
राष्ट्रीय सिकल सेल मिशन के तहत अब तक 6 करोड़ लोगों की जांच हुईं है , जबकि कुल लक्ष्य 7 करोड़ लोगों की जांच का है. जांच के दौरान 2.15 लाख व्यक्तियों में सिकल सेल रोग की पुष्टि हुई है, जबकि 16.7 लाख लोग वाहक पाए गए हैं. अब तक 2.6 करोड़ स्क्रीन किए गए व्यक्तियों को संबंधित राज्यों द्वारा स्वास्थ्य कार्ड जारी किए गए हैं. मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान, तेलंगाना, कर्नाटक और उत्तराखंड जैसे राज्यों ने लक्ष्य के अनुसार उच्च प्रतिशत में स्क्रीनिंग कर जबरदस्त प्रगति दिखाई है . ओडिशा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात में सिकल सेल रोग के सबसे अधिक मामलों की पुष्टि हुई है.
स्क्रीनिंग में मान्यता प्राप्त ‘पॉइंट ऑफ केयर टेस्टिंग किट्स का उपयोग किया जा रहा है, जो तेज़ और सटीक परिणाम देती हैं. एक समर्पित डैशबोर्ड और सिकल सेल पोर्टल बनाया गया है, जो सभी राज्यों से प्राप्त आंकड़ों को एकत्र और प्रदर्शित करता है. लक्ष्यों को पूरा करने के लिए स्क्रीनिंग में तेजी लाना, तथा पहचाने गए रोगियों और वाहकों के लिए परामर्श व फॉलो-अप सेवाओं को सुनिश्चित करना प्रमुख प्राथमिकताएँ हैं.
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राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन की शुरुआत 1 जुलाई 2023 को प्रधानमंत्री द्वारा शहडोल, मध्य प्रदेश से की गई थी. मिशन का उद्देश्य वर्ष 2047 तक सिकल सेल एनीमिया को समाप्त करना है. इसके अंतर्गत 0-40 वर्ष की आयु के 7 करोड़ लोगों की वित्त वर्ष 2025-26 तक स्क्रीनिंग और व्यापक जागरूकता व परामर्श सेवाएँ प्रदान करना शामिल है.
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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