस विशेष रिपोर्ट को

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    Delhi Election Result: शीशमहल और शराब...दिल्ली में आप का गेम कैसे हुआ खराब?

    दिल्ली में बीजेपी का 27 सालों का वनवास खत्म हो गया है और 12 सालों तक सत्ता सुख भोगने के बाद आम आदमी पार्टी का वनवास शुरू हो गया. केजरीवाल एंड टीम की हार की तमाम वजहें हो सकती हैं लेकिन जो दो शब्द सबसे ज्यादा चर्चा में हैं वो हैं- शीशमहल और शराब...इस रिपोर्ट में जानिए कैसे इन दोनों मुद्दों ने दिल्ली में कमल खिला दिया और आप की उम्मीदों पर झाड़ू फेर दिया.

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    कैसे बनी अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी? सर सैय्यद को क्यों लैला बनकर करना पड़ा नाटक?

    अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (Aligarh Muslim University) के अल्‍पसंख्‍यक दर्जे को लेकर चल रहे मामले में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आ गया है. ऐसे में जानते हैं कि इस यूनिवर्सिटी का गौरवशाली इतिहास और इसकी स्‍थापना से जुड़े दिलचस्‍प किस्‍से.

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    21 हजार के निवेश से शुरू हुआ था टाटा समूह, देश के साथ खुद को भी यूं बढ़ाया आगे

    अंग्रेजी शासन ने कोलकाता में हावड़ा ब्रिज बनाने का महत्वाकांक्षी प्लान बनाया था. लेकिन युद्ध के कारण बाहर से स्टील आना संभव नहीं हो रहा था. अंग्रेजी शासन चिंता में पड़ गया ये प्रोजेक्ट पूरा कैसे होगा? तब टाटा ग्रुप सामने आया. इस ब्रिज को बनाने के लिए 90 फीसदी से अधिक स्टील टाटा स्टील कंपनी ने ही दिया था.