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प्रेग्नेंसी और पीएमएस के लक्षण होते हैं एक जैसे, हर कोई हो जाता है कन्फ्यूज, जानिए कैसे करें पहचान

प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम (पीएमएस) कई लक्षणों का कारण बनता है जो शुरुआत में गर्भावस्था के लक्षणों से मिलते जुलते हैं. छोटे-मोटे अंतर जानने के लिए आगे पढ़ें.

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प्रेग्नेंसी और पीएमएस के लक्षण होते हैं एक जैसे, हर कोई हो जाता है कन्फ्यूज, जानिए कैसे करें पहचान
पीएमएस और प्रेग्नेंसी दोनों ही क्रैम्प्स का कारण बन सकते हैं.

अगर आप गर्भधारण करने की कोशिश कर रही हैं, तो दो हफ्ते का इंतजार कभी न खत्म होने वाले समय जैसा लग सकता है. अनजान लोगों के लिए दो हफ्ते का इंतजार ओव्यूलेशन और मिस्ड पीरियड (अगर आप गर्भवती हैं) के बीच का समय है. यह आमतौर पर चिंता से भरा होता है और आप किट पर उन दो लाइन को देखने के लिए बहुत सारे प्रेग्नेंसी टेस्ट कर लेते हैं. इस दौरान महिलाओं को कई लक्षणों का भी अनुभव होता है जो गर्भावस्था या किसी दूसरी कंडिशन का संकेत हो सकता है. गर्भवती महिलाओं में ये गर्भावस्था के शुरुआती लक्षण होते हैं. हालांकि, गर्भावस्था के शुरुआती लक्षणों को पहचानना इतना आसान नहीं है क्योंकि पीएमएस और अर्ली प्रेग्नेंसी के लक्षण दोनों बहुत समान हैं. दोनों के बीच अंतर को खारिज करना बहुत कठिन है. अगर आपको दोनों के बीच अंतर करना मुश्किल लगता है, तो यहां जानिए कुछ फैक्ट्स.

पीएमएस और गर्भावस्था के लक्षण | Difference between PMS and pregnancy symptoms

  • मूड में बदलाव
  • ब्रेस्ट टेंडरनेस
  • कब्ज
  • क्रैंम्प्स
  • भूख में बदलाव

1. ब्लीडिंग

पीरियड्स से कुछ दिन पहले वेजाइना से हल्की ब्लीडिंग या स्पॉटिंग गर्भावस्था का एक सामान्य लक्षण है. यह आमतौर पर गुलाबी या गहरे भूरे रंग का होता है जो गर्भधारण के 10-14 दिन बाद होता है. इस ब्लीडिंग को इम्प्लांटेशन ब्लीडिंग कहा जाता है जो एक या दो दिन तक रह सकता है. हालांकि, हर गर्भवती महिला को इम्प्लांटेशन ब्लीडिंग का अनुभव नहीं होता है.

दूसरी ओर, अगर यह पीएमएस है तो आपको ब्लीडिंग का अनुभव नहीं होगा.

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2. मतली

मतली गर्भावस्था के शुरुआती लक्षणों में से एक है. इसे मॉर्निंग सिकनेस के नाम से भी जाना जाता है जो दिन के किसी भी समय हो सकती है. मतली के साथ उल्टी हो भी सकती है और नहीं भी.

मतली और उल्टी पीएमएस के लक्षण नहीं हैं जब तक कि आपको पाचन संबंधी कोई समस्या न हो.

3. क्रैम्प्स

पीएमएस और गर्भावस्था दोनों ही पेट के निचले हिस्से में क्रैम्प्स में योगदान कर सकते हैं.

अगर आप पीएमएसिंग कर रहे हैं, तो आपको पीरियड्स से 24 से 48 घंटे पहले पीरियड्स में होने वाले क्रैम्प्स के समान क्रैम्प्स का अनुभव हो सकता है. यह अंततः आपकी पीरियड्स के अंत तक दूर हो जाता है.

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अगर आप गर्भवती हैं, तो आपको हल्के क्रैम्प्स (पीरियड्स में होने वाले क्रैम्प्स से हल्के) का अनुभव हो सकता है. ये हल्के क्रैम्प्स आमतौर पर आपके पेट और पीठ के निचले हिस्से के आसपास इम्प्लांटेशन पीरियड के दौरान लगातार बनी रहते हैं. हालांकि, अगर आपको तेज दर्द का अनुभव हो या इसके साथ ब्लीडिंग भी हो, तो तुरंत डॉक्टर से मिलें.

4. फूड क्रैविंग

पीएमएस के दौरान आपकी भूख बढ़ जाती है और खाने की लालसा बढ़ने की संभावना होती है. दूसरी ओर गर्भावस्था में आपको एक खास चीज को खाने की इच्छा हो सकती है, लेकिन अर्ली स्टेज में आपको ज्यादा खाने का मन नहीं करेगा.

आपको टेस्ट कब करना चाहिए?

अगर आप गर्भधारण करने की कोशिश कर रही हैं, तो आपको प्रेग्नेंसी टेस्ट करना चाहिए. प्रेग्नेंसी के 10-13 दिन बाद ही गर्भावस्था का पता लगा सकते हैं. हालांकि, सटीक रिजलट के लिए आपको मिस्ड पीरियड के पहले दिन का इंतजार करना चाहिए.

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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