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This Article is From Jul 11, 2022

कहीं आपका बच्चा भी तो नहीं Pediatric Hypertension का शिकार, ऐसे करें पहचान और बचाव

Hypertension In Children: आपका बच्चा भी कहीं Pediatric Hypertension बीमारी के चपेट में तो नहीं यह जानने के लिए साल में एक बार आप अपने बच्चे का ब्लड प्रेशर चेक कराएं. सबसे अहम है कि आप इस बात पर ध्यान दें कि आपका बच्चा एक हेल्दी लाइफस्टाइल जी रहा हो.

कहीं आपका बच्चा भी तो नहीं  Pediatric Hypertension का शिकार, ऐसे करें पहचान और बचाव
अगर आप सोचते हैं कि बच्चों को हाइपरटेंशन होना मुमकिन नहीं है, तो जानें Pediatric Hypertension के बारे में.

बदलती लाइफस्टाइल की वजह से वयस्कों में हाई ब्लड प्रेशर या हाइपरटेंशन की बीमारी पिछले कुछ समय में बढ़ी है. हालांकि क्या आप जानते हैं कि ये बीमारी बच्चों को भी प्रभावित कर सकती है. इतना ही नहीं ये बीमारी बच्चों और किशोरों में भी दिल से संबंधित समस्याएं पैदा कर सकती है. बच्चों में इस बीमारी को Pediatric Hypertension कहते हैं. आपका बच्चा भी कहीं इस बीमारी के चपेट में तो नहीं यह जानने के लिए साल में एक बार आप अपने बच्चे का ब्लड प्रेशर चेक कराएं. सबसे अहम है कि आप इस बात पर ध्यान दें कि आपका बच्चा एक हेल्दी लाइफस्टाइल जी रहा हो.

Pediatric Hypertension का कारण-


Pediatric Hypertension के मामलों में वृद्धि की वजह पूरी तरह से स्पष्ट नहीं है, कई लोग मोटापा और गलत लाइफस्टाइल को इसका कारण बताते हैं. अधिक वजन वाले या मोटे बच्चों में हाई ब्लड प्रेशर होने की संभावना अधिक होती है. इसके अलावा, अधिक वजन होना कभी-कभी बच्चे या किशोर के हाई बीपी होने का एकमात्र कारण हो सकता है. अधिक वजन वाले व्यक्तियों में उच्च कोलेस्ट्रॉल, मधुमेह और हृदय रोग के लिए जोखिम कारक होने की संभावना अधिक होती है. 

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कैसे समझें कि आपका बच्चा है Hypertension का शिकार-

आपके बच्चे का बीपी सालाना कम से कम एक बार मापा जाना चाहिए. यदि आपके बच्चे का रक्तचाप 90वें प्रतिशत पर या उससे ऊपर है, तो टेस्ट तीन बार दोहराया जाना चाहिए. यदि इन तीन मापों का औसत 95वें प्रतिशत पर या उससे अधिक है, तो आपके बच्चे को यह पुष्टि करने के लिए कि उनका ब्लड प्रेशर हाई है, दोबारा माप के लिए अपने हेल्थ केयर प्रोवाइडर के पास वापस जाना चाहिए. यदि औसत रक्तचाप 95वें पर्सेंटाइल से कम है, लेकिन 90वें प्रतिशत से अधिक या उसके बराबर है (या 120/80 से अधिक या उसके बराबर), तो आपका बच्चा पूर्व-उच्च रक्तचाप से ग्रस्त है और उच्च रक्तचाप के विकास के लिए जोखिम में है.

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बच्चों में बढ़ी हुई बीपी को कैसे करें कंट्रोल-

  • अधिक वजन होने पर वजन कम होना. हर दिन एरोबिक व्यायाम करें. रनिंग, जंपिंग जैक और दूसरे एक्सरसाइज के जरिए बच्चों के वजन को कम करने पर जोर दें.
  • कंप्यूटर/वीडियो/टैबलेट गेम और टीवी देखने जैसी गतिविधियों को प्रतिदिन दो घंटे से कम तक सीमित करें.
  • ताजी सब्जियों, फलों और लेस फैट वाली डेयरी का नियमित दैनिक सेवन.
  • कम से कम चीनी बच्चों के आहार में शामिल करें.
  • जूस, सोडा और मीठी चाय जैसे कैलोरी वाले पेय से बच्चों को दूर रखें.
  • बच्चों में पानी का सेवन बढ़ाएं.
  • नमक में उच्च खाद्य पदार्थों से परहेज करें. प्रति दिन 1,500 मिलीग्राम सोडियम से अधिक का लक्ष्य न रखें.
  • कम कोलेस्ट्रॉल वाले भोजन के विकल्प चुनें, कोलेस्ट्रॉल का सेवन 300 मिलीग्राम से कम तक सीमित करें.
  • धूम्रपान बंद करें.

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अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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