Caring for Someone with Lung Cancer: कैंसर एक गंभीर बीमारी है जो चाहे शरीर के किसी भी अंग में हो, मरीज के लिए निश्चित तौर पर चुनौतीपूर्ण साबित होता है. शुरुआती दौर में बीमारी का पता चलने पर इलाज और रिकवरी ज्यादा आसान होती है. इलाज के दौरान कैंसर के मरीजों को खास देखभाल की जरूरत होती है. एम्स के ऑन्कोलॉजिस्ट डॉक्टर सुनील कुमार ने एनडीटीवी से खास बातचीत के दौरान बताया कि लंग कैंसर से पीड़ित व्यक्ति की देखभाल कैसे की जानी चाहिए.
लंग कैंसर पीड़ित की देखभाल- (Caring for a person with lung cancer)
1. पूरा करें ट्रीटमेंट
किसी अन्य कैंसर की तरह लंग कैंसर के इलाज में भी समय लगता है. उचित इलाज के जरिए शुरुआती स्टेज के लंग कैंसर को खत्म किया जा सकता है. इसीलिए ट्रीटमेंट बेहद जरूरी है. एम्स के डॉक्टर सुनील कुमार ने बताया कि ट्रीटमेंट पूरा करना बेहद जरूरी है और इस बात का खास ख्याल रखना परिवार की जिम्मेदारी होती है. कैंसर से पार पाने के लिए उचित और संपूर्ण इलाज बेहद महत्वपूर्ण है.
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2. पोषण की जरूरत का रखें ख्याल
डॉक्टर सुनील कुमार बताते हैं कि लंग कैंसर के दौरान शरीर बेहद कमजोर हो जाता है. कीमोथेरेपी के दौरान मरीज की इम्यूनिटी और कमजोर हो जाती है जिससे इंफेक्शन का चांस भी बढ़ जाता है. लंग कैंसर के मरीज को इस सबसे बचाने के लिए उसके पोषण का ख्याल रखना बेहद जरूरी है. डॉक्टर ने बताया कि इलाज के दौरान मरीज के शरीर को सही पोषण देना बहुत जरूरी है.
3. मेंटल और इमोशनल सपोर्ट
कैंसर एक गंभीर बीमारी है जो शरीर के साथ-साथ मानसिक स्तर पर भी मरीज को तोड़ कर रख देती है. ऐसे में कैंसर से लड़ रहे व्यक्ति को मानसिक और भावनात्मक स्तर पर सपोर्ट देना बेहद जरूरी है. इलाज के दौरान शारीरिक तौर पर मरीज को काफी कुछ झेलना पड़ता है जिस वजह से कई बार मेंटल और इमोशनल ब्रेकडाउन हो सकता है. ऐसे में दोस्त और परिवार के लगातार सपोर्ट और हिम्मत की जरूरत होती है.
4. इंफेक्शन से बचें
लंग कैंसर के ट्रीटमेंट के दौरान मरीज को इंफेक्शन से बचाने का हर संभव प्रयास करना चाहिए क्योंकि यह कई बार जानलेवा भी साबित हो सकता है. कैंसर से पीड़ित मरीज की इम्यूनिटी काफी कमजोर हो जाती है. कीमोथेरेपी के दौरान इम्यूनिटी में और गिरावट आ जाती है जिस वजह से इंफेक्शन होने पर रिकवर करना मुश्किल हो सकता है. कई केस में इंफेक्शन जानलेवा भी हो जाता है.
लंग कैंसर से प्रभावित होते हैं दूसरे अंग
फेफड़ों के जरिए पूरे शरीर में ऑक्सीजन का सप्लाई होता है और लंग कैंसर की वजह से कहीं न कहीं यह प्रक्रिया निश्चित तौर पर प्रभावित होती है. इस वजह से लंग कैंसर के मरीज को कई बार सांस लेने में दिक्कत और थकावट जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. डॉक्टर सुनील कुमार ने बताया कि फेफड़ों के जिस हिस्से में कैंसर हो जाता है वह लगभग काम करना बंद कर देता है. लंग कैंसर के ज्यादातर मरीजों में स्मोकिंग की हिस्ट्री होती है जिस वजह से फेफड़ों की क्षमता पहले से ही थोड़ी कम रहती है और कैंसर होने के बाद यह और ज्यादा प्रभावित होते हैं. लंग कैंसर की वजह से फेफड़ों की क्षमता में होने वाली कमी का प्रभाव शरीर के अन्य अंगों पर भी पड़ता है.
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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