Dog Bite Treatment, Prevention, Infections : शहरों, बाजारों और गलियों में आमतौर पर आवारा कुत्ते नजर आ ही जाते हैं, कई जगह तो कुत्तों का बड़ा सा झुंड बन जाता है जो रहवासियों और राहगीरों के लिए परेशानियों का सबब बन जाता है. खासतौर पर गर्मी के दिनों में कुत्ते ज्यादा खतरनाक हो जाते हैं और डॉग बाइट्स (Dog Bite Cases) के मामले एकाएक बढ़ जाते हैं. आइए जानते हैं कि आखिरकार गर्मियों में ही कुत्ते खूंखार क्यों हो जाते हैं और डॉग बाइट के बाद किन बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है.
गर्मी में क्यों बढ़ जाते हैं डॉग बाइट के केस? | Why Do Dog Bite Cases Increase In Summer?
शहरों और अंचलों में जैसे जैसे भीषण गर्मी का प्रकोप बढ़ता जाता है इन इलाकों में रहने वाले स्ट्रीट डॉग्स पर तापमान का असर पड़ने लगता है. देखने में आया है कि, गर्मी के दिनों में अचानक आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ जाता है और डॉग बाइट के केस बढ़ जाते है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक भीषण गर्मी में कुत्ते हीट स्ट्रोक का शिकार हो जाते हैं और चिड़चिड़ेपन की वजह से लोगों पर हमला करने लगते हैं.
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वहीं गर्मी के दिनों में एक मुख्य वजह ये भी है कि, कुत्तों को इन दिनों पीने के लिए पानी और खाने की कमी हो जाती है जिसकी वजह से आवारा कुत्ते शहरों, बाजारों और गलियों में हमलावर हो जाते हैं और आने जाने वाले लोगों को ही अपना शिकार बनाते हैं. इसके अलावा कुत्तों के बड़े बड़े झुंड गर्मियों में मवेशियों पर भी हमला करते हैं.
डॉग बाइट के बाद क्या होता है? | What is dog bite
डॉग बाइट के बाद कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. इस स्थिति में कई बार बैक्टीरिया घाव या बॉडी में रह जाते हैं और यही बैक्टीरिया रेबीज या सेप्सिस के कारण बन सकते हैं. कई बार यह इंफेक्शन शरीर के अन्य हिस्सों में भी फैल जाता है. डॉग बाइट के बाद अगर स्किन छिल जाती है या फिर मांस दिखने लगता है तो ऐसी स्थिति में मांसपेशियों की कोशिकाएं डैमेज हो जाती है. ऐसी गंभीर स्थिति में आपको इंफेक्शन को रोकने के लिए एंटीबायोटिक या वैक्सीनेशन की जरूरत होती है. आवारा कुत्तों या जिन कुत्तों का वैक्सीनेशन नहीं हुआ है उनके काटने पर स्टेफायलोकोकस, स्ट्रेप्टोकोकस, पास्टेयुरेला और कैपनोसाइटोफैगा बैक्टीरिया भी बॉडी में आ जाते हैं.
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डॉग बाइट के बाद प्राइमरी ट्रीटमेंट:
- डॉग बाइट के बाद साफ पानी से घाव को साबुन से 10 से 15 मिनट तक धोएं.
- घाव पर एंटीसेप्टिक मरहम लगाएं.
- एआरवी और टिटनेस भी लगवाए.
- कुत्तों से सावधान रहें और खासतौर पर बच्चों के नजदीक नहीं जाने दें
- ब्लीडिंग होने की स्थिति में साफ तौलिया घाव पर रखें और ब्लीडिंग को रोकने की कोशिश करें.
- साबुन और पानी से धोने के बाद घाव पर एक स्ट्राइल बैंडेड लगा लें.
- जहां कुत्ते ने काटा है उस हिस्से को ऊंचा रखने का प्रयास करें.
इन स्थितियों में तुरंत करें डॉक्टर्स से संपर्क:
- अगर स्किन या मांसपेशियां बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई हों और मांस फट कर बाहर आ गया हो तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं.
- चेहरे या जांघ के साथ साथ संवेदनशील हिस्सों पर काटने के बाद डॉक्टर के पास जाना बेहद ज़रूरी है. कई बार आवारा कुत्तों में कई तरह की बीमारी होती है जो उनके काटने के बाद आपकी बॉडी में भी प्रवेश कर सकती है.
- अगर क्षतिग्रस्त हिस्सा लाल पड़ जाता है या फिर सूजन के साथ दर्द होता है तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं.
- यदि कुत्ते के काटने के बाद बुखार आ जाता है तो डॉक्टर की सलाह लें.
- कुत्ते के काटने के बाद घाव में गर्माहट महसूस होने पर.
- घाव के अलावा शरीर के अन्य हिस्सों में इंफेक्शन फैलने पर.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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