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इन बीमारियों के लिए किसी दवाई से कम नहीं हैं ये फूल, क्या आप इन्हें पहचानते हैं?

Medicinal Benefits of Flowers: ये फूल न केवल सुंदरता का प्रतीक हैं, बल्कि औषधीय गुणों से भी भरपूर हैं. इनके सही उपयोग से हम कई प्रकार की बीमारियों का प्राकृतिक उपचार कर सकते हैं. हालांकि, पहले किसी एक्सपर्ट की सलाह जरूर लेनी चाहिए, ताकि कोई भी साइड इफेक्ट न हो.

इन बीमारियों के लिए किसी दवाई से कम नहीं हैं ये फूल, क्या आप इन्हें पहचानते हैं?
Medicinal Benefits of Flowers: फूल औषधीय गुणों के कारण किसी दवा से कम नहीं माने जाते हैं.

प्रकृति हमें कई प्रकार के फूल प्रदान करती है, जो न केवल हमारी आंखों को आकर्षित करते हैं बल्कि हमारे स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होते हैं. आयुर्वेद और पारंपरिक उपचार तकनीकों में फूलों का उपयोग कई बीमारियों के उपचार के लिए किया जाता रहा है. इनमें से कुछ फूल अपने औषधीय गुणों के कारण किसी दवा से कम नहीं माने जाते हैं. यहां हम कुछ ऐसे कुछ फूलों के बारे में बता रहे हैं, जो स्वास्थ्य समस्याओं के लिए प्राकृतिक उपचार का काम करते हैं.

सेहत के लिए बेहद फायदेमंद हैं ये फूल (These Flowers Are Very Beneficial For Health)

1. गेंदा का फूल (Marigold)

गेंदा का फूल अपने एंटीसेप्टिक और एंटीइंफ्लेमेटरी गुणों के लिए जाना जाता है. यह त्वचा की जलन, घाव और सूजन को कम करने में मददगार होता है. इसके साथ ही, यह पाचन तंत्र को बेहतर बनाने और मेंट्रुअल इरेगुलेरिटी को कंट्रोल करने में सहायक हो सकता है.

उपयोग विधि: गेंदा के फूलों से तैयार किया गया लेप त्वचा की समस्याओं पर लगाया जा सकता है और इसका काढ़ा पीने से आंतरिक सूजन को कम किया जा सकता है.

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2. गुलाब (Rose)

गुलाब के फूल की सुगंध और सौंदर्य के अलावा इसके औषधीय गुण भी कमाल के होते हैं. गुलाब का अर्क त्वचा को हाइड्रेट और मॉइस्चराइज करता है, जिससे त्वचा कोमल और चिकनी बनी रहती है. गुलाब जल आंखों की जलन और थकान को दूर करने में भी मददगार है.

उपयोग विधि: गुलाब की पंखुड़ियों से तैयार गुलाब जल का उपयोग स्किन केयर और आंखों की क्लीजिंग के लिए किया जा सकता है. इसके अलावा, गुलाब की पंखुड़ियों का शर्बत पाचन को सुधारता है और मन को शांत करता है.

3. सदाबहार (Periwinkle)

सदाबहार का फूल डायबिटीज जैसी बीमारी में बहुत लाभकारी माना जाता है. इसके पत्तों और फूलों का उपयोग ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने के लिए पारंपरिक उपचार में किया जाता है.

उपयोग विधि: सदाबहार के फूल और पत्तियों का रस निकालकर इसे सीमित मात्रा में सेवन करना चाहिए. इसे किसी एक्सपर्ट की सलाह से ही लेना चाहिए.

4.  कमल का फूल (Lotus)

कमल का फूल अपने शीतल और ताजगी भरे गुणों के लिए जाना जाता है. यह किडनी की समस्याओं, दस्त और आंतरिक सूजन के उपचार में उपयोगी है. कमल के बीज भी पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं और इन्हें सुपरफूड के रूप में माना जाता है.

उपयोग विधि: कमल के फूल का अर्क या इसके पत्तों का रस पीने से शरीर को ठंडक मिलती है और यह पाचन को सुधारता है. कमल के बीज का सेवन करने से पोषण मिलता है.

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5. चमेली (Jasmine)

चमेली के फूल का उपयोग तनाव, चिंता और अवसाद जैसी मानसिक समस्याओं के उपचार में किया जाता है. इसकी सुगंध मन को शांति देती है और मस्तिष्क को ताजगी का अनुभव कराती है. इसके अलावा, यह सर्दी-जुकाम के लक्षणों को भी कम कर सकता है.

उपयोग विधि: चमेली के फूलों का अर्क या तेल सांस की समस्याओं के लिए उपयोगी होता है और इसे मालिश के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है. चमेली की चाय तनाव कम करने के लिए भी लोकप्रिय है.

फूल न केवल सुंदरता का प्रतीक हैं, बल्कि औषधीय गुणों से भी भरपूर हैं. इनके सही उपयोग से हम कई प्रकार की बीमारियों का प्राकृतिक उपचार कर सकते हैं. हालांकि, इनका उपयोग करने से पहले किसी एक्सपर्ट की सलाह जरूर लेनी चाहिए, ताकि कोई भी साइड इफेक्ट न हो.

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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