
नवरात्रि में कई लोग कुछ खास खाने से परहेज करते हैं और व्रत रखते हैं. वे आटा, गेहूं, चावल, दालें, फलियां और मांसाहारी खाने से बचते हैं. इसके बदले वे साबूदाना, आलू जैसे चीजें खाते हैं. व्रत का मतलब होता है भगवान की भक्ति करना, लेकिन साथ ही यह भी जरूरी है कि व्रत में खाया गया खाना सेहतमंद हो.
पोषण विशेषज्ञ किरण कुकरेजा ने बताया कि नवरात्रि में लोग कुछ आम गलतियां करते हैं, जिनसे बचना चाहिए:
न्यूट्रिशनिस्ट Kiran Kukreja ने बनाई 5 गलतियां | Nutritionist reveals 5 common Navratri fasting mistakes
1. साबूदाना ज्यादा खाना:
साबूदाना से कई तरह के व्रत के पकवान बनते हैं, जैसे खिचड़ी, डोसा, चिल्ला. लेकिन साबूदाना में ज्यादा स्टार्च होता है, जो ब्लड शुगर बढ़ा सकता है और जल्दी थका देता है. इसलिए इसे बहुत ज्यादा नहीं खाना चाहिए.

side effects of fasting navratri
2. प्रोटीन की कमी:
नवरात्रि में दालें और मांस नहीं खाने से प्रोटीन की कमी हो जाती है. ज्यादातर व्रत के खाने में कार्बोहाइड्रेट और फैट ज्यादा होते हैं, जिससे ऊर्जा जल्दी खत्म हो जाती है. इसलिए प्रोटीन का ध्यान रखना जरूरी है.
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3. व्रत के चिप्स और नमकीन सावधानी से खाना:
बहुत से पैकेज्ड स्नैक्स होते हैं जिन पर लिखा होता है कि ये व्रत के लिए ठीक हैं, लेकिन ये खराब तेल में तले हुए हो सकते हैं, जो सेहत के लिए ठीक नहीं. इसलिए इनका सीमित मात्रा में ही सेवन करें.
4. हर बार आलू खाना सही नहीं:
आलू व्रत में आमतौर पर खाने की चीज़ है, लेकिन आलू में भी बहुत स्टार्च होता है. लगातार आलू खाने से ब्लड शुगर बढ़ सकता है. इसलिए हर बार आलू पर ही निर्भर न रहें.
5. हर दिन एक ही खाना न बनाएं:
व्रत में खाने की चीज़ें सीमित होती हैं, लेकिन हर दिन एक ही तरह का खाना (जैसे कुट्टू चीला या सामक चावल) खाने से पोषण की कमी हो सकती है और खाने की इच्छा भी बढ़ जाती है. इसलिए कोशिश करें कि खाना थोड़ा बदलते रहें.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)