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Puberty Stages and Signs For Girl: क्‍या हैं लड़कियों में प्यूबर्टी शुरू होने के लक्षण, पेरेंट्स के लिए इन बातों पर दें खास ध्‍यान

Puberty in Girls: प्यूबर्टी में कभी चिड़चिड़ाहट तो कभी भावनात्मक और मानसिक स्तर पर हलचल और उलझन तेज हो जाती है. ये बदलाव इतने नए होते हैं कि कई बार लड़कियां अकेले इन्हें संभाल नहीं पाती है.

Puberty Stages and Signs For Girl: क्‍या हैं लड़कियों में प्यूबर्टी शुरू होने के लक्षण, पेरेंट्स के लिए इन बातों पर दें खास ध्‍यान
लड़कियों में प्यूबर्टी के चार स्टेज (Four stages of puberty in girls)

Puberty in Girls: लड़कियों में प्यूबर्टी एक ऐसा फेज है जिसमें माता-पिता की भूमिका काफी अहम हो जाती है. शारीरिक, मानसिक और हार्मोनल बदलावों की वजह से लड़कियां अपने जीवन के इस स्टेज में कई स्तर पर उथल-पुथल का सामना कर रही होती है. कभी चिड़चिड़ाहट तो कभी भावनात्मक और मानसिक स्तर पर हलचल और उलझन तेज हो जाती है. ये बदलाव इतने नए होते हैं कि कई बार लड़कियां अकेले इन्हें संभाल नहीं पाती है. इस दौरान लड़कियों को माता-पिता के मार्गदर्शन और सपोर्ट की बहुत ज्यादा जरूरत होती है.

प्यूबर्टी के दौरान माता-पिता की भूमिका

प्यूबर्टी के दौरान शरीर में होने वाले बदलाव नई उम्र की लड़कियों के लिए कई बार काफी अप्रत्याशित होते हैं. इन अंजान बदलावों के दौरान उन्हें गाइडेंस की जरूरत होती है ताकि वह अपनी लाइफ के इस फेज को समझ पाए और आसानी से पार कर सके. इस दौरान माता-पिता का सपोर्टिव होना बेहद जरूरी है जिसके लिए प्यूबर्टी के अलग-अलग स्टेज और लक्षण को समझना बेहद जरूरी है. एनडीटीवी से खास बातचीत के दौरान गाइनोकोलॉजिस्ट निधि झा ने लड़कियों में प्यूबर्टी के दौरान होने वाले बदलाव और अलग-अलग स्टेज के बारे में खुलकर बताया.

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डॉक्टर निधि झा बताती हैं कि लड़कियों में प्यूबर्टी कई तरह के बदलावों की एक क्रमिक प्रक्रिया है जो उन्हें एडल्टहुड की तरफ लेकर जाती है. इस दौरान लड़कियों को शारीरिक बदलावों के अलावा साइकोलॉजिकल, इमोशनल और हार्मोनल स्तर पर भी कई तरह के बदलावों का सामना करना पड़ता है.

लड़कियों में प्यूबर्टी की शुरुआत आमतौर पर 8 साल की उम्र के बाद होता है. एक्सपर्ट्स ने लड़कियों में प्यूबर्टी को चार स्टेज में विभाजित किया है - थेलार्की, प्यूबार्की, ग्रोथ स्पर्ट और मिनार्की चार स्टेज है जिसमें हर स्टेज पर लड़कियों में शारीरिक और हार्मोनल स्तर पर एक निश्चित बदलाव होता है. हार्मोनल बदलावों के कारण प्यूबर्टी के दौरान लड़कियों में मूड स्विंग और चिड़चिड़ापन जैसी समस्याएं आमतौर पर देखी जाती है.

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लड़कियों में प्यूबर्टी के चार स्टेज (Four stages of puberty in girls)

1. थेलार्की (Thelarche) - प्यूबर्टी के इस स्टेज में लड़कियों में ब्रेस्ट डेवलपमंट की प्रक्रिया शुरू हो जाती है. इस दौरान ब्रेस्ट बड्स दिखाई देने लगता है.
2. प्यूबार्की (Pubarche) - प्यूबार्की स्टेज में लड़कियों के अंडर आर्म्स जिसे एग्जिलरी हेयर कहा जाता है वह आना शुरू हो जाता है. इसके अलावा जेनिटल यानी प्यूबिक एरिया में भी बालों की ग्रोथ होने लगती है.
3. ग्रोथ स्पर्ट (Growth Spurt) - लड़कियां आमतौर पर 12-13 साल की उम्र में ग्रोथ स्पर्ट स्टेज तक पहुंच जाती है. इस स्टेज में लड़कियों की हाइट में अचानक से ग्रोथ देखने को मिलती है.
4. मिनार्की (Menarche) - मिनार्की स्टेज एक तरह से लड़कियों में प्यूबर्टी का फाइनल स्टेज होता है. इस स्टेज में पीरियड आना शुरू हो जाता है.

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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