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Vitamin D की कमी होने पर शरीर में दिखाई देते हैं ये लक्षण, जानिए इसके बारे में सब कुछ

Vitamin D Deficiency Symptoms: अगर आप अपना अच्छे से ध्यान रख रहे हैं, लेकिन फिर भी थकान, धीमी रिकवरी और शरीर की मोटी चर्बी से जूझ रहे होंगे. बता दें, ऐसे में आपके अंदर विटामिन डी की कमी छिपी हुई है. आइए जानते है, इससे शरीर को क्या- क्या नुकसान पहुच  सकता है.

Vitamin D की कमी होने पर शरीर में दिखाई देते हैं ये लक्षण, जानिए इसके बारे में सब कुछ
Vitamin D Deficiency Symptoms: ये है शरीर में विटामिन डी की कमी के लक्षण, रहें सावधान.

Vitamin D Deficiency Symptoms: स्वस्थ दिनचर्या में लगे रहने के बावजूद, लगातार थकान, धीमी रिकवरी और शरीर में चर्बी आपको परेशान कर सकती है. यह स्थिति अक्सर विटामिन डी की कमी, हार्मोनल असंतुलन (विशेष रूप से कोर्टिसोल) या यहां तक कि ऊर्जा के स्तर और मेटाबॉलिज्म को प्रभावित करने वाली कुछ स्वास्थ्य स्थितियों जैसे  कारकों की ओर इशारा करती है. आइए जानते हैं विटामिन डी की कमी से क्या- क्या होता है.

विटामिन डी की कमी से होती हैं ये परेशानियां (These problems are caused by the deficiency of Vitamin D)

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विटामिन डी और मायोस्टेटिन

विटामिन डी मायोस्टेटिन के उत्पादन को कम कर सकता है, यह एक प्रोटीन है जो मांसपेशियों की वृद्धि को रोकता है. मायोस्टेटिन के स्तर को कम करने से मांसपेशियों का अधिक विकास हो सकता है.

हार्मोनल असंतुलन

कॉर्टिसोल, तनाव हार्मोन, विशेष रूप से पेट के आसपास फैट जमा सकता है. हार्मोनल उतार-चढ़ाव, विशेष रूप से उम्र बढ़ने के साथ ही विटामिन डी की कमी से शरीर में फैट जमा हो जाता है.

पोषक तत्वों की कमी

विटामिन डी के अलावा, अन्य आवश्यक पोषक तत्वों की कमी ऊर्जा के स्तर और रिकवरी को प्रभावित कर सकते हैं. 

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विटामिन डी के कारण हो सकते हैं ये संक्रमण

एनीमिया, थायरॉयड संबंधी समस्याएं या यहां तक कि दीर्घकालिक संक्रमण जैसी समस्याएं थकान का कारण बन सकती हैं और मेटाबॉलिज्म को प्रभावित कर सकती हैं.

नींद पूरी न होना

विटामिन डी की कमी के कारण नींद की कमी ऊर्जा के स्तर को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित कर सकती है और रिकवर होने बाधा डालती है.

स्ट्रेस मैनजमेंट

क्रोनिक तनाव कोर्टिसोल के स्तर को बढ़ा सकता है और मोटापे सा में योगदान दे सकता है. जिसके कारण व्यक्ति को स्ट्रेस हो सकता है.

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क्या करें...

1.  हेल्थ केयर प्रोफेशनल से कंसल्ट करें

पहला कदम किसी डॉक्टर या हेल्थ केयर प्रोफेशनल से कंसल्ट  करना है,  ताकि किसी बीमारी या किसी भी परेशानी का पता लगाया जा सके.

2. विटामिन डी टेस्ट करवा सकते हैं

यदि विटामिन डी की कमी का संदेह है, तो एक साधारण ब्लड टेस्ट इसकी पुष्टि कर सकता है.

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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