
Yogasanas to control cholesterol: भारत में बढ़ते कोलेस्ट्रॉल के मामले चिंता का विषय बनते जा रहे हैं, और इनके बढ़ने की मुख्य वजह है, खराब लाइफस्टाइल और हमारे खाने-पीने की आदतें. फिजिकल एक्टिविटी की कमी और ट्रांस फैट से भरपूर खाद्य पदार्थों को ज्यादा खाने से कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ सकता है, जैसे कि जंक फूड और प्रोसेस्ड फूड. अगर आप भी उन लोगों में शामिल हैं, जिनका कोलेस्ट्रॉल बढ़ा हुआ है तो कुछ योगासन इसे कम करने में आपकी मदद कर सकते हैं. ये आसन शरीर में ब्लड सर्कुलेशन इम्प्रूव करते और पेट की मांसपेशियों (abdominal muscles) को एक्टिव करते हैं, जिससे कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कंट्रोल करने में मदद मिलती है. चलिए अब आपको बताते हैं कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करने वाले योगासन:
कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करते हैं ये योगासन (Yogasanas to control cholesterol)
ये भी पढ़ें- झुर्रियां कम कर चेहरे की चमक बढ़ाने में मदद करेगा सिंहासन, जाने करने का तरीका और लाभ
सर्वांगासन (Sarvangasana):
सर्वांगासन को शोल्डर स्टैंड भी कहा जाता है. इस आसन में शरीर को कंधों पर बैलेंस किया जाता है. इस आसन को करने के लिए पीठ के बल लेट कर पैरों, कूल्हों और कमर को धीरे-धीरे ऊपर उठाया जाता है, जिससे शरीर का भार कंधों पर आ जाता है. यह आसन शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाने, थायराइड फंक्शन को रेगुलेट करने और मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करने में मदद करता है, जिससे हेल्दी कोलेस्ट्रॉल के लेवल को बनाए रखने में मदद मिलती है.
पश्चिमोत्तानासन (Paschimottanasana):
पश्चिमोत्तानासन आसन में, आगे की ओर झुककर पैरों को पकड़ने की कोशिश की जाती है. यह आसन पेट की मांसपेशियों को एक्टिव करता है और डाइजेशन इम्प्रूव करता है, जिससे कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में मदद मिलती है.
सूर्य नमस्कार (Surya Namaskar):
सूर्य नमस्कार 12 आसनों का एक सीक्वेंस है जो एक साथ में किया जाता है. इस योगासन को सुबह खाली पेट करना सबसे अच्छा माना जाता है. यह मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है और कोलेस्ट्रॉल लेवल को कंट्रोल करने में भी मदद करता है.
ये भी पढ़ें- International Yoga Day 2025: पहली बार करने जा रहे हैं योगा तो रखें इन बातों का ख्याल, वरना होगा नुकसान
हलासन (Halasana):
हलासन को प्लाऊ पोज (Plow Pose) के तौर पर भी जाना जाता है, जिसमें शरीर की आकृति हल के समान नजर आती है. इस आसन में, पीठ के बल लेटकर पैरों को सिर के पीछे ले जाया जाता है. यह आसन थायराइड ग्लैंड को स्टीमुलेट करता है और डाइजेशन इम्प्रूव करता है, जिससे कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में मदद मिलती है.
इन बातों का रखें ख्याल:
- योगासन शुरू करने से पहले, वार्म अप जरूरी करें.
- हर आसन को सही तरीके से करना जरूरी है ताकि चोट न लगे.
- अगर आपको कोई हेल्थ प्रॉब्लम है, तो योगासन शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर सलाह लें.
Watch Video: कैंसर क्यों होता है? कैसे ठीक होगा? कितने समय में पूरी तरह स्वस्थ हो सकते हैं?
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं