Self Confidence: क्या आपको भी कई बार ऐसा लगता है कि आपमें आत्मविश्वास की कमी है? किसी भी फैसले की घड़ी में आप कंफ्यूज हो जाते हैं कि अब क्या करें या न करें? अगर इसका जवाब हां में है तो जल्दी ही इसका हल निकाले जाने की जरूरत है. इस मामले में सद्गुरु जग्गी वासुदेव ने आत्मविश्वास को बढ़ाने (Boost self-confidence) के कई उपाय बताए हैं. एक बार उनसे पूछा गया कि क्या हर जगह उन्हें मिलने वाले सम्मान के कारण उनमें कभी श्रेष्ठता की भावना पैदा होती है तो सद्गुरु ने दिलचस्प जवाब दिया. इसमें आत्मविश्वास की कमी को दूर करने के उपाय भी शामिल हैं.
आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए सद्गुरु के उपाय (Sadhguru's tips to increase self-confidence)
मेरे पास स्पष्टता है
सद्गुरु ने कहा कि क्योंकि मुझे किसी चीज को लेकर कोई कॉन्फिडेंस नहीं है, लेकिन मेरे पास स्पष्टता है. अगर आप में सिर्फ कॉन्फिडेंस है तो आप जीवन में गलतियां ही करेंगे. आपको अपने कॉन्फिडेंस को खत्म करके स्पष्टता लानी होगी. उन्होंने कहा कि सवाल श्रेष्ठता की भावना, हीनता की भावना, गरीबी की भावना या धनी होने की भावना का नहीं है. अगर आपने खुद को इस तरह से ठोस बना लिया है कि आप जहां भी जाते हैं खुद को निपट मूर्ख साबित करते हैं तो कोई कुछ नहीं कर सकता है.
स्पष्टता का मतलब है आप चीजों को वैसी ही देखते हैं जैसी वह हैं
सद्गुरु ने बताया कि स्पष्टता का मतलब है आप चीजों को वैसी ही देखते हैं जैसी वह हैं. ज्ञान का मतलब है कि आपके पास हर चीज के बारे में तयशुदा जानकारी है. अगर चीज बदल गई हैं तो आप उन्हें वैसा नहीं देख पाएंगे जैसी वह हैं. यह अंधे होने के जैसा है. सद्गुरु ने कहा कि इसलिए यह महत्त्वपूर्ण है कि आप अपने जीवन में स्पष्टता लाएं जानकारी नहीं. क्योंकि जानकारी वो निष्कर्ष है जिसे आप इकट्ठा करते हैं. जानकारी तब ठीक है जब आप दुनिया में कुछ भौतिक या सांसारिक करने की कोशिश कर रहे हो, लेकिन जीवन के साथ नहीं.
हर पल सावधान रहकर चलने से गलतियों के मौके कम हो जाते हैं
सद्गुरु ने कहा कि क्या यह सच है कि 12 साल की उम्र में आपको जो बात बिल्कुल सही लगती थी वह आज सच नहीं है. इसलिए थोड़ा और सचेतन होकर काम चलाएं अगर आपको पता है कि आप गलत हैं तो आप सावधानी से चलेंगे. लेकिन अगर आपको लगता है कि आप बिल्कुल सही हैं तो आप बेवकूफी भरी चीजें करेंगे और दुनिया भर में गलतियां करेंगे. एक अंधेरे कमरे में, सभी लाइटें बंद होने पर हम सावधान होकर चलते हैं, लेकिन लाइटें जली रहने पर भी लोग चीजों से टकरा जाते हैं. इसी तरह हर पल सावधान रहकर चलने से काम आसान हो जाता है.
हम नहीं जानते कि आप कहां पहुंचेंगे और किसमें फंस जाएंगे
सद्गुरु ने कहा कि अगर आप कॉन्फिडेंस से भरे हैं, तो आप जीवन में गलतियां ही करेंगे. हम नहीं जानते कि आप कहां पहुंचेंगे और किसमें फंस जाएंगे. ज्यादातर लोग अपने पेशे में, पारिवारिक हालातों और सामाजिक परिस्थितियों में इस तरह फंसे हुए हैं कि वह सब ऐसे हो गए. उन्होंने बताया कि मैं यह देखता हूं कि सिर्फ बुजुर्ग ही नहीं युवा भी ऐसे हो गए हैं कि मेरे जीवन के अंत में मेरा क्या होगा.
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अनुभवों पर गौर करते रहने से जीवन में स्पष्टता बढ़ती जाएगी
सद्गुरु ने कहा कि यह रहस्य पहले ही बता चुका हूं कि आप मर जाएंगे, लेकिन सतगुरु अगर ऐसा होता है तो क्या करेंगे अगर वैसा होता है तो क्या करेंगे वह सारी चीजें होंगी ऐसा नहीं है. आपके जीवन में सब कुछ वैसा ही होगा जैसा आप चाहते हैं और चीजें उस तरह भी होंगी जो आपको पसंद नहीं है. सेल्फ कॉन्फिंडेस के लिए भी यह समझना बेहद जरूरी है. साथ ही अनुभवों पर गौर करते रहने से जीवन में स्पष्टता बढ़ती जाएगी.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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