हैदराबाद में पोर्न देखने वाले 65 किशोरों व उनके माता-पिता की काउंसिलिंग होगी
- माता-पिता की शिकायत थी, बच्चे साइबर कैफे में बहुत ज़्यादा समय बिताते हैं
- शिकायतों के बाद किशोरों पर नज़र रखी गई, और इन्हें पकड़ा गया
- पुलिस इन 65 किशोरों व माता-पिता की एक साथ काउंसिलिंग करेगी
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
हैदराबाद:
हैदराबाद में पुलिस 65 किशोरों तथा उनके माता-पिता की एक साथ काउंसिलिंग करेगी, क्योंकि ये किशोर इसी सप्ताह के दौरान अलग-अलग इंटरनेट कैफे में पोर्न फिल्में (अश्लील फिल्में या ब्लू फिल्में) देखते हुए पकड़े गए थे.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि अभिभावकों व माता-पिता से शिकायतें मिली थीं कि उनके बच्चे साइबर कैफे में असाधारण रूप से अधिक समय बिताते हैं, और कहते हैं कि उन्हें स्कूल का होमवर्क करने के लिए इंटरनेट तक पहुंच ज़रूरी है. इन शिकायतों के बाद इन किशोरों पर नज़र रखी गई, और इन्हें पकड़ा गया.
जिन साइबर कैफे में ये बच्चे पकड़े गए, उनके खिलाफ भी 16 मामले दर्ज किए गए हैं, और उन पर लगे आरोपों में सिक्योरिटी कैमरा नहीं लगाने से लेकर नाबालिगों को पोर्न देखने देना तक शामिल है.
एक गृहणी सामला सुल्तान ने बताया कि उसका बेटा उससे यह कहकर पैसे लेकर जाया करता था कि उसे इंटरनेट से स्कूल के प्रोजेक्ट के लिए कुछ सामग्री डाउनलोड करनी है. मुझे नहीं पता कि क्या चल रहा था लेकिन वह लंबे समय तक घर से बाहर रहता था."
लगातार शिकयत मिलने से पुलिस ने लगभग 100 इंटरकैफो की छानबीन की तो पाया कि बच्चे अश्लील साइट को ब्राउज कर रहे थे. इसमें शामिल इंटरकैफे ऑनरों के खिलाफ पुलिस ने 30 मामले दर्ज किए हैं. पुलिस ने सुरक्षा कैमरा नहीं लगाने से लेकर बच्चों को अश्लील साइट देखने के लिए अनुमति देने के आरोप में केस दर्ज किया है.
काउंसलिंग सत्र में पुलिस ने बच्चों के माता-पिता से स्कूल के बाद बच्चों पर नजर बनाए रखने को कहा है. पुलिस को चिंता इस बात को लेकर है कि बच्चे अश्लील फिल्मों से लेकर हिंसा से जुड़े वीडियो और साइट देखते रहे हैं जिसमें आईएसआईएस द्वारा प्रचारित सामग्री, सिर कलम करने की घटनाएं शामिल हैं.
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी सत्यनारायण ने एनडीटीवी को बतया, "हम इस मामले में कड़ी निगरानी रख रहे हैं क्योंकि हम इसे संवेदनशील मामला मानते हैं जिसमें किशोर इस तरह की अवांछित गतिविधियों को देखने की ओर मुड़ गए हैं."
पुलिस सूत्रों ने बताया कि अभिभावकों व माता-पिता से शिकायतें मिली थीं कि उनके बच्चे साइबर कैफे में असाधारण रूप से अधिक समय बिताते हैं, और कहते हैं कि उन्हें स्कूल का होमवर्क करने के लिए इंटरनेट तक पहुंच ज़रूरी है. इन शिकायतों के बाद इन किशोरों पर नज़र रखी गई, और इन्हें पकड़ा गया.
जिन साइबर कैफे में ये बच्चे पकड़े गए, उनके खिलाफ भी 16 मामले दर्ज किए गए हैं, और उन पर लगे आरोपों में सिक्योरिटी कैमरा नहीं लगाने से लेकर नाबालिगों को पोर्न देखने देना तक शामिल है.
एक गृहणी सामला सुल्तान ने बताया कि उसका बेटा उससे यह कहकर पैसे लेकर जाया करता था कि उसे इंटरनेट से स्कूल के प्रोजेक्ट के लिए कुछ सामग्री डाउनलोड करनी है. मुझे नहीं पता कि क्या चल रहा था लेकिन वह लंबे समय तक घर से बाहर रहता था."
लगातार शिकयत मिलने से पुलिस ने लगभग 100 इंटरकैफो की छानबीन की तो पाया कि बच्चे अश्लील साइट को ब्राउज कर रहे थे. इसमें शामिल इंटरकैफे ऑनरों के खिलाफ पुलिस ने 30 मामले दर्ज किए हैं. पुलिस ने सुरक्षा कैमरा नहीं लगाने से लेकर बच्चों को अश्लील साइट देखने के लिए अनुमति देने के आरोप में केस दर्ज किया है.
काउंसलिंग सत्र में पुलिस ने बच्चों के माता-पिता से स्कूल के बाद बच्चों पर नजर बनाए रखने को कहा है. पुलिस को चिंता इस बात को लेकर है कि बच्चे अश्लील फिल्मों से लेकर हिंसा से जुड़े वीडियो और साइट देखते रहे हैं जिसमें आईएसआईएस द्वारा प्रचारित सामग्री, सिर कलम करने की घटनाएं शामिल हैं.
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी सत्यनारायण ने एनडीटीवी को बतया, "हम इस मामले में कड़ी निगरानी रख रहे हैं क्योंकि हम इसे संवेदनशील मामला मानते हैं जिसमें किशोर इस तरह की अवांछित गतिविधियों को देखने की ओर मुड़ गए हैं."
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
पोर्न फिल्म, ब्लू फिल्म, इंटरनेट पोर्न, साइबर कैफे, हैदराबाद, इंटरनेट कैफे, तेलंगाना, अश्लील फिल्म, Pornography, Internet Porn, Blue Film, Porn Film, Hyderabad, Telangana, Cyber Cafe