Cervical Cancer: सर्वाइकल कैंसर क्या है, कैसे होता है और इससे कैसे बचा जा सकता है. एनडीटीवी ने इस संबंध में एक्सपर्ट से चर्चा की. जिसमें देश के जाने माने कैंसर विशेषज्ञों ने बताया कि कैसे महिलाएं इस कैंसर से खुद का बचाव कर सकती हैं. साथ ही सर्वाइकल कैंसर से जुड़े टीके की अहमियत भी समझाई. सर्वाइकल कैंसर से जुड़े आपके सभी सवालों के यहां है जवाब:
सर्वाइकल कैंसर का टीका और बचाव | Cervical Cancer Prevention
सीनियर ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. श्याम अग्रवाल के मुताबिक वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने नौ से 14 साल के उम्र तक की लड़कियों को वैक्सीनेट करने का लक्ष्य रखा है. इस उम्र में वैक्सीन लगने से एचपीवी वायरस के संक्रमण से बचा जा सकता है. इसके अलावा 35 से 45 साल की महिलाओं की जांच होनी चाहिए और अगर वो एचपीवी संक्रमण से पीड़ित हैं तो उनका इलाज होना चाहिए. डॉ. अग्रवाल के मुताबिक देश में सर्वाइकल कैंसर की दर पहले से कम हुई है. इसके बावजूद हर साल 70 से 80 हजार नए केसेस सामने आते हैं. जिनसे बचने में टीका काफी हद तक कारगर होगा. इसके अलावा नियमित जांच भी जरूरी है.
सर्वाइकल कैंसर से बचाव
सर्वाइकल कैंसर के अध्ययन से जुड़ी प्रोफेसर अनीता ने एनडीटीवी से कहा कि इस कैंसर को रोकने के लिए दो चरण फॉलो करना जरूरी है. एक प्रिवेंशन और एक स्क्रीनिंग. उन्होंने सलाह दी कि इस कैंसर के प्रति सभी महिलाओं को जागरूक होना चाहिए और ये जानना चाहिए कि ये कैंसर एचपीवी वायरस की वजह से होता है. इस वायरस को पनपने से रोकने के लिए सबसे बड़ी जरूरत है सेक्सुअल हाइजीन और सेफ शारीरिक संबंध के लिए सजग होना.
जो महिलाएं या युवतियां असुरक्षित शारीरिक संबंध या फिर मल्टीपल पार्टनर से शारीरिक संबंध बनाती हैं उन्हें सर्वाइकल कैंसर होने के आसार ज्यादा होते हैं. इसके अलावा स्मोकिंग और ड्रिंकिंग की आदत भी इस कैंसर की वजह बनती है.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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