
- पाकिस्तान सरकार सुरक्षा चिंताओं के कारण अगस्त-सितंबर में भारत में होने वाले हॉकी एशिया कप और जूनियर वर्ल्ड कप में भाग नहीं लेने का विचार कर रही है.
- पाकिस्तान हॉकी महासंघ ने सरकार से मंजूरी मांगी है, लेकिन राजनीतिक तनाव और हालिया संघर्ष के कारण टीम को भारत भेजने की संभावना कम बताई जा रही है.
- 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है. रिपोर्ट की मानें तो पाकिस्तानी खिलाड़ियों की सुरक्षा को खतरा माना जा रहा है.
Hockey Asia Cup: पाकिस्तान एशिया कप और जूनियर वर्ल्ड कप के लिए "सुरक्षा" चिंताओं के चलते भारत का दौरा नहीं करेगा. न्यूज एजेंसी एएफपी ने सरकारी सूत्रों के हवाले से यह दावा किया है. अगर पाकिस्तान अगस्त-सितंबर में होने वाले हॉकी एशिया कप के लिए भारत की यात्रा नहीं करता है तो अगले साल के विश्व कप में उसकी जगह खतरे में पड़ सकती है.
27 अगस्त से 7 सितंबर तक बिहार के राजगीर में भारत में एशिया कप हॉकी का आयोजन होना है. इसके बाद नवंबर-दिसंबर में चेन्नई में होने वाले जूनियर हॉकी विश्व कप खेला जाएगा. भारत सरकार की तरफ से पाकिस्तानी टीम को आने को लेकर सकारात्मक रुख रखा गया है. लेकिन पाकिस्तान सरकार इन आयोजनों के लिए अपनी सीनियर और जूनियर टीम को भारत नहीं भेजने का विचार कर रही है. जिसके लिए पाकिस्तान हॉकी महासंघ (पीएचएफ) ने सरकार से मंजूरी मांगी है.
न्यूज एजेंसी एएफपी के अनुसार, पाकिस्तानी खेल मंत्रालय के एक सूत्र ने नाम न छापने की शर्त पर कहा,"हालिया युद्ध के बाद हमारे हॉकी खिलाड़ियों की सुरक्षा खतरे में पड़ जाएगी." एक दूसरे सरकारी सूत्र ने भी एएफपी को फैसले की पुष्टि की. पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने टिप्पणी के लिए एएफपी के अनुरोध का जवाब नहीं दिया है.
इससे पहले, एक वरिष्ठ अधिकारी ने टेलीकॉम एशिया स्पोर्ट को बताया,"दोनों देशों के बीच मौजूदा राजनीतिक हालात को देखते हुए शहजाद शरीफ के नेतृत्व वाली पाकिस्तान सरकार द्वारा राष्ट्रीय हॉकी टीम को भारत आने की अनुमति देने की कोई संभावना नहीं है."
सूत्रों ने कहा कि गठबंधन सरकार के सदस्यों का मानना है कि दोनों पड़ोसियों के बीच सशस्त्र संघर्ष के बाद टीम भेजना सुरक्षित नहीं होगा. दरअसल, 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद, दोनों देशों के बीच संघर्ष हुआ था. सूत्रों ने बताया कि सरकार से स्पष्ट 'नहीं' सुनने के बाद पाकिस्तान हॉकी महासंघ एफआईएच और एशियाई हॉकी महासंघ (एएचएफ) से मांग करेगा कि वे इन प्रतियोगिताओं को मलेशिया या ओमान जैसे किसी तटस्थ स्थान पर स्थानांतरित करें.
पीएचएफ सूत्रों ने कहा,"पीएचएफ इन आयोजनों को भारत से बाहर कराने की कोशिश करेगा, लेकिन ऐसा होने की संभावना बहुत कम है, क्योंकि मलेशिया और ओमान के पास इन आयोजनों के लिए बोली लगाने के लिए जरूरी धनराशि नहीं है, जो लगभग एक लाख डॉलर है."
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान ने पिछली बार 2023 एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारत का दौरा किया था, जहां वह छह टीमों में पांचवें स्थान पर रही थी. भारत ने यह प्रतियोगिता जीती थी. इस आयोजन के दौरान कोई अप्रिय घटना नहीं हुई थी. भारत से हाल ही में आई रिपोर्टों से पता चला है कि अधिकारी पाकिस्तान को हॉकी आयोजनों में भाग लेने की अनुमति देने को तैयार हैं. हॉकी इंडिया ने यह भी कहा था कि उन्हें विदेश मंत्रालय और गृह मंत्रालय से अनुमति मिल गई है.
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