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This Article is From Apr 12, 2023

Yoga Tips: क्रोनिक समस्याओं से पाना है निजात है रोज करें ये तीन आसन, दर्द में भी मिलेगी राहत

Yoga Tips:योग करने से कई क्रोनिक बीमारियों में आराम मिलता है. कई अध्ययनों से यह बात साफ हो चुकी है रोजमर्या में कुछ विशेष आसान को करने से पुरानी से पुरानी बीमारियों के जोखिम को कम किया जा सकता है. 

Yoga Tips: क्रोनिक समस्याओं से पाना है निजात है रोज करें ये तीन आसन, दर्द में भी मिलेगी राहत
Yoga Tips: क्रोनिक समस्याओं से पाना है निजात है रोज करें ये तीन आसन
नई दिल्ली:

Yoga Tips: अगर आप शारीरिक, मानसिक और भावनात्क रूप से ठीक रहना चाहते हैं तो योग करें. योग से बेहतर कुछ भी नहीं है. योग की रोजाना प्रैक्टिस न सिर्फ आपको मौसमी बीमारियों से बल्कि क्रोनिक हेल्थ समस्याओं को भी दूर करने का काम करती है. योग प्रैक्टिस यानी अभ्यास की चीज है, जिसमें आसन, श्वास अभ्यास और ध्यान की एक श्रृंखला शामिल है, जो तनाव को कम करने, बॉडी में लचीलापन लाने, संतुलन और विश्राम को बढ़ावा देने में मदद करती है. फिटनेस विशेषज्ञों का मानना है कि यह क्रोनिक हेल्थ स्थितियों को रोकने और प्रबंधित करने का एक सुरक्षित और प्रभावी तरीका भी है. 

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उत्कटासन/कुर्सी आसन (Utkatasana/Chair Pose)

योग में उत्कटासन को कुर्सी आसन भी कहा जाता है. यह आसन जांघों, पसलियों के कॉलम, एडियों और पिंडलियों को मजबूत बनाने में मदद करता है. इसके करने के लिए सबसे पहले योग मैट पर सीधा खड़े होकर दोनों पैरों को फैलाएं. अपने ह्रदय चक्र पर नमस्ते बनाने के लिए हथेलियों को मिलाएं और अपनी भुजाओं को ऊपर उठाएं. अपने घुटनों को मोड़ें और धीरे-धीरे अपनी पेल्विस को नीचे करें. अब अपने टखनों और घुटनों को एक सीध में रखें. अपनी रीढ़ सीधी रहे और पीठ को झुकाने नहीं दें. उत्कटासन को 30 से 60 सेकेंड करना चाहिए. 

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नौकासन (Naukasana)

नौकासन से न सिर्फ पेट की चर्बी कम होती है बल्कि पेट के अंगों की कार्यक्षणता में भी सुधार होता है. इस आसन से पीठ के निचले हिस्से में दर्द, ब्लड सर्कुलेशन और पैरों के दर्द में राहत मिलती है. नौकासन के लिए सबसे पहले अपनी पीठ के बल लेट जाएं. अपने ऊपरी शरीर को फर्श से 45° ऊपर लाएं. बाहों को अपने पैरों की ओर फैलाएं. आपकी आंखें, उंगलियां और पैर की उंगलियां एक सीध में रखें. पेट की मांसपेशियों पर दबाव बनाने के लिए अपने नाभि क्षेत्र में तनाव महसूस करें. कुछ समय तक इस स्थिति में बने रहें और फिर पूर्ववत आ जाएं. 

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पश्चिमोत्तानासन (Paschimottanasana)

फिटनेस विशेषज्ञों का मानना है कि इस योग का अभ्यास करना आपकी सेहत के लिए अच्छा होता है. इस आसान से न सिर्फ मांसपेशियों की स्ट्रेचिंग होती है बल्कि ब्लड सर्कुलेशन, शरीर का लचीलापन बढ़ाने और मेंटल हेल्थ में फायदा पहुंचता है.  पश्चिमोत्तानासन योग करने के लिए सबसे पहले दोनों पैरों को फैलाकर जमीन पर बैठ जाएं. इसके बाद गहरी सांस लेते हुए शरीर को आगे की ओर झुकाएं. फिर अपने घुटनों को अपनी नाक से छूने की कोशिश करें. अपनी बाहों को नीचे करें और अपने बड़े पैर की उंगलियों को अपनी उंगलियों से पकड़ें. कुछ देर तक इसी स्थिति में बने रहे और फिर अपनी पहली स्थिति में आ जाएं.

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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