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जानें कितने तरह के होते हैं ब्रेन ट्यूमर, साइज और लोकेशन पर निर्भर करते हैं इसके लक्षण

डॉ अजय ने कहा कि ब्रेन ट्यूमर मुख्य रूप से दो तरह के होते हैं- प्राइमरी और सेकेंडरी. प्राइमरी ब्रेन ट्यूमर (Primary brain tumor) ब्रेन में ही शुरू होते हैं.

जानें कितने तरह के होते हैं ब्रेन ट्यूमर, साइज और लोकेशन पर निर्भर करते हैं इसके लक्षण
Brain Tumor: जानें कितने तरह के होते हैं ब्रेन ट्यूमर.

Types of Brain Tumours: क्या आपको पता है कि ब्रेन ट्यूमर ग्रेड 1 से लेकर 4 तक होते हैं. ट्यूमर कितना एग्रेसिव है और उसके ग्रोथ रेट को देखकर उन्हें इन ग्रेड में बांटा जाता है. ग्रेड 1 ट्यूमर धीमी गति से बढ़ने वाले और कम एग्रेसिव होते हैं, जबकि ग्रेड 4 ट्यूमर तेजी से बढ़ते हैं और ज्यादा आक्रामक होते हैं. ब्रेन ट्यूमर कितनी तरह के होते हैं ये जानने के लिए NDTV ने बात कि डॉ अजय चौधरी (Ajay Chaudhary) से, चलिए जानते हैं, उन्होंने क्या जानकारी दी.

ब्रेन ट्यूमर के टाइप (Types of brain tumours)

डॉ अजय ने कहा कि ब्रेन ट्यूमर मुख्य रूप से दो तरह के होते हैं- प्राइमरी और सेकेंडरी. प्राइमरी ब्रेन ट्यूमर (Primary brain tumor) ब्रेन में ही शुरू होते हैं, जबकि सेकेंडरी ब्रेन ट्यूमर (Secondary brain tumor) जिन्हें मेटास्टेटिक ट्यूमर भी कहा जाता है, शरीर के किसी अन्य हिस्से में शुरू होकर ब्रेन में फैलते हैं. जैसे लंग का कैंसर ब्रेन में फैल सकता है, और इस स्थिति को मेटास्टेटिक लंग कैंसर कहते हैं. उन्होंने बताया कि जहां प्राइमरी ट्यूमर नॉन-कैंसरस या कैंसरस हो सकते हैं वहीं सेकेंडरी ट्यूमर हमेशा कैंसरस होते हैं.

ब्रेन के किसी हिस्से में बनने वाले ट्यूमर, प्राइमरी होते हैं. ब्रेन के अंदर बनने वाले ट्यूमर की बात करें तो इसे ग्लाइयोमास कहते हैं. ग्लाइयोमा में चार पांच तरह की वैरायटी होती जिसमें एस्ट्रोसाइटोमा, ओलगोडेंड्रोग्लाइयोमा या एपेंडाइमोमा शामिल हैं.

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उन्होंने बताया कि ब्रेन के बाहर जो झिल्ली होती है उसमें बनने वाले ट्यूमर को मेनिनजियोमा कहते हैं. ये ज्यादातर बेनाइन होते हैं. पिट्यूटरी ग्लैंड में होने ट्यूमर को पिट्यूटरी एडिनोमा कहते हैं, ये भी 90-95% बेनाइन होते हैं. ये सभी ट्यूमर प्राइमरी है जो ब्रेन से ही शुरू होते हैं. इनके लक्षण उनकी लोकेशन या फिर उनके साइज के ऊपर निर्भर करते हैं. जैसे ऑडिटरी नर्व में होने वाला ट्यूमर सुनने की क्षमता में कमी या बहरेपन की वजह बन सकता है. 

बच्चों में भी नजर आते हैं ब्रेन ट्यूमर के मामले

डॉ अजय ने कहा कि बच्चों के जो ब्रेन ट्यूमर होते हैं वो एडल्ट लोगों से अलग होते हैं. जैसे कि बच्चों में सेकेंडरी ट्यूमर लगभग नहीं होता है. ये नॉर्मली मिडिल एज के बाद ही होता है. सेरिबैलम एक ऑर्गन है जो पोस्टीरियर फॉसा (Posterior Fossa) में स्थित होता है,  यह दिमाग के पिछले हिस्से में होता है, इस जगह बच्चों में ट्यूमर ज्यादा पाया जाता है, जिसे मेडुलोब्लास्टोमा (Medulloblastoma) कहते हैं या पाइलोसाइटिक एस्ट्रोसाइटोमा (Pilocytic Astrocytoma) भी एक तरह का ब्रेन ट्यूमर है जो बच्चों में ज्यादा पाया जाता हैं और ये सारे ब्रेन ट्यूमर दुर्भाग्य से मेलग्नेंट भी हैं. 

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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