वजन बढ़ने से अगर आप भी परेशान हैं, तो अब और परेशान होने की जरूरत नहीं. वजन घटाने के लिए अब आपको नहीं करनी होंगी घंटों पसीना बहाने वाली भारी और मुश्किल एक्सर्साइज, इनके बजाए आपक करें त्रिकोणासन. नियमित रूप से किया गया त्रिकोणासन का अभ्यास आपको एक पतली कमर के साथ-साथ देता है सुड़ौल काया भी.
आज का लाइफस्टाइल इतना व्यस्त हो गया है कि वजन बढ़ना और मोटापा एक आम दिक्कत हो गया है. लेकिन आप रोज दिन में महज 15 से 20 मिनट तक योग करके इससे छुटकारा पा सकते हैं. तो चलिए हम बताते हैं कि कौन-कौन से योगासन इसमें कर सकते हैं आपकी मदद.
योग शारीरिक और मानसिक चिकित्सा की तरह होता है. योग के दौरान किए गए हर एक छोटे आसान का अपना अलग ही महत्व है. ऐसा नहीं है कि आपको रोज के कुछ घंटे योग करना ही है. जी हां, आप एक हफ्ते में चार दिन भी अगर योग करते हैं, तो वह आपके शरीर को स्वस्थ रखने के लिए काफी है.
त्रिकोणासन
दोनों पैरों के को खोलते हुए सीधे खड़े हो जाएं. दोनों हाथ पैरों के समानांतर फैलाएं. अब दाएं पैर के पंजे को दाएं हाथ से छूने की कोशिश करें और बांया हाथ आसमान की ओर हो ताकि 90 डिग्री का कोण बनें. 15 से 20 सेकंड बाद सीधे हो जाएं. यही तरीका बाएं हाथ और बाएं पैर से दोबार करें.
रखें सावधानी
त्रिकोणासन उन लोगों को नहीं करना चाहिए जिनके पेट की सर्जरी हुई हो. और हां, अगर आपको स्लिप डिक्स की दिक्कत है, तो भी त्रिकोणासन करने से बचें. साइटिका पेन के मरीजों को भी इस आसन को करने से बचना चाहिए.
ये भी पढ़ें- कहीं दिल के लिए खतरा न बन जाए गले का संक्रमण
और क्या हैं फायदे
-रीढ़ की हड्डी के लचीलेपन में सुधार लाकर गर्दन दर्द से राहत.
-भूख, पाचन और रक्त परिसंचरण में सुधार कर, अम्लता, पेट फूलना से राहत.
-जांघों, घुटनों और टखनों को मजबूत बनाता है.
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आज का लाइफस्टाइल इतना व्यस्त हो गया है कि वजन बढ़ना और मोटापा एक आम दिक्कत हो गया है. लेकिन आप रोज दिन में महज 15 से 20 मिनट तक योग करके इससे छुटकारा पा सकते हैं. तो चलिए हम बताते हैं कि कौन-कौन से योगासन इसमें कर सकते हैं आपकी मदद.
योग शारीरिक और मानसिक चिकित्सा की तरह होता है. योग के दौरान किए गए हर एक छोटे आसान का अपना अलग ही महत्व है. ऐसा नहीं है कि आपको रोज के कुछ घंटे योग करना ही है. जी हां, आप एक हफ्ते में चार दिन भी अगर योग करते हैं, तो वह आपके शरीर को स्वस्थ रखने के लिए काफी है.
त्रिकोणासन
दोनों पैरों के को खोलते हुए सीधे खड़े हो जाएं. दोनों हाथ पैरों के समानांतर फैलाएं. अब दाएं पैर के पंजे को दाएं हाथ से छूने की कोशिश करें और बांया हाथ आसमान की ओर हो ताकि 90 डिग्री का कोण बनें. 15 से 20 सेकंड बाद सीधे हो जाएं. यही तरीका बाएं हाथ और बाएं पैर से दोबार करें.
रखें सावधानी
त्रिकोणासन उन लोगों को नहीं करना चाहिए जिनके पेट की सर्जरी हुई हो. और हां, अगर आपको स्लिप डिक्स की दिक्कत है, तो भी त्रिकोणासन करने से बचें. साइटिका पेन के मरीजों को भी इस आसन को करने से बचना चाहिए.
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और क्या हैं फायदे
-रीढ़ की हड्डी के लचीलेपन में सुधार लाकर गर्दन दर्द से राहत.
-भूख, पाचन और रक्त परिसंचरण में सुधार कर, अम्लता, पेट फूलना से राहत.
-जांघों, घुटनों और टखनों को मजबूत बनाता है.
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