Sardi me Bar bar toilet aane ka karan : सोचिए, आप सर्दियों की ठिठुरती रात में रजाई के अंदर दुबके हुए हैं और आपको अचानक जोरदार पेशाब (Urination) लगती है. अब इस जन्नत को छोड़कर बाथरूम तक जाना किसी जंग से कम नहीं. यह कहानी लगभग हर भारतीय घर की है. लेकिन, क्या आपने कभी सोचा है कि सर्दी में ही बार-बार पेशाब क्यों आती है? क्या यह कोई बीमारी है, या इसके पीछे कोई मजेदार साइंस है? चलिए, आज इसी राज से पर्दा उठाते हैं.
सर्दी में बार-बार पेशाब क्यों आती है? | Why Frequent Urination in Winter?
आमतौर पर हम इसे ठंड लगने से जोड़कर देखते हैं, जो सही भी है, लेकिन इसके पीछे की वजह बड़ी दिलचस्प है. यह सब हमारे शरीर का खुद को गर्म रखने का एक तरीका है, जिसे डॉक्टर की भाषा में 'कोल्ड डाययूरेसिस' (Cold Diuresis) कहते हैं.
1. शरीर की गर्मी बनाए रखने का खेलजैसे ही बाहर का तापमान गिरता है और हमारे शरीर को ठंड लगती है, तो बॉडी अपने मुख्य अंगों (Core Organs) की गर्मी को बचाए रखने के लिए एक काम करती है:
नसों का सिकुड़ना - Vasoconstrictionशरीर की खून की नलियां (Blood Vessels) सिकुड़ जाती हैं या टाइट हो जाती हैं. यह इसलिए होता है ताकि ब्लड फ्लो शरीर के मुख्य अंगों (जैसे दिल, फेफड़े) की तरफ ज़्यादा जाए और गर्मी अंदर बनी रहे.
ब्लड प्रेशर का बढ़नाजब ये नलियां सिकुड़ती हैं, तो नसों में खून का दबाव (Blood Pressure) बढ़ जाता है.
किडनी की प्रतिक्रियाहमारी किडनी (Kidneys) को यह बढ़ा हुआ दबाव पसंद नहीं आता. किडनी का काम होता है शरीर में पानी और नमक का बैलेंस बनाना. बढ़ी हुई प्रेशर को कम करने के लिए, किडनी जल्दी-जल्दी पेशाब (Urine) बनाकर उस अतिरिक्त पानी को शरीर से बाहर निकाल देती है. यही वजह है कि आपको बार-बार बाथरूम भागना पड़ता है.
2. पसीना न आना - Less Sweating
गर्मियों में, हमारे शरीर का बहुत सारा पानी पसीने के रूप में निकल जाता है. आपको पता भी नहीं चलता और आप डिहाइड्रेटेड होने लगते हैं. लेकिन, सर्दियों में पसीना आना लगभग बंद हो जाता है.
जो पानी पहले पसीने के रास्ते निकल रहा था, अब वह भी बाहर निकलने का रास्ता ढूंढ़ता है, और वह रास्ता है, पेशाब. यह पानी भी यूरिन के रूप में बाहर निकलता है, जिससे पेशाब की मात्रा और फ्रीक्वेंसी (Frequency) बढ़ जाती है.
3. चाय-कॉफी का ओवरडोज
सर्दियों में लोग गर्माहट के लिए चाय, कॉफी या सूप ज्यादा पीते हैं. इनमें से अधिकतर चीजों में कैफीन (Caffeine) होता है. कैफीन एक 'डाइयुरेटिक' (Diuretic) है, यानी यह आपके पेशाब बनने की प्रक्रिया को तेज कर देता है. ऐसे में अगर आप शाम के बाद चाय या कॉफी पीते हैं, तो रात को बार-बार उठना पक्का है.
ये तो हो गई बार-बार पेशाब आने का कारण और घरेलू उपाय...
बार-बार पेशाब आने की परेशानी से कैसे बचें
खुद को गर्म रखें - Stay Warm
यह सबसे जरूरी है. ठंड लगने से ही शरीर यह पूरी प्रक्रिया शुरू करता है. खासकर अपने पैर, पेट का निचला हिस्सा (Lower Abdomen) और कमर को गर्म रखें. मोजे और स्लीपर (Slippers) पहनकर रखें.
रात को 'डाइयुरेटिक' से बचें शाम 4-5 बजे के बाद चाय, कॉफी, सोडा या शराब (Alcohol) का सेवन कम कर दें या बंद कर दें.
पानी पीना न छोड़ें: कई लोग बार-बार पेशाब आने के डर से पानी पीना कम कर देते हैं, जो कि गलत है. इससे डिहाइड्रेशन हो सकता है. पानी जरूर पीएं, लेकिन दिन के समय ज्यादा पीयें और सोने से 2 घंटे पहले पानी पीना कम कर दें.
अगर यह समस्या बहुत ज्यादा है, तो डॉक्टर की सलाह पर आप 'केगल' एक्सरसाइज कर सकते हैं. ये पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियों को मजबूत करती हैं, जिससे आपको पेशाब पर बेहतर कंट्रोल मिलता है.
मसालेदार खाने से बचेंशाम के समय ज्यादा तीखा या मसालेदार भोजन करने से भी ब्लैडर में जलन हो सकती है, जिससे पेशाब जल्दी आती है.
अगर आपको बार-बार पेशाब आने के साथ-साथ बुखार, पेशाब में जलन, तेज प्यास लगना या अचानक वजन कम होने जैसी कोई समस्या हो रही है, तो यह 'कोल्ड डाययूरेसिस' नहीं, बल्कि डायबिटीज या UTI जैसी कोई और दिक्कत हो सकती है. ऐसे में आप तुरंत डॉक्टर को दिखाएं.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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