Omicron Cases In Delhi: दिल्ली में 81 फीसदी सिर्फ ओमिक्रोन वेरिएंट के मामले, जानें क्या हैं हालात

Covid Cases In Delhi: “नई जि‍नोम सिक्वेंसिंग रिपोर्ट के मुताबिक, जि‍नोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजे गए 187 कोविड सैंपल में से 152 लोगों में ओमिक्रोन वेरिएंट पाया गया. इसका मतलब है कि 81 फीसदी मामले ओमिक्रोन के थे.

Omicron Cases In Delhi: दिल्ली में 81 फीसदी सिर्फ ओमिक्रोन वेरिएंट के मामले, जानें क्या हैं हालात

187 कोविड सैंपल में से 152 लोगों में ओमिक्रोन वेरिएंट पाया गया.

“नई जि‍नोम सिक्वेंसिंग रिपोर्ट के मुताबिक, जि‍नोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजे गए 187 कोविड सैंपल में से 152 लोगों में ओमिक्रोन वेरिएंट पाया गया. इसका मतलब है कि 81 फीसदी मामले ओमिक्रोन के थे. तकरीबन 8.5 फीसदी डेल्टा वेरिएंट के थे और बाकी मामलों में दूसरे वेरिएंट थे. साफ तौर पर ओमिक्रोन वेरिएंट फिलहाल प्रमुख है", दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने सोमवार यानि 3 जनवरी को दिल्ली विधानसभा में कहा. जि‍नोम सिक्वेंसिंग रिपोर्ट के साथ स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि दिल्ली में अभी तक किसी भी ओमिक्रोन रोगी को ऑक्सीजन की जरूरत नहीं है.

2 जनवरी, 2022 का स्वास्थ्य बुलेटिन डाटा शेयर करते हुए जैन ने कहा कि दिल्ली में कोविड-19 मामलों में बढोतरी दर्ज की जा रही है, लेकिन हालात कंट्रोल में है क्योंकि बहुत से लोगों को अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं है. कल पॉजिटिटिव रेट 4.59 फीसदी के साथ 3,194 मामले और एक मौत दर्ज की गई. लेकिन, 9,024 बेड्स की उपलब्धता के मुकाबले स‍िर्फ 307 अस्पताल के बेड्स पर मरीज भर्ती हैं.

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2 जनवरी के ताजा हेल्थ बुलेटिन के अनुसार, अस्पताल में 307 रोगियों के साथ दिल्ली में 8,300 से ज्यादा कोविड मामले एक्टिव हैं. जैन के अनुसार, पिछले साल डेल्टा लहर के दौरान तकरीबन 1,500 कोविड पॉजिटिव रोगियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जब दिल्ली में इतने ही सक्रिय मामले सामने आए थे.

तकरीबन दो सालों के कोव‍िड-19 से लड़ने के अनुभव को याद कर स्वास्थ्य मंत्री ने सार्वजनिक क्षेत्र में हर समय फेस मास्क पहनने पर जोर दिया. उन्होंने कहा, ''घबराने से मदद नहीं मिलेगी. घबराहट के कारण, जिन रोगियों को अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं होती है, वे भी अस्पताल जाते हैं और भर्ती हो जाते हैं. हमें सावधान रहने की जरूरत है.''

दिल्ली विधानसभा में एक सवाल का उत्तर देते हुए जैन ने बताया कि सरकारी अस्पतालों और क्लीनिकों में चिकित्सा कर्मचारियों की कोई कमी नहीं थी, जब राष्ट्रीय राजधानी में पिछले कुछ दिनों में कोरोनोवायरस के मामलों में बढोतरी देखी जा रही है.

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)