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This Article is From Feb 02, 2024

Cervical Cancer: Causes & Symptoms: सर्वाइकल कैंसर क्या है, इसके शुरुआती लक्षण, कारण और 90 फीसदी बचाव देने वाले उपाय

Cervical Cancer: डब्ल्यूएचओ (WHO) मुताबिक, दुनिया भर में सर्वाइकल कैंसर महिलाओं में चौथा सबसे आम कैंसर है. साल 2020 में 604,000 नए मामले सामने आए.

Cervical Cancer: Causes & Symptoms: सर्वाइकल कैंसर क्या है, इसके शुरुआती लक्षण, कारण और 90 फीसदी बचाव देने वाले उपाय
सर्वाइलक कैंसर क्या है, इसके लक्षण, कारण और बचाव के उपाय | Cervical Cancer: Causes, Symptoms, Treatment, and HPV Prevention

Cervical Cancer: डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, दुनिया भर में सर्वाइकल कैंसर महिलाओं में चौथा सबसे आम कैंसर है. साल 2020 में 604,000 नए मामले सामने आए. सर्वाइकल कैंसर (Cervical Cancer)  कैंसर का एक ऐसा प्रकार जिससे बचाव 90 फीसदी तक संभव है. ऐसे में इसे समझना जरूरी है. तो चलिए बिना देर करते जानते हैं सर्वाइलक कैंसर क्या है, इसके लक्षण, कारण और बचाव के उपाय क्या हैं. 

सर्वाइलक कैंसर क्या है, इसके लक्षण, कारण और बचाव के उपाय | Cervical Cancer: Causes, Symptoms, Treatment, and HPV Prevention

क्या है सर्वाइकल कैंसर (What is Cervical Cancer?)

सर्वाइकल कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि है जो गर्भाशय ग्रीवा में शुरू होती है. गर्भाशय ग्रीवा गर्भाशय का निचला हिस्सा है जो योनि से जुड़ता है. ह्यूमन पेपिलोमावायरस के प्रकार, जिन्हें एचपीवी भी कहा जाता है, अधिकांश सर्वाइकल कैंसर पैदा करने में भूमिका निभाते हैं. एचपीवी एक सामान्य संक्रमण है जो यौन संपर्क से फैलता है. एचपीवी के संपर्क में आने पर, शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली आमतौर पर वायरस को नुकसान पहुंचाने से रोकती है. हालांकि, कुछ प्रतिशत लोगों में यह वायरस सालों तक जीवित रहता है. यह उस प्रक्रिया में योगदान देता है जिसके कारण कुछ ग्रीवा कोशिकाएं कैंसर कोशिकाएं बन जाती हैं.

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सर्वाइकल कैंसर के लक्षण | Cervical Cancer Symptoms

शुरुआत में सर्वाइकल कैंसर के लक्षण दिखाई नहीं देते. जैसे-जैसे यह बढ़ता है, सर्वाइकल कैंसर संकेत और लक्षण पैदा कर सकता है.

  • संभोग के बाद, पीरियड्स के बीच या मेनोपॉज के बाद योनि से रक्तस्राव.
  • पीरियड्स में हेवी ब्लीडिंग और सामान्य से अधिक समय तक पीरियड चलना.
  • पानी जैसा, खूनी योनि स्राव जो भारी हो सकता है और दुर्गंधयुक्त हो सकता है.
  • संभोग के दौरान पेल्विक दर्द.

सर्वाइकल कैंसर का निदान कैसे करें, इसके लिए कौन से टेस्ट मौजूद हैं | Cervical cancer - Diagnosis and treatment

आप स्क्रीनिंग टेस्ट कराकर और एचपीवी संक्रमण से बचाने वाली वैक्सीन लेकर सर्वाइकल कैंसर के विकास के जोखिम को कम कर सकते हैं.

जब सर्वाइकल कैंसर होता है, तो अक्सर कैंसर को हटाने के लिए सबसे पहले सर्जरी से इसका इलाज किया जाता है. अन्य इलाजों में कैंसर कोशिकाओं को मारने वाली दवाएं शामिल हो सकती हैं. विकल्पों में कीमोथेरेपी और टारगेट थेरेपी दवाएं शामिल हो सकती हैं. शक्तिशाली ऊर्जा किरणों के साथ रेडिएशन थेरेपी का भी इस्तेमाल किया जा सकता है. कभी-कभी इलाज में रेडिएशन को कम खुराक वाली कीमोथेरेपी के साथ जोड़ दिया जाता है.

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सर्वाइकल कैंसर को रोकने या बचाव के उपाय | 5 Tips for Preventing Cervical Cancer

1. कंडोम के बिना कई व्यक्तियों के साथ यौन संपर्क से बचें.
2. हर तीन वर्ष में एक पेप टेस्ट करवाएं, क्योंकि समय पर पता लगने से इलाज में आसानी होती है.
3. धूम्रपान छोड़ दें, क्योंकि सिगरेट में निकोटीन और अन्य घटकों को रक्त की धारा से गुजरना पड़ता है और यह सब गर्भाशय-ग्रीवा में जमा होता है, जहां वे ग्रीवा कोशिकाओं के विकास में बाधक बनते हैं. धूम्रपान प्रतिरक्षा तंत्र को भी दबा सकता है.
4. फल, सब्जियों और पूर्ण अनाज से समृद्ध स्वस्थ आहार खाएं, मगर मोटापे से दूर रहें. 
5. सर्वाइकल कैंसर का टीका:  सर्वाइकल कैंसर को अक्सर टीकाकरण और आधुनिक स्क्रीनिंग तकनीकों से रोका जा सकता है, जो गर्भाशय ग्रीवा में पूर्वकाल परिवर्तन का पता लगाता है.

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सर्वाइकल कैंसर से बचाव के उपाय (HPV vaccine)

एचपीवी वैक्सीन (HPV Vaccine) एक ऐसा टीका है जो महिलाओं में इस वायरस के संपर्क में आने से 90% तक सुरक्षा देता है. एचपीवी वायरस को रोकने के लिए कम उम्र में ही वैक्सीन लगवाना जरूरी है ताकि एनल, पेनाइल, ऑरोफरीन्जियल कैंसर और दूसरे प्रकार  के एचपीवी से संबंधित कैंसर के मामलों को कम किया जा सके. मौजूदा वक्त में एचपीवी वैक्सीन की दो डोज 15 साल की से कम उम्र में दी जाती है, जिसमें करीब 6 महीने का अंतर होता है. इसके अलावा तीन खुराक 15 साल की आयु के बाद 0, 2 ,6 महीने के अंतराल पर दी जाती है.


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    (अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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