Reason For Constipation Among Youngsters: कब्ज से पीड़ित लोगों में आमतौर पर हर हफ्ते में तीन बार से कम मल त्याग होता है. असहज होने के अलावा, कब्ज के स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव भी पड़ सकते हैं. जहां पहले 40 से ज्यादा उम्र के लोगों में कब्ज की समस्या ज़्यादा होती थी, वहीं अब यह युवाओं में भी आम हो गई है. डॉक्टर अंजलि मुखर्जी ने युवा वयस्कों में इरिटेबल बाउल सिंड्रोम का सामना करने के पीछे के कारण बताए. उन्होंने इंस्टाग्राम पर शेयर किए गए एक वीडियो में कहा, "यह वीडियो दुनिया भर के उन सभी युवाओं के लिए है जो गैस की समस्या और कब्ज से पीड़ित हैं. आप 20 साल या उससे ज़्यादा उम्र के हो सकते हैं और आपको ये सभी समस्याएं हो सकती हैं. इन समस्याओं के बढ़ने का कारण यह है कि पहले 40 की उम्र के बाद ही गैस की समस्या और पेट फूलने की समस्या सुनने को मिलती थी. अब आप 20 साल की उम्र में ही ये समस्याएं पा रहे हैं. तो इसका कारण मॉडर्नाइजेशन, बहुत ज्यादा प्रोसेस्ड फूड्स, फिजिकल एक्टिविटी की कमी और बहुत ज्यादा तनाव है."
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उन्होंने कहा, "आप पूरे दिन एक्टिव नहीं रहते हैं. आप अपने लैपटॉप के सामने एक जगह बैठे रहते हैं या अपने फोन पर स्क्रॉल करते रहते हैं. बहुत ज्याजा फिजिकल एक्टिविटी नहीं होती है और इसका असर आपके पेट पर पड़ता है. आप जो खाते-पीते हैं और जो सोचते और करते हैं, उसके प्रति आपका पेट बहुत सेंसिटिव होता है. अगर आप देर रात को खाना ऑर्डर करते हैं, अगर आप देर रात को बहुत ज्यादा कार्ब्स खाते हैं, अगर आप ब्लू लाइट के संपर्क में आते हैं, अगर आपका शेड्यूल बहुत व्यस्त है, तो आप पर बहुत ज्यादा दबाव और तनाव है और आप बहुत अधिक मिठाइयां खाते हैं, आप धूम्रपान करते हैं, आप शराब पीते हैं, आप देर से खाते हैं, आप देर से सोते हैं. इन सभी चीजों का आपके पेट पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है और याद रखें कि सभी बीमारियां पेट से शुरू होती हैं."
पेट खराब होने से कुछ समस्याएं हो सकती हैं, जैसे कि हॉर्मोन संबंधी असामान्यताएं और कब्ज. हालांकि, आप अपने रूटीन में कुछ बदलाव करके नियमित मल त्याग और शरीर को साफ रखने में मदद कर सकते हैं.
पेट के स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने के लिए सरल उपाय | Simple Tips To Maintain Better Gut Health
1. हेल्दी डायजेशन सिस्टम को बनाए रखने के लिए नियमित अंतराल पर भोजन करना जरूरी है. हेल्दी और अच्छी तरह से ऑयली पाचन तंत्र को बनाए रखने के लिए हर दिन एक ही समय पर नाश्ता, दोपहर का भोजन और रात का खाना खाने की कोशिश करें.
2. स्वस्थ पाचन तंत्र को बनाए रखने के लिए, हर दिन तीन या उससे ज़्यादा लीटर पानी पिएं. पर्याप्त मात्रा में लिक्विड लेने से कब्ज से बचा जा सकता है और मल को नरम किया जा सकता है.
3. ध्यान रखें कि आपकी डेली डाइट में भरपूर मात्रा में सब्ज़ियां और कम से कम दो सर्विंग फल शामिल हों. फलों और सब्ज़ियों में पाए जाने वाले फाइबर, विटामिन और मिनरल रेगुलर मल त्याग और हेल्दी डायजेशन सिस्टम को सपोर्ट करते हैं.
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4. प्रोबायोटिक्स से भरपूर फूड्स जैसे अचार, दही, केफिर और फर्मेंटेड फूड्स का सेवन बढ़ाएं. प्रोबायोटिक्स आंतों के बैक्टीरिया के संतुलन को बनाए रखने में सहायता करते हैं, जो पाचन को बढ़ाता है और कब्ज को कम करता है.
5. सोने से एक घंटे पहले एक गिलास अंजीर का दूध पिएं. अपने हाई फाइबर सामग्री और नेचुरल शुगर के कारण, अंजीर स्वस्थ पाचन को बढ़ावा देते हैं और कब्ज से बचने में मदद करते हैं, जो आरामदायक नींद को बढ़ावा देता है.
अगर आप अपने पाचन को बेहतर बनाना चाहते हैं तो इन बिंदुओं को ध्यान में रखें.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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